इंग्लैंड 432 (रूट 121, मलान 70, हमीद 68, बर्न्स 61, शमी 4-95) ने भारत 78 (रोहित 19, एंडरसन 3-6, ओवर्टन 3-14) और 278 (पुजारा 91, रोहित 59, कोहली 55, रॉबिन्सन 5-65) को एक पारी और 76 रनों से हराया
चौथे दिन का पहला सेशन रोमांच से भरपूर होने वाला था। एक तरफ़ भारत के दो सबसे अनुभवी बल्लेबाज़ थे, जो इस सीरीज़ में अब तक ख़राब फ़ॉर्म से जूझने के बाद तीसरे दिन अपनी लय प्राप्त कर रहे थे। उनका मनोबल बढ़ाने के लिए हेंडिंग्ले का आसमान भी साफ़ हो गया था। दूसरी ओर ड्यूक की नई गेंद के साथ जेम्स एंडरसन की टोली थी और हेंडिंग्ले की पिच जिससे गेंदबाज़ों को मदद मिलती ही रहती है।
अंत में भारत के लिए पहला सेशन काफ़ी निराशाजनक रहा। उन्होंने केवल 63 रनों के भीतर अपने आख़िरी आठ विकेट गंवा दिए। और तो और वह लंच तक भी नहीं टिक पाए और एक पारी और 76 रनों से इस मैच को हार गए। इंग्लैंड की ओर से दूसरी पारी में 65 रन देकर पांच विकेट लेने वाले ऑली रॉबिन्सन सबसे सफ़ल गेंदबाज़ साबित हुए। चार टेस्ट मैचों के अपने युवा टेस्ट करियर में दूसरी बार उन्होंने एक पारी में पांच विकेट लेने का यह कारनामा किया हैं। क्रेग ओवर्टन ने आख़िरी विकेट लेने के अलावा दो और विकेट अपने नाम किए जबकि मोईन अली और एंडरसन को एक-एक विकेट हाथ लगा।
दूसरी नई गेंद से विकेटों की झड़ी लगाने में इंग्लैंड ने ज़्यादा समय बर्बाद नहीं किया। दिन के चौथे ही ओवर में अब तक सॉलिड नज़र आए पुजारा ने रॉबिन्सन की अंदर आ रही गेंद को खेलने की बजाए छोड़ दिया। वह गेंद आकर पुजारा के पैड पर टकराई और पता चला कि वह ऑफ़ स्टंप पर जाकर लगती। एक सफ़ल रिव्यू के साथ इंग्लैंड ने उन्हें बाहर जाने का रास्ता दिखाया। पुजारा ने आज के दिन की शुरुआत 91 रनों पर की थी और वर अपने स्कोर में इज़ाफ़ा किए बिना आउट हो गए। अगर वह बचे हुए नौ रन बनाकर अपना शतक पूरा कर लेते तो जनवरी 2019 के बाद यह उनका पहला टेस्ट शतक होता।
दूसरे छोर पर कोहली ने स्विंग गेंदबाज़ी के ख़िलाफ़ संघर्ष जारी रखा। एंडरसन ने उन्हें परेशान किया और लगभग फंसा ही लिया था जब रिव्यू लेकर कोहली कैच आउट के फ़ैसले से बच गए। 45 रनों पर बल्लेबाज़ी करते हुए दिन की शुरुआत करने के बाद कोहली ने अगले ही ओवर में रॉबिन्सन को दो चौके लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन उस ओवर की आख़िरी गेंद पर ऑफ़ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर वह बाहरी किनारे पर कैच आउट हुए। 55 रन बनाकर उन्हें वापस जाना पड़ा।
इसके बाद भारत की बल्लेबाज़ी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। एंडरसन ने रहाणे को कीपर के हाथों कैच करवाया जब वह ऑफ स्टंप से बाहर जा रही गेंद को शरीर से दूर खेल बैठे। ऋषभ पंत ने चहलकदमी करते हुए अपना बल्ला चलाया पर वह रॉबिन्सन की आउट स्विंग गेंद को डिफेंस करने के प्रयास में तीसरी स्लिप में लपके गए। ऑफ़ स्टंप के बाहर से स्पिन हो रही मोईन की ऑफ़ स्पिन गेंद ने मोहम्मद शमी को क्लीन बोल्ड कर दिया। रॉबिन्सन ने इशांत शर्मा को कैच आउट करवाकर अपने पांच विकेट पूरे किए। रवींद्र जाडेजा ने कुछ बड़े शॉट लगाए ज़रूर पर वह ओवर्टन की गेंद पर बाहरी किनारे के साथ बटलर को कैच दे बैठे। कुल मिलाकर चौथे दिन भारतीय बल्लेबाज़ों में अनुशासन की कमी नज़र आई जो तीसरे दिन उनकी बल्लेबाज़ी में साफ़ झलक रही थी।
अब सीरीज़ का काफ़िला बढ़ेगा ओवल के मैदान पर जहां पिच और परिस्थितियां भारतीय टीम को रास आएगी। चौथे टेस्ट मैच से पहले भारत के पास चार दिन है इस हार को भुलाने के लिए। लॉर्ड्स में मिली जीत के बाद इस बुरी हार ने उनका मनोबल कम ज़रूर कर दिया होगा।