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टी20 विश्व कप रिकैप : कैसे भारत ने पाकिस्तान पर बनाई 5-0 की बढ़त?

पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत के पहले मैच से पहले नज़र डालते है उन यादगार मुकाबलों पर

2007 में पाकिस्तान को हराकर भारत पहला टी20 विश्व विजेता बना था  •  Getty Images

2007 में पाकिस्तान को हराकर भारत पहला टी20 विश्व विजेता बना था  •  Getty Images

क्रिकेट जगत में टीमों के बीच जंग दशकों से चली आ रही है, फिर चाहे वह इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐशेज़ हो या भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी की लड़ाई। इन सभी प्रतिद्वंद्विता में सबसे रोमांचक और भावुक टक्कर होती है भारत और पाकिस्तान के बीच। जब भी यह दोनों टीमों का आमना-सामना होता है तब खिलाड़ियों के साथ-साथ प्रशंसकों में भी उत्साह की कमी नहीं होती हैं। और हो भी क्यों? यह क्रिकेट की ही नहीं बल्कि दोनों पक्षों के प्रशंसकों के लिए स्वाभिमान की लड़ाई जो है। कोई नहीं चाहता कि उनकी टीम अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी से हार जाए। और बात जब विश्व कप की आती है तो यह जोश दोगुना हो जाता है। विश्व कप की बात करें तो आज तक पाकिस्तान भारत को कभी हरा नहीं पाया है। टी20 विश्व कप में यह दोनों टीमें पांच बार भिड़ी हैं और पांचों बार पाकिस्तान को हार का स्वाद चखना पड़ा था। आइए नज़र डालते हैं भारत और पाकिस्तान के बीच टी20 विश्व कप में खेले गए अब तक के सभी मुक़ाबलों पर।
14 सितंबर 2007, डरबन
इस टूर्नामेंट के पहले संस्करण में इस प्रारूप में पहली बार भारत और पाकिस्तान का आमना-सामना हुआ। डरबन में खेले गए इस मुक़ाबले में पहले गेंदबाज़ी करते हुए मोहम्मद आसिफ़ ने भारतीय शीर्ष क्रम को धराशाई किया। युवा रॉबिन उथप्पा के अर्धशतक के दम पर भारत ने 141 रन बनाए जिनका पीछे करते हुए पाकिस्तान को आख़िरी दो गेंदों पर मात्र एक रन की ज़रूरत थी। पांचवीं गेंद पर बीट होने के बाद मिस्बाह उल हक़ अंतिम गेंद पर रन आउट हुए जिससे मैच टाई रहा। हाल में इस्तेमाल किए जाने वाले सुपर ओवर से पहले टाई मैच "बॉल आउट" के ज़रिए अपने नतीजे पर पहुंचाए जाते थे। पहली बार कप्तानी कर रहे महेंद्र सिंह धोनी ने चतुराई दिखाते हुए वीरेंद्र सहवाग और उथप्पा जैसे पार्ट-टाइम गेंदबाज़ों से गेंदबाज़ी करवाई और यह रणनीति सफल साबित हुई। 3-0 के स्कोर से भारत ने बॉल-आउट और उस मैच को अपने नाम किया।
24 सितंबर 2007, जोहैनेसबर्ग
लीग चरण में एक रोमांचक टाई मैच खेलने के बाद भारत और पाकिस्तान की मुलाक़ात हुई पहले टी20 विश्व कप के फ़ाइनल में। एक ओर भारत इस ट्रॉफ़ी के साथ 2007 वनडे विश्व कप की बुरी यादों को भुलाना चाहता था वहीं पाकिस्तान को पिछली हार का हिसाब चुकता करना था। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत ने गौतम गंभीर के 75 रनों के दम पर 157 का स्कोर खड़ा किया। रोहित शर्मा ने 16 गेंदों में महत्वपूर्ण 30 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा कर रही पाकिस्तान टीम को आख़िरी विकेट पर जीत के लिए 6 गेंदों में 13 रन चाहिए थे। अनुभवी हरभजन सिंह को गेंद न देते हुए धोनी ने आख़िरी ओवर की ज़िम्मेदारी सौंपी जोगिंदर शर्मा को। एक वाइड और एक छक्के के बाद पाकिस्तान और जीत के बीच केवल छह रनों का अंतर रह गया था और पिछले मैच की तरह इस बार भी स्ट्राइक पर थे मिस्बाह। उन्होंने एक रचनात्मक पैडल-स्कूप के साथ गेंद को हवा में उठा दिया और शॉर्ट फ़ाइन लेग पर एस श्रीसंथ ने कैच पूरा कर भारत को पहला टी20 विश्व विजेता बनाया।
30 सितंबर 2012, कोलंबो (आरपीएस)
2007 में असफल और 2009 में टी20 विश्व विजेता बनने के बाद पाकिस्तान का भारत से सामना हुआ 2012 के विश्व कप में। कोलंबो की धीमी पिच पर पाकिस्तान के बड़ा स्कोर खड़ा करने के इरादों पर भारतीय गेंदबाज़ों ने पानी फेर दिया। पहले तेज़ गेंदबाज़ और फिर स्पिनरों ने लगातार अंतराल पर विकेट चटकाए और पाकिस्तान की गाड़ी को 128 रनों पर रोक दिया। पहले ओवर में गंभीर को खो देने के बाद विराट कोहली ने अपना जलवा बिखेरा और नाबाद 78 रन बनाकर विश्व कप में पाकिस्तान पर भारत की जीत का सिलसिला बरक़रार रखा।
21 मार्च 2014, ढाका
शहर बदला, देश बदला लेकिन नतीजा वही का वही रहा। टी20 विश्व कप इतिहास में चौथी बार यह दोनों टीमें आमने-सामने आई बांग्लादेश की राजधानी ढाका में। इस बार टॉस जीतकर भारत ने पहले गेंदबाज़ी की और पाकिस्तान को 130 रनों पर रोक दिया। इसमें अहम भूमिका निभाई अमित मिश्रा, रवींद्र जाडेजा और रविचंद्रन अश्विन की स्पिन तिकड़ी ने। रन गति पर अंकुश लगाते हुए उन्होंने मध्य क्रम की कमर तोड़ दी। भारतीय बल्लेबाज़ों ने बड़ी आसानी से नौ गेंदें शेष रहते 131 के लक्ष्य को पूरा किया और पाकिस्तान को हार का स्वाद चखाया।
19 मार्च 2016, कोलकाता
टी20 विश्व कप का काफ़िला आ पहुंचा भारत जहां कोलकाता के प्रसिद्ध ईडन गार्डन्स में मुक़ाबला हुआ भारत और पाकिस्तान के बीच। मौसम ने मैच में विघ्न डाला जिसके चलते मैच 18-18 ओवरों का हो गया। कप्तान धोनी ने पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया और अपने गेंदबाज़ों का बढ़िया इस्तेमाल किया जिस वजह से मेहमान टीम पांच विकेट के नुकसान पर 118 रन ही बना पाई। 119 का लक्ष्य 2016 के एशियाई चैंपियन के लिए कहा मुश्किल होने वाला था। लगभग 150 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करते हुए कोहली ने नाबाद 55 रन बनाकर भारत को पाकिस्तान के ख़िलाफ़ टी20 विश्व कप में पांचवीं बार जीत दिलाई।

अफ़्ज़ल जिवानी (@ jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।