भारत पहली सीरीज़ जीत से एक क़दम दूर
जोहैनेसबर्ग के वॉनडरर्स मैदान पर टीम इंडिया एक भी टेस्ट मैच नहीं हारी है
कार्तिक कृष्णस्वामी
02-Jan-2022
बड़ी तस्वीर
साल 2021 में भारत ने दुनियाभर में कई टीमों के गढ़ों को भेदा। अब नए साल की शुरुआत वह ऐसे मैदान पर करेगा जो इस टीम के लिए एक किला बन चुका है।
जोहैनेसबर्ग के वॉनडरर्स मैदान पर भारतीय टीम आज तक एक भी टेस्ट मैच हारी नहीं है। दो मैचों में जीत दर्ज करने के साथ-साथ बाक़ी तीन मैच ड्रॉ रहे है। अगर जनवरी 1997 में आख़िरी दिन मौसम साथ देता तो जीत के आंकड़े में बढ़ोतरी हो जाती।
यह कहना कठिन है कि क्या यह एक संयोग है या कुछ और लेकिन इस बार का वॉनडरर्स टेस्ट थोड़ा अलग होगा। वह इसलिए कि इस बार भारत मज़बूत टीम है और सभी को उम्मीद है कि वह इस मैच में जीत के साथ साउथ अफ़्रीका में अपनी पहली टेस्ट सीरीज़ जीत दर्ज करेगा।
हालांकि साउथ अफ़्रीका भी मेज़बान टीम है और भले ही भारत ने सेंचूरियन में जीत हासिल की, टॉस पर सिक्का उनके पक्ष में गिरा और उन्हें सबसे आसान परिस्थितियों में बल्लेबाज़ी करने का अवसर मिला। साउथ अफ़्रीका ने सटीक लाइन और लेंथ पर गेंदबाज़ी भी नहीं कि जिससे मेहमान टीम को फ़ायदा पहुंचा।
पिछले सप्ताह तो इन दोनों टीमों के प्रदर्शन में विशाल अंतर देखा गया था लेकिन इस बार साउथ अफ़्रीकी परिस्थितियों में शायद यह अंतर बहुत कम होगा।
हालिया फ़ॉर्म
साउथ अफ़्रीका : हार, जीत, जीत, हार, हार (पिछले पांच टेस्ट मैच, हालिया मैच पहले)
भारत : जीत, जीत, ड्रॉ, जीत, हार
भारत : जीत, जीत, ड्रॉ, जीत, हार
इन पर रहेगी नज़र
दोनों टीमों के बीच का अंतर और भी ज़्यादा कम हो जाएगा जब डुएन ऑलिवियेर एकादश में वापस लौट आएंगे। इस मैदान पर खेले गए अपने पिछले तीन मैचों में उन्होंने 11.25 की औसत से 24 विकेट चटकाए हैं।
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे दोनों अच्छी लय में नज़र आए थे लेकिन कुल मिलाकर 48 रन ही उनका सर्वाधिक स्कोर रहा। फ़िलहाल के लिए उम्मीद है कि वह वॉनडरर्स टेस्ट मैच में खेलते नज़र आएंगे, लेकिन अगर रनों का अभाव इसी प्रकार चलता रहा को उनपर उंगलियां उठनी शुरू हो जाएगी।
टीम न्यूज़
कोरोना संक्रमित होने के बाद पूरी तरह से फ़िट नहीं होने के कारण तेज़ गेंदबाज़ ऑलिवियेर पहला टेस्ट नहीं खेल पाए थे। हालांकि वह अब पूरी तरह से फ़िट हैं और चयन के लिए उपलब्ध होंगे। अब निर्णय टीम प्रबंधन को लेना होगा कि किसे टीम से बाहर किया जाए। अगर ऑलिवियेर सेंचूरियन में खेलते तो मार्को यानसन को डेब्यू करने का मौक़ा नहीं मिलता। अब यानसन ने दिखाया कि बाएं हाथ की तेज़ गेंदबाज़ी कितनी घातक साबित हो सकती है। वियान मुल्डर ने बल्ले और गेंद के साथ प्रभावित तो नहीं किया लेकिन इस भारतीय गेंदबाज़ी क्रम के सामने सातवें नंबर पर एक विशेषज्ञ बल्लेबाज़ खिलाना ख़तरे से खाली नहीं होगा। केशव महाराज को पहली पारी में सफलता मिली नहीं और दूसरी पारी में उनका इस्तेमाल भी नहीं किया गया लेकिन क्या मेज़बान टीम जोहैनेसबर्ग की परिस्थितियों में पांच तेज़ गेंदबाज़ों के साथ जाना पसंद करेगी? इसी बीच काइल वेरेन टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके क्विंटन डिकॉक की जगह लेते हुए विकेटकीपिंग का भार संभालेंगे।
साउथ अफ़्रीका : (संभावित) 1 डीन एल्गर (कप्तान), 2 एडन मारक्रम, 3 कीगन पीटरसन, 4 रासी वान दर दुसें, 5 तेम्बा बवूमा, 6 काइल वेरेन (विकेटकीपर), 7 वियान मुल्डर/मार्को यानसन, 8 कगिसो रबाडा, 9 लुंगिसानी एनगिडी, 10 केशव महाराज, 11 डुएन ऑलिवियेर
भारत को पिछले सप्ताह विजेता रही टीम में बदलाव करने की आवश्यकता तो नहीं है। हालांकि वह शार्दुल ठाकुर की जगह एक विशेषज्ञ तेज़ गेंदबाज़ अथवा बल्लेबाज़ के साथ जा सकता है।
भारत : (संभावित) 1 केएल राहुल, 2 मयंक अग्रवाल, 3 चेतेश्वर पुजारा, 4 विराट कोहली (कप्तान), 5 अजिंक्य रहाणे, 6 ऋषभ पंत (विकेटकीपर), 7 रविचंद्रन अश्विन, 8 शार्दुल ठाकुर, 9 जसप्रीत बुमराह, 10 मोहम्मद शमी, 11 मोहम्मद सिराज
पिच और परिस्थितियां
वॉनडरर्स पर हमेशा की तरह तेज़ गति और उछाल देखने को मिलेगा। हालांकि इस बार पिच पिछली टेस्ट मैच की तुलना में बेहतर होगी। सेंचूरियन की तरह यहां भी मौसम चिंता का विषय बना हुआ है और पांच में से चार दिन बारिश होने की संभावना है।
मज़ेदार आंकड़ें
कार्तिक कृष्णस्वामी ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।