डैनी वायट और नैट सीवर ने मैच जीताऊ साझेदारी की • Getty Images
इंग्लैंड 154/2 (वायट 89*, सीवर 42) ने भारत 153/6 (मंधना 70, एकलस्टन 3-35) को आठ विकेट से हराया।
डैनी वायट के नाबाद 89 रनों की बदौलत इंग्लैंड ने तीसरे और अंतिम टी20 मैच में भारत पर आठ विकेट से जीत हासिल की और मल्टी-फ़ॉर्मेट सीरीज़ जीतने में सफल रहा।
वायट ने केवल 56 गेंदों पर 89 रन बनाए और 'प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़' नैट सीवर (42) के साथ 112 रन की साझेदारी की। इंग्लैंड ने चेम्सफ़ोर्ड के इस मैच में में आठ गेंद शेष रहते 154 रन के लक्ष्य को हासिल किया। भारत ने स्मृति मंधाना की 51 गेंदों में 70 रन की शानदार पारी के दम पर 6 विकेट पर 153 रन बनाए थे। लेकिन उनके अलावा केवल दो अन्य बल्लेबाज़ (हरमनप्रीत कौर 36, ऋचा घोष 20) ही दहाई के स्कोर तक पहुंच सकी थीं। इस कारण भारत का स्कोर अपेक्षाकृत कम रह गया।
17वें ओवर में जब सीवर आउट हुईं, तो मैच में महज औपचारिकता भी रह गई थी। हालांकि मैच थोड़ा रोमांचक बनता भी दिखा जब 18 वें ओवर में कवर की दिशा में कप्तान हेदर नाइट का एक कठिन कैच छूटा। उस समय इंग्लैंड को आखिरी 12 गेंदो में 13 रन चाहिए थे। लेकिन दीप्ति शर्मा की गेंद पर डीप स्क्वेयर लेग पर वायट ने छक्का लगाकर दबाव को काफी हद तक कम कर दिया। उसके तुरंत बाद चौका और फिर मिडविकेट पर विजयी रन लेकर उन्होंने मैच को खत्म किया। भारत की हार से उनकी सीरीज़ बराबरी का लक्ष्य अधूरा रह गया। इंग्लैंड ने इस मल्टी फ़ॉर्मेट सीरीज़ को 10 के मुक़ाबले 6 अंक (10-6) से जीता।
वायट की 'पूर्ण वापसी'
50 ओवर के घरेलू टूर्नामेंट में तीन अर्धशतक के बावजूद वनडे सीरीज़ के लिए वायट की अनदेखी की गई थी। वायट ने अपना आठवां और दिसंबर 2019 के बाद से 19 पारियों में पहला अर्धशतक लगाकर अपनी 'पूर्ण वापसी' की। उन्होंने शिखा पांडे की गेंद पर 8वां चौका लगाकर अपना अर्धशतक और टीम का शतक पूरा किया। भारत के ख़िलाफ़ पिछले दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 31 और 3 के स्कोर के बाद वायट पर एक महत्वपूर्ण और बड़ी पारी खेलने का दबाव था।
सलामी जोड़ीदार टैमी बोमॉन्ट के दीप्ति शर्मा के हाथों केवल 11 रन पर आउट होने के बाद, वायट ने बेहद ही चालाकी से बल्लेबाज़ी की और रन गति को भी बनाए रखा। पांचवें ओवर में उन्होंने राणा को तीन चौके मारे। पावरप्ले के अंत तक इंग्लैंड का स्कोर एक विकेट पर 42 रन था। इसके बाद उन्होंने पूनम यादव की गेंद पर लगातार दो चौके लगाए।
अंतिम 10 ओवर में इंग्लैंड को 72 रन की जरूरत थी। शानदार फ़ॉर्म में चल रही सीवर ने वायट का साथ देते हुए इंग्लैंड की जीत को आसान बना दिया।
ब्रंट ने दिलाई इंग्लैंड को शुरूआती सफलता
रविवार को होव में पिछले मैच में शैफ़ाली वर्मा ने ब्रंट पर लगातार पांच चौके लगाए थे। इस मैच में ब्रंट ने शेफ़ाली को आउट करने में सिर्फ चार गेंद लिए। ब्रंट ने इसके बाद होठों पर उंगली रखकर 'श्श्श्श' करते हुए इस विकेट का जश्न मनाया। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि यह सेलिब्रेशन शेफ़ाली वर्मा को टारगेट करके नहीं किया गया था।
अपने शुरुआती तीन ओवर के स्पेल के बाद 17 वें में ब्रंट फिर से आक्रमण पर वापस आईं। उस समय तक मांधना क्रीज़ पर डटी हुई थीं। ब्रंट ने अपनी दूसरी गेंद पर ही मांधना को डीप मिडविकेट पर सीवर के हाथों लपकवा कर चलता किया। यह एक अच्छा नीचा कैच था।
मांधना की शानदार पारी
मांधना ने एक प्रतिस्पर्धी पारी खेली, जिसमें हरमनप्रीत कौर ने 26 गेंदों में 36 और ऋचा घोष ने 13 गेंदों में 20 रन की शानदार पारी खेल अपना योगदान दिया।
शेफ़ाली और हरलीन देओल के सस्ते में आउट होने के बाद भारत का स्कोर पावरप्ले की समाप्ति तक 2 विकेट पर 28 रन था। मांधना ने फ़्रेया डेविस को लांग ऑन पर छक्का लगाकर दबाव को कुछ कम करने की कोशिश की। इसके बाद हरमनप्रीत ने सेरा ग्लेन की गेंद पर लगातार दो चौके लगाए। हालांकि इसके बाद सीवर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू कर दिया। मांधना ने डीप स्क्वेयर लेग की दिशा में डेविस की गेंद पर चौका लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। दो गेंदों के बाद डेविस की लो फुलटॉस गेंद पर उन्होंने लॉन्ग लेग की दिशा में बाउंड्री मारा। इसके बाद मांधना ने सोफ़ी एकलस्टन पर छक्का लगाया।
'ओह माय घोष'
अतिम ओवरों में मांधना के आउट होने के बाद 17 वर्षीय प्रतिभाशाली ऋचा घोष ने मौर्चा संभाला। उन्होंने ब्रंट की लगातार दो गेंदों को मिड-ऑन की दिशा में भेजकर बॉउंड्री प्राप्त की। हालांकि अंतिम ओवर में एकलस्टन ने घोष का महत्वपूर्ण विकेट हासिल किया और "ओह माय गॉड!" कहकर अपनी प्रतिक्रिया दी। घोष ने ब्रंट के बाद एकलस्टन पर भी शॉर्ट फ़ाइन लेग और बैकवर्ड प्वाइंट पर लगातार दो चौके मारे थे।