हिमाचल प्रदेश 299/4 (अरोड़ा 136*, अमित 74, धवन 42*, अपराजित 1-45, वाशिंगटन 1-47) ने तमिलनाडु 314 (कार्तिक 116, इंद्रजीत 80, शाहरुख़ 42, जायसवाल 4-59, धवन 3-62) को11 रन से हराया। (वीजेडी पद्धति)
विकेटकीपर बल्लेबाज़
शुभम अरोड़ा ने 131 गेंदों पर 136 रनों की धाकड़ पारी खेलकर हिमाचल प्रदेश की टीम के लिए पहली बार विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी की फतेह का रास्ता आसान बना दिया। सवाई मानसिंग स्टेडियम में खेले गए इस फ़ाइनल में तमिलनाडु की टीम को हिमाचल प्रदेश की टीम ने वीजेडी पद्धति से 11 रनों से हरा दिया।
315 रनों के लक्ष्य पीछा कर रही हिमाचल की टीम को 15 गेंदों में 16 रनों की आवश्यकता थी और उनके हाथ में 6 विकेट मौज़ूद थे। इसके बाद ख़राब रोशनी के कारण खेल को रोकना पड़ा।
ख़ब्बू बल्लेबाज़ अरोड़ा शुरू से ही काफ़ी सकारात्मक नज़र आ रहे थे। हालांकि तमिलनाडु के स्पिनरों ने तेज़ शुरुआत के बाद तीन विकेट झटके, लेकिन अरोड़ा को
अमित कुमार के रूप में एक सहयोगी मिला। दोनों बल्लेबाज़ों ने चौथे विकेट के लिए 150 गेंदों में 148 रनों की साझेदारी की, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि ज़रूरी रन दर हमेशा नियंत्रण में रहे।
पहली पारी में अनुभवी बल्लेबाज़
दिनेश कार्तिक ने 103 गेंदों में 116 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। इस दौरान उन्होंने आठ चौके और सात छक्के लगाकर तमिलनाडु की टीम को 314 के बढ़िया स्कोर तक पहुंचने में मदद की। हांलांकि जिस तरीके से हिमाचल के बल्लेबाज़ों ने बल्लेबाज़ी की, यह विशाल स्कोर छोटा नज़र आने लगा था।
टॉस जीतकर
ऋषि धवन ने पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया और कहा कि सतह में मौजूद नमी के कारण उन्होंने यह फ़ैसला लिया है। उन्हें उम्मीद थी कि नई पिच से उनके तेज़ गेंदबाज़ों को शुरुआत में मदद मिलेगी।
विनय गलेटिया ने कप्तान के इस फै़सले को बिल्कुल सही ठहराते हुए बाबा अपराजित को अपनी अंदर आने वाली गेंद से चारो खाने चित्त कर दिया। इसके तुरंत बाद धवन ने खु़द तमिलनाडु की टीम को एक और झटका दिया और एन जगदीशन को अपने स्पेल की पहली गेंद पर कैच आउट करवा दिया।
इस वक़्त तक सूरज नहीं निकला था और गेंद लगातार हरकत कर रही थी। ऐसे में तमिलनाडु की टीम ने तीसरे और चौथे स्थान पर बदलाव के तौर पर आर साईं किशोर और एम अश्विन को बल्लेबाज़ी करने के लिए भेज दिया। दोनों बल्लेबाज़ों ने छह ओवर तक बल्लेबाज़ी की और कुल 17 रन बटोरे। अंत में किशोर,
पंकज जसवाल की गेंद पर स्लिप पर कैच आउट हो गए।
इसके कुछ ही समय बाद अश्विन भी धवन का शिकार बन गए। इस वक़्त तमिलनाडु की टीम 15 ओवर के बाद चार विकेट के नुकसान पर 40 के स्कोर पर खड़ी थी और अब क्रीज़ पर टीम के दो प्रमुख बल्लेबाज़ कार्तिक और बी इंद्रजीत खड़े थे।
तमिलनाडु को पता था कि उन्हें स्कोरिंग रेट बढ़ाने की ज़रूरत है और इसके पहले संकेत कार्तिक से मिले। 21वें ओवर में उन्होंने गलेटिया के ख़िलाफ़ लांग ऑन के ऊपर से बड़ा शॉट लगाया। उनके अगले ओवर में भी कार्तिक ने जम कर बल्ला चलाया।
कार्तिक ने अपना पचासा 67 गेंदों पर पूरा किया। साथ ही 53 के स्कोर पर अरोड़ा ने जसवाल की एक गेंद पर उनका एक कैच भी टपका दिया था।
इसके बाद 44 गेंदों पर 27 के स्कोर पर खेल रहे इंद्रजीत ने चौकों की झड़ी लगा दी और 57 गेंदों पर उन्होंने 50 का स्कोर पार कर लिया।
कार्तिक ने 96 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, लेकिन इंद्रजीत 71 गेंदों पर 80 रन की पारी खेल कर आउट हो गए। दोनों बल्लेबाज़ों के बीच 202 रनों की साझेदारी सिर्फ़ 164 गेंदों में हुई। इसके बाद शाहरुख़ ख़ान ने 21 रन गेंदों में 42 रन बनाए। तमिलनाडु की पूरी टीम 49.4 ओवर में ऑलआउट होने से पहले एक शानदार स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही।
हिमाचल ने सकारात्मक तरीके से लक्ष्य का पीछा शुरू किया, जिसमें प्रशांत चोपड़ा और अरोड़ा ने केवल 8.5 ओवर में 60 रन जोड़े। अपने तेज़ गेंदबाज़ों महंगा साबित होते देख, विजय शंकर ने स्पिन की ओर रुख़ किया, और किशोर ने विकेट लेने में देर नहीं लगाई, उन्होंने चोपड़ा को 21 रन पर आउट कर दिया। अगले ओवर में, वॉशिंगटन सुंदर ने दिग्विजय रंगी को शून्य पर बोल्ड करके हिमाचल की टीम को एक और झटका दे दिया। इसके बाद निखिल गंगटा भी 18 गेंदों में 23 रनों की पारी खेल कर आउट हो गए।
इसके बाद अरोड़ा के साथ अमित की बढ़िया साझेदारी हुई और उन्होंने 140 रन बटोरे। अमित के आउट होने के बाद हरफ़नमौला धवन बल्लेबाज़ी करने आए और ख़राब रोशनी के कारण खेल खत्म होने से पहले उन्होंने 23 गेंदों पर 42 रन बना कर टीम को एक बढ़िया स्थिति में पहुंचा दिया।