ऐरन ने झारखंड और तरे ने मुंबई का साथ छोड़ा
तरे उत्तराखंड के लिए खेलते दिखेंगे तो ऐरन ने थामा बड़ौदा का हाथ

आगामी रणज़ी सीज़न में मुंबई के विकेटकीपर बल्लेबाज़ आदित्य तरे और झारखंड के तेज़ गेंदबाज़ वरुण ऐरन दूसरे राज्यों से खेलते दिखेंगे। तरे ने अपनी कप्तानी में मुंबई को 2015-16 सीज़न में रणजी ट्रॉफ़ी चैंपियन बनाया था। दोनों ही खिलाड़ियों ने सोमवार को इसकी सोशल मीडिया पर घोषणा की। तरे जहां उत्तराखंड के लिए खेलते दिखेंगे तो वहीं ऐरन बड़ौदा के लिए खेलते दिखेंगे।
तरे ने लिखा, "यह शब्दों में बयान करना मुकिश्ल है कि मुझे मुंबई को छोड़ते हुए कैसा लग रहा है। जब से 16 साल की उम्र में मुझे मुंबई की अंडर 17 कैप मिली और अब 34 साल की उम्र तक मैंने हर पल का लुत्फ लिया। मैं गर्व के साथ मुंबई के खिलाड़ी के तौर पर खेला। इस दौरान मुझे कुछ सफलताएं भी मिली और कई बार आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा, लेकिन जो लम्हें मैंने जीत और हार के वक़्त अपनी टीम के साथियों के साथ बिताए वह हमेशा मेरे साथ रहेंगे। जो चीज़ मैं बहुत महसूस करूंगा वह मुंबई का ड्रेसिंग रूम होगा। यह एक ख़ास स्थान है। मैं दशकों तक इसका हिस्सा बनकर कई अद्भुत खिलाड़ियों के साथ रहा और ये वह लोग हैं जो मेरे प्यारे दोस्त हैं।"
तरे ने आगे लिखा, "मेरे सभी मुंबई क्रिकेट के साथियों ने मुझे बेहतर क्रिकेटर बनाने में मदद की। धन्यवाद, मैं एमसीए के अपने सभी कोचों, सहायक स्टाफ़, चयनकर्ता, प्रबंधन का शुक्रिया करना करना चाहता हूं जो मुंबई के खिलाड़ी के तौर पर मेरे सफ़र का हिस्सा रहे। मैं झूठ नहीं बोलूंगा चीज़ें जिस तरह से ख़त्म हुई हैं वह मुझे चुभी हैं। मैं अपने नए सफ़र को लेकर बेहद उत्साहित हूं।"
लंबे समय तक तरे मुंबई सीनियर टीम का अहम हिस्सा रहे हैं, लेकिन पिछले रणज़ी सीज़न में उनको अधिक मौक़े नहीं मिले। मुंबई जब फ़ाइनल में मध्य प्रदेश से हारी तो तभी से ऐसी अफ़वाहें उड़ने लगी थी कि तरे अब किसी अन्य प्रदेश के लिए खेल सकते हैं, उन्हें एमसीए से अनापत्ति पत्र का इंतज़ार था, जो अब उनको मिल गया है। तरे ने मुंबई के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 80 मैचों में 36.77 के औसत से 4523 रन बनाए हैं, जिसमें नौ शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं। 222 उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा है।
दूसरी ओर, भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके झारखंड के तेज़ गेंदबाज़ ऐरन ने भी झारखंड से अलग होने का निर्णय ले लिया है।
ऐरन ने सोशल मीडिया पर लिखा, "अलविदा कहना कभी आसान नहीं होता, मैं झारखंड टीम को छोड़ रहा हूं। यह प्रदेश 18 सालों से मेरा क्रिकेट का घर रहा हूं। अब मैं अगले सीज़न में बड़ौदा के लिए खेलने जा रहा हूं। बड़ौदा के लड़कों के साथ अगले सीज़न में खेलने के लिए उत्साहित हूं।"
ऐरन ने झारखंड के लिए 63 प्रथम श्रेणी खेलते हुए 32.82 के औसत से 167 विकेट अपने नाम किए, जिसमें छह बार उन्होंने पारी में पांच विकेट लिए।
अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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