मोसद्देक ने बांग्लादेश के गेंदबाज़ों का बचाव किया
उन्होंने कहा कि वे अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ 10-15 रन और बनाना चाहते थे
मुजीब के मैजिक के बाद ज़दरानों की जोड़ी ने बांग्लादेश को दिया ज़ोरदार झटका
सुपर-4 में पहुंचने वाली पहली टीम बनी अफ़ग़ानिस्तान की जीत का सटीक विश्लेषण वसीम जाफ़र के साथअफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ एशिया कप के अपने पहले मैच में बांग्लादेश 127 रन का बचाव करने में असफल रही। लेकिन वे अपने गेंदबाज़ी प्रदर्शन से संतुष्ट दिखे। मोसद्देक हुसैन के अनुसार टीम के पास 10-15 रन और होने चाहिए थे। अफ़ग़ानिस्तान ने शुरुआती विकेट गंवाने के बाद इब्राहिम ज़दरान और नजीबउल्लाह ज़दरान की साझेदारी से नौ गेंद शेष रहते सात विकेट से धमाकेदार जीत दर्ज की।
बांग्लादेश को अब गुरुवार को करो या मरो वाले मुक़ाबले में श्रीलंका को हराना होगा। अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ 31 गेंद में 48 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहने वाले मोसद्देक ने कहा कि बांग्लादेश के स्पिन आक्रमण का संयोजन ऐसा था कि वे अपने दृष्टिकोण को लेकर सीमित रहे और शारजाह की धीमी पिच पर तेज़ गेंदबाज़ों को अच्छा प्रदर्शन करने की ज़रूरत थी।
मोसद्देक ने कहा, "अफ़ग़ानिस्तान का स्पिन आक्रमण दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिन आक्रमणों में से एक है। जब आप इसको ध्यान में रखेंगे तो हमारे पास एक भी बड़ा स्पिनर नहीं है। हमारे पास कलाई का स्पिनर नहीं है। हमारे पास सभी परंपरागत स्पिनर हैं। हमने उचित स्पिनरों को नहीं चुनने के कारण यह मैच नहीं गंवाया। हार्ड लेंथ गेंद को मारना मुश्किल था। तीन तेज़ गेंदबाज़ों के साथ जाना ख़राब फ़ैसला नहीं था। मुझे लगता है 127 जैसे लक्ष्य का बचाव करते हुए यह हमारे लिए काफ़ी अच्छा था।"
89 रन पर 6 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही बांग्लादेश को मोसद्देक ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलकर सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। मोसद्देक के बल्ले से ही बांग्लादेश की पारी का एकमात्र छक्का आया। उन्होंने कहा कि आख़िरी पांच ओवरों में टीम अधिक विकेट हाथ में रखना चाहती थी। 15 ओवर की समाप्ति पर बांग्लादेश का स्कोर 87 रन पर 5 विकेट था।
उन्होंने कहा, "हम 10-15 रन पीछे रह गए। अगर हम 140 बनाते तो परिस्थितियां कुछ और होती। जब आप पावरप्ले में दो या तीन विकेट खो देते हैं तो मैच हमेशा मुश्किल होता है। विकेट खोने से बड़ा स्कोर खड़ा करना मुश्किल हो जाता है। आख़िरी पांच ओवर में हमारे हाथ में सात विकेट होते तो हम एक बेहतर स्थिति में होते। जैसा कि अफ़ग़ानिस्तान ने किया। नजीबउल्लाह ने बढ़िया खेल दिखाया। उन्होंने आख़िरी पांच ओवरों में हमसे बेहतर प्रदर्शन किया और मैच को हमसे छीन ले गए।"
मोसद्देक ने कहा कि शारजाह में पूरा बांग्लादेश वाला माहौल था, विशेष रूप से वहां रह रहे लोगों ने बड़ी संख्या में आकर स्टेडियम को खचाखच भर दिया था। लेकिन कई बार कम उछाल के बावजूद पिच दरअसल उनके पसंदीदा स्थल ढाका के शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम की तरह नहीं थी।
मोसद्देक ने कहा, 'यह विकेट मीरपुर से बिल्कुल अलग है। मीरपुर में गेंद घूमती है और कभी-कभी जब अच्छी विकेट होती है तो रन भी बनते हैं। हमने देखा कि यहां बल्लेबाज़ी करना मुश्किल है। गेंद नीचे रह रही थी। अफ़ग़ानिस्तान ने अच्छी गेंदबाज़ी की।
मोसद्देक ने अपने साथी तेज़ गेंदबाज़ों मुस्तफ़िज़ुर रहमान और मोहम्मद सैफ़ुद्दीन का बचाव किया, जिन्होंने क्रमश: 17 और 22 रन लूटाए जब अफ़ग़ानिस्तान को 24 गेंदों में 43 रनों की ज़रूरत थी।
"अगर (सैफ़ुद्दीन) को उस ओवर में एक विकेट मिलता तो हमारे लिए एक अलग स्थिति होती। हम शायद मैच जीत जाते। इसलिए आप इसे एक महत्वपूर्ण मोड़ नहीं कह सकते।
आप हमेशा टी20 मैच में 20 रन के एक या दो ओवर जाने की उम्मीद करते हैं। हमने अगले ओवर में जितना संभव हो सके रनों को रोकने की कोशिश की। हमने इसे अच्छी तरह से नहीं कर पाए।"
मोहम्मद इसाम ESPNcricinfo के बांग्लादेशी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है।
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