आंकड़े झूठ नहीं बोलते : राहुल को कमाल और लाजवाब बनना होगा
अंतिम पांच ओवरों में भारत की गेंदबाज़ी सबसे बड़ी समस्या

पाकिस्तान के विरुद्ध एक रोमांचक और क़रीबी मुक़ाबले में मिली हार ने अफ़ग़ानिस्तान और भारत दोनों को एशिया कप 2022 से बाहर कर दिया है। फ़ाइनल से तो यह दोनों टीमें बाहर हो गई है लेकिन अभी सुपर 4 चरण में एक मुक़ाबला खेला जाना बाक़ी है। अब गौरव की बात आ जाती है और यह दोनों ही टीमें जीत के साथ अपना अभियान समाप्त करना चाहेंगी। इस मैच से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़ों पर एक नज़र डालते हैं।
राहुल को कमाल और लाजवाब बनना होगा
चोट और कोरोना के कारण टीम से बाहर रहने वाले उपकप्तान केएल राहुल के लिए वापसी इतनी सरल नहीं रही है। एशिया कप 2022 की शुरुआत उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ पहली गेंद पर डक आउट होकर की थी। इसके बाद हॉन्ग कॉन्ग के विरुद्ध उन्होंने अपने टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर की सबसे धीमी पारी खेली। अब इस प्रतियोगिता के अंतिम मैच में उनका सामना होगा राशिद ख़ान और मुजीब उर रहमान से। लेग स्पिन के विरुद्ध राहुल की औसत 20 और ऑफ़ स्पिन के विरुद्ध 19.5 की है। राशिद के ख़िलाफ़ राहुल का स्ट्राइक रेट महज़ 77 का है और वह तीन बार उनकी गेंद पर आउट हो चुके हैं। और तो और इस एशिया कप में राहुल तीन बार स्पिन का शिकार बन चुके हैं। अगर भारत को जीत दर्ज करनी है और राहुल को टी20 विश्व कप खेलना है तो उन्हें जल्द से जल्द कमाल और लाजवाब रूप धारण करना होगा।
नबी को चलना होगा
अनुभवी मोहम्मद नबी अफ़ग़ानिस्तान के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक हैं। यही कारण है कि टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अफ़ग़ानिस्तान की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर विराजमान यह खिलाड़ी अपनी टीम का कप्तान है। हालांकि हालिया समय में कप्तान का बल्ला बोल नहीं रहा है। इस साल नबी ने केवल 15.4 की औसत और 118 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की है। चिंता करने वाली बात यह है कि नबी ने पिछली आठ पारियों में 10 रन का आंकड़ा भी नहीं छुआ है। अपने 100वें टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में तो वह शून्य पर आउट हुए थे।
भारत की डेथ ओवर समस्या
पारी के अंतिम पांच ओवरों में रन रोकना अहम है क्योंकि यहां मैच बनते और बिगड़ते हैं। इस एशिया कप में यही पांच ओवर भारत की सबसे बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं। भारत ने एशिया कप 2022 के हर मैच में अंतिम पांच ओवरों में कम से कम 9 की इकॉनमी से रन ख़र्च किए हैं। किसी भी तेज़ गेंदबाज़ ने इस अवधि में प्रभावित नहीं किया है। 16-20 ओवरों के बीच जहां भुवनेश्वर कुमार की इकॉनमी 9.3 की रही है, अर्शदीप सिंह और हार्दिक पंड्या ने क्रमशः 10.2 और 10.7 की इकॉनमी से गेंदबाज़ी की हैं। पिछले दो मैचों में अनुभवी भुवनेश्वर ने 19वें ओवर में 19 और 14 रन देकर मैच को भारत की पकड़ से बाहर कर दिया था। रोहित शर्मा की टीम इस समस्या का समाधान खोजना चाहेंगी।
अफ़्ज़ल जिवानी(@ jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं | @jiwani_afzal
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