News

ग्रेटर नोएडा के पहले टेस्ट में बारिश और गीले मैदान की चुनौती

यह न्यूज़ीलैंड और अफ़ग़ानिस्तान के बीच भी पहला टेस्ट होगा, जिस पर मौसम की मार पड़ सकती है

अफ़ग़ानिस्तान-न्यूज़ीलैंड के बीच होने वाले एकमात्र टेस्ट पर मौसम की मार पड़ सकती है  Daya Sagar/ESPNcricinfo

भारत के ग्रेटर नोएडा में 9 से 12 सितंबर के दौरान अफ़ग़ानिस्तान-न्यूज़ीलैंड के बीच होने वाले एकमात्र टेस्ट पर मौसम की मार पड़ सकती है। यह इस स्टेडियम पर होने वाला पहला टेस्ट मैच है, लेकिन मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार मैच के लगभग हर दिन बारिश या आंधी-तूफ़ान का पूर्वानुमान है।

Loading ...

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार ग्रेटर नोएडा में 10 सितंबर को छोड़कर लगभग हर रोज़ दिन के समय बारिश या आंधी-तूफ़ान आ सकता है। कुछ ऐसा ही पूर्वानुमान मौसम की जानकारी देने वाली वेबसाइट कर रहा है और उनका कहना है कि 10 सितंबर को भी बादल छाए रहेंगे। इस दौरान तापमान भी औसतन 32-25 डिग्री के आस-पास रहेगा, जिससे वातावरण में उमस रहेगा। फ़िलहाल पिछले एक सप्ताह से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के इस इलाके में लगातार कमोबवेश हर रोज़ बारिश हो रही है और बादल छाए हुए हैं।

रविवार को मैच से एक दिन पहले जहां सुबह के समय अफ़ग़ानिस्तान की टीम ने प्रमुख पिच के आस-पास बनी अभ्यास पिचों पर अभ्यास किया, वहीं दोपहर के समय हुई बूंदा-बांदी के कारण न्यूज़ीलैंड की टीम अभ्यास नहीं कर सकी। हालांकि पिछले दो दिनों से दोनों टीमों के अभ्यास सत्र पर कोई बाधा नहीं आई थी, वहीं उससे पहले अफ़ग़ानिस्तान टीम ने इसी मैदान पर तीन दिन का एक इंट्रा-स्क्वैड अभ्यास मैच भी खेला था।

रविवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान अफ़ग़ानिस्तान के कप्तान हशमतउल्लाह शाहिदी ने कहा, "हम बारिश को नियंत्रित नहीं कर सकते और बस यही उम्मीद करते हैं कि मैच के दौरान बारिश ना हो और हम खेल का लुत्फ़ उठा सकें।" हालांकि उन्होंने यह भी आगे कहा कि उन्हें एक मेज़बान के रूप में भारत में एक 'अच्छे' और निश्चित मैदान की ज़रूरत है।

वहीं न्यूज़ीलैंड के कप्तान टिम साउदी ने कहा, "मैदान की स्थितियों का जायजा लेने और उन्हें खेलने योग्य घोषित करने का अधिकार मैच रेफ़री को है। एक खिलाड़ी के रूप में हमारा काम मैदान पर जाना और खेलना है। हम मौसम के साफ़ रहने और खेल होने की उम्मीद कर रहे हैं।"

ESPNcricinfo ने जब 30 अगस्त को इस मैदान का पहली बार दौरा किया था तो उस रात हुई बारिश के कारण पूरा मैदान गीला था और पिचों को टेबल पंखे के सहारे सूखाने की कोशिश की जा रही थी। यह अफ़ग़ानिस्तान के अभ्यास कैंप का पहला दिन था और उनके खिलाड़ियों को लग नहीं रहा था कि वे वहां पर कोई अभ्यास क्या फ़ील्डिंग प्रैक्टिस भी कर पाएंगे क्योंकि पूरा मैदान गीला था और टहलने पर पैरों और जूतों में पानी आ रहा था।

2014 से ही इस पिच की देखभाल कर रहे पिच क्यूरेटर अमित शर्मा ने तब स्वीकार किया था कि ख़राब मौसम में पिच और मैदान को खेलने योग्य बनाए रखना उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी। यह अफ़ग़ानिस्तान के अभ्यास कैंप का पहला दिन था।

हालांकि शर्मा ने तब यह भी कहा था कि एक क्यूरेटर के रूप में उनके पास दलीप ट्रॉफ़ी, रणजी ट्रॉफ़ी और इंटर-कॉन्टिनेंटल कप के मैचों के लिए कई दिनों के पिच बनाने का अनुभव है, जिसका प्रयोग वह अपने पहले टेस्ट की पिच बनाने को लेकर करेंगे। कुल मिलाकर शर्मा अपने पहले टेस्ट के लिए उत्साहित और नर्वस दोनों नज़र आ रहे थे। शर्मा ने बताया कि वह भारत के 500वें टेस्ट मैच में सहायक क्यूरेटर भी थे, जो कि कानपुर में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेला गया था।

रविवार को ESPNcricinfo ने शर्मा से मैदान के ड्रेनेज़ सिस्टम के बारे में जानने की कोशिश की तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। इस दौरान मैदान पर दो सुपर-सॉपर दिखे, जो कि कुछ दिन पहले तक सिर्फ़ एक था। ESPNcricinfo समझता है कि सीमित ग्राउंड स्टाफ़ और ज़रूरी संसाधनों की कमी के कारण क्यूरेटर और स्टेडियम प्रबंधन के लिए आने वाले दिन बहुत मुश्किलें खड़े करने वाले हैं।

पिच तैयार करते क्यूरेटर और अन्य ग्राउंड्समेन  Daya Sagar/ESPNcricinfo

अगर पिच की बात करें तो लाल गेंद के मुक़ाबलों में यहां पर स्पिनरों और बल्लेबाज़ों का बोल-बाला रहा है। 2016 के दलीप ट्रॉफ़ी के मैचों में कुलदीप यादव ने यहां पर तीन मैच में 17 विकेट लिए थे, जबकि टूर्नामेंट के शीर्ष पांच गेंदबाज़ों में चार स्पिनर थे। वहीं इंटर-कॉन्टिनेंटल मैचों में यहां पर राशिद ख़ान और मोहम्मद नबी भी पंजा झटक चुके हैं।

शनिवार को अभ्यास के बाद न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ केन विलियमसन ने भी यही बात दोहराते हुए कहा, "इस मैदान पर कभी टेस्ट मैच नहीं हुआ है, लेकिन अगर भारत में मैच हो रहा है तो यह पिच निश्चित रूप से स्पिनरों की मददग़ार होगी। हम इन परिस्थितियों में ख़ुद को ढालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।"

2016 में ICC ने इस स्टेडियम को अंतर्राष्ट्रीय मैच कराने की अनुमति दी थी और इसी साल यह अफ़ग़ानिस्तान का होमग्राउंड बना था। 2017 से 2020 के बीच यहां पर अफ़ग़ानिस्तान के पांच वनडे और छह T20I मैच हो चुके हैं।

अफ़ग़ानिस्तान ने आयरलैंड और नामीबिया के विरूद्ध यहां पर दो चार-दिवसीय लाल गेंद के मैच भी खेले हैं, जो कि 2016-17 में इंटर-कॉन्टिनेंटल कप का हिस्सा था। इसके अलावा यहां पर दलीप ट्रॉफ़ी का एक पूरा सीज़न और रणजी ट्रॉफ़ी 2015-16 का एक मैच भी आयोजित हो चुका है।

अगर स्टेडियम की संरचना की बात की जाए तो पवेलियन छोर पर बने एक तिमंजिला इमारत को छोड़ दिया जाए तो स्टेडियम चारों तरफ़ से खुला हुआ है और दर्शक ढलाननुमा घास के मैदान पर टेस्ट मैच का लुत्फ़ उठा सकते हैं, बशर्ते मैच सही समय पर शुरू हो जाए।

AfghanistanNew ZealandAfghanistan v New Zealand

दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95