News

तालिबान के कब्ज़े के बाद भी अफ़ग़ानिस्तान खेलेगा पाकिस्तान से सीरीज़

तीन मैचों की सीरीज तीन सितंबर से हम्बनटोटा में होनी है आयोजित

अफ़ग़ानिस्तान टीम तय समय पर खेलेगी पाकिस्तान के साथ सीरीज़  Unknown

तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जा करने के बाद पाकिस्तान के साथ सीरीज़ पर मंडरा रहे काले बादल अब छट गए हैं। तीन सितंबर से श्रीलंका के हम्बनटोटा में शुरू होने वाली तीन वनडे मैचों की सीरीज़ तय समय पर खेली जाएगी। इन मैचों से पहले दोनों टीमों को तीन दिन तक क्वारंटीन रहना होगा।

Loading ...

अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के सीईओ हामिद शिनवारी ने बताया कि पाकिस्तान के साथ सीरीज़ ही नहीं, टीम का अंडर-19 दौरा भी उसी समय पर होगा। इन दोनों ही दौरे पर एसीबी की नज़र हैं। सितंबर में अफ़ग़ानिस्तान की अंडर-19 टीम को बांग्लादेश का दौरा करना है। बस तैयारियों को देखना होगा, क्योंकि अभी काबुल एयरपोर्ट पर पूरी दुनिया की नज़रें हैं, क्योंकि कई अफग़ानी नागरिक इस देश को छोड़ना चाहते हैं।

शिनवारी ने ESPNcricinfo से बातचीत में कहा कि क्रिकेट को कोई दिक्कत नहीं है। हमारी राष्ट्रीय टीम पाकिस्तान के ख़िलाफ़ श्रीलंका में होने वाली सीरीज़ की तैयारी कर रही है। यह पक्का है। हम अपनी टीम को श्रीलंका भेजना चाहते हैं। अफ़ग़ानिस्तान में वैसे अभी हवाई यात्रा की दुविधा है, लेकिन जैसे ही हमें फ्लाइट मिलेगी हम दौरे के लिए रवाना हो जाएंगे। हमारे सारे लड़के काबुल में एकत्रित हैं और सीरीज के लिए तैयारी कर रहे हैं।

हमें उम्मीद है कि टीम अगले चार दिनों में रवाना हो जाएगी। यह बात हमने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और श्रीलंका क्रिकेट को बता दी हैं। मैं श्रीलंका क्रिकेट का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने हमें अपने देश में मे​ज़बानी करने का मौका दिया है।

हां, वैसे इस बात पर सवाल जरूर है कि कैसे तालिबान देश में क्रिकेट को देखता है। एसीबी 1997 में क्रिकेट की दुनिया में आया था, जब तालिबान ने पहली बार शासन किया था और इसके बाद वह ज्यादा दिन तक एशियन क्रिकेट काउंसिल के सदस्य नहीं रह पाए थे।

अफ़ग़ानिस्तान की टीम बांग्लादेश का अंडर 19 दौरा भी करेगी  Abu Dhabi Cricket

शिनवारी को इस बात का विश्वास है कि क्रिकेट इस बार प्रभावित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि तालिबान ने शुरू से ही क्रिकेट का समर्थन किया है। उनको कभी क्रिकेट से समस्या नहीं हुई। यही वजह है कि इस देश में लोग क्रिकेट को प्यार करते हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि क्रिकेट इससे प्रभावित नहीं होगा, इसके दो फैक्टर हैं। पहला यह हमारी विरासत है। तालिबान के शासन के समय ही देश में 20 साल पहले क्रिकेट सामने आया था। दूसरा एसीबी के पदाधिकारी अच्छे से सभी चीजों को संभाल रहे हैं।