दीप्ति : भारत के लिए विश्व कप ख़िताब ज़्यादा दूर नहीं
एशिया कप की प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट का मानना है कि टीम चैंपियन बनने के पथ पर है

सिलेट में भारत के सातवें एशिया कप ख़िताब जीतने के बाद ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा का मानना है कि इस टीम के लिए अब विश्व कप जीतना भी बहुत दूर नहीं।
भारत ने एशिया कप अभियान में सभी टीमों पर अपना वर्चस्व बनाए रखा। हालांकि पकिस्तान के ख़िलाफ़ मैच में टीम ने कई प्रयोग किए, ख़ास कर बल्लेबाज़ी क्रम में, और ऐसे में एशिया कप में पहली बार पाकिस्तान के हाथों मैच गंवाया। फ़ाइनल में एक एकतरफ़ा मुक़ाबला देखने को मिला और श्रीलंका ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए केवल 65 रन बनाए। इसके बाद भारत आठ विकेटों से विजयी रहा।
प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट रहीं दीप्ति ने मैच के बाद प्रेस वार्ता में कहा, "बतौर टीम हमने पहले मैच से लेकर फ़ाइनल तक बहुत कुछ सही किया। ज़ाहिर है फ़ाइनल जीतने से आपके आत्मविश्वास में वृद्धि तो होती ही है।"
दीप्ति ने टूर्नामेंट में आठ मैच में संयुक्त रूप से सर्वाधिक 13 विकेट लिए। उनकी औसत रही केवल 7.69 की। फ़ाइनल में उन्हें पावरप्ले में दो ओवर मिले और उनके विश्लेषण रहे 4-0-7-0 के। दीप्ति ने कहा, "हमने एक टीम के रूप में अच्छा किया और एक दूसरे का पूरा समर्थन किया है। हम इस टूर्नामेंट में हर मैच में आनंद का अनुभव करना चाहते थे।" भारत ने एशिया कप के सभी संस्करण जीते, सिवाय 2018 के जब फ़ाइनल में बांग्लादेश ने उन्हें पटखनी दी थी।
हालांकि सीमित ओवर क्रिकेट में भारत अब तक कोई वैश्विक ख़िताब नहीं जीत पाया है। वनडे विश्व कप में वह 2005 और 2017 में उपविजेता रहा और 2018 टी20 विश्व कप में सेमीफ़ाइनल तक पहुंचने के बाद 2020 में वह फ़ाइनल में मेज़बान ऑस्ट्रेलिया से हार गया।
टी20 विश्व कप का अगला संस्करण चार महीने बाद साउथ अफ़्रीका में आयोजित होगा और दीप्ति को विश्वास है कि एशिया कप जीतने के बाद टीम एक विश्व कप जीत से बहुत दूर नहीं है। उन्होंने कहा, "अगर हम ऐसे ही बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी इकाई में सुधार लाते रहेंगे को विश्व कप जीत दूर नहीं। हम किसी भी फ़ाइनल में यही मनोवृत्ति लेकर उतरेंगे। यह एशिया कप जीत ज़रूर बहुत मददगार होगी क्योंकि इस आत्मविश्वास को हम अगली सीरीज़ में ले जाएंगे।"
आगे उन्होंने एशिया कप के दौरान टीम के दृष्टिकोण पर कहा, "हम केवल जीतना ही नहीं बल्कि अच्छा खेलना चाहते थे और हम गेम-दर-गेम चीज़ों को समझ रहे थे। बतौर गेंदबाज़ी इकाई हमने अपनी शक्तियों को बैक किया और साझेदारी में दबाव बनाते रहे ताकि उनके निरंतर विकेट गिरे। उन्होंने (श्रीलंका) सेमीफ़ाइनल में अच्छा किया था और हम उन्हें हल्के में नहीं ले सकते थे। खेल का यही नियम है कि कोई जीतता है तो कोई हारता है। उनके लिए यह टूर्नामेंट बहुत अच्छा रहा है लेकिन शायद आज उनका दिन नहीं था।"
अनुवाद ESPNcricinfo के सीनियर असिस्टेंट एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है।
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