एशिया कप में एक बार फिर मिलेगी अभिषेक और गिल की बिछड़ी हुई जोड़ी
यह जोड़ी अंडर-14 दिनों से एक साथ क्रिकेट खेलती आई है और अब उनके पास भारतीय टीम के लिए शीर्ष पर चमकने का मौक़ा है
चोपड़ा: गिल की एंकर वाली भूमिका भारत के T20I टेंपलेट को बिगाड़ सकती है
एशिया कप 2025 के दूसरे मुक़ाबले IND vs UAE का प्रीव्यू आकाश चोपड़ा और अभिनव मुकुंद के साथICC एकेडमी दुबई की सेंटर पिच पर एक साथ बल्लेबाज़ी करते हुए शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा बारी-बारी से एक-दूसरे के शॉट्स की तारीफ़ कर रहे थे। एक समय पर अभिषेक को अपने बल्ले और गेंद की आवाज पसंद नहीं आई। उन्होंने गिल का एक बल्ला उठाया और फिर से सहज होकर शॉट खेलने लगे।
बाकी सत्र में अभिषेक ताक़त और कनेक्शन पर केंद्रित थे, वहीं गिल अपनी टाइमिंग पर। दोनों तब तक अभ्यास करते रहे, जब तक कि कोचों ने आखिरी सेट का इशारा नहीं किया। इसके बाद गिल ने नए-नए शॉट खेलना शुरू किया - रिवर्स स्वीप, रैम्प और स्कूप। वहीं अभिषेक ने तब तक अपना नेट खत्म कर लिया था, लेकिन वह गिल का इंतजार करते रहे। दोनों मुस्कुराते हुए साथ में बाहर निकले।
पिछले साल ज़िम्बाब्वे में जब गिल T20I टीम के कप्तान थे और अभिषेक को शानदार IPL सीजन के बाद पहली बार भारतीय टीम का बुलावा मिला था। तब पहली बार दोनों ने भारत के लिए एक साथ ओपनिंग करने का सपना पूरा किया था। लेकिन वह एक सेकंड-स्ट्रिंग टीम थी।
UAE में होने वाला एशिया कप गिल और अभिषेक के लिए और भी ख़ास हो सकता है, क्योंकि वे पहली बार एक फ़ुल-स्ट्रेंथ टीम के लिए ओपनिंग करेंगे।
इन दोनों की कहानी एक दशक से भी ज्यादा पुरानी है, जब वे पहली बार पंजाब के अंडर-14 कैंप में मिले थे। वहां से अंडर-16 और अंडर-19 और फिर राज्य-स्तरीय क्रिकेट व भारत की एज़ ग्रुप टीमों में उनका सफ़र साथ जुड़ा रहा।
इन दौरों के दौरान गिल और अभिषेक अक्सर रूममेट होते थे। यह परंपरा एज़ ग्रुप के दिनों के दौरान लंबे समय तक रही। किसी समय उन्हें सिर्फ़ इसलिए अलग करना पड़ा क्योंकि कोच चाहते थे कि वे अन्य खिलाड़ियों के साथ भी घुल-मिलें।
भारत की 2018 अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे शिवम मावी याद करते हैं, "चाहे टीम आउटिंग हो, टीम की एक्टिविटीज़ हों या लंच और डिनर, ये दोनों हमेशा साथ रहते थे।"
एक बार गिल और अभिषेक, मावी के नए-गेंद साझेदार कमलेश नागरकोटी के साथ, उस टूर्नामेंट के दौरान कोच राहुल द्रविड़ के लिए जन्मदिन का सरप्राइज़ प्लान कर रहे थे।
"उन्होंने कहा, 'चलो राहुल सर के चेहरे पर केक लगाते हैं।' और उन्होंने सच में ऐसा किया," मावी हंसते हुए कहते हैं।
क्वीनस्टाउन में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ भारत के क्वार्टर फ़ाइनल के दौरान माहौल गर्म हो गया था। इसका एक इतिहास भी था कि बांग्लादेश ने एक तनावपूर्ण वार्म-अप मैच में भारत को हराया था। कुछ शब्द भी कहे गए थे, यहां तक कि अंपायरों को दखल देना पड़ा था।
"क्वार्टर फ़ाइनल से पहले, गिल और अभिषेक ने कहा, 'हम उन्हें जवाब देंगे,'" मावी कहते हैं। उन्होंने बंगाली बोलने वाले खिलाड़ियों इशान पोरेल और रियान पराग को ज्यादा बोलने को कहा। फिर हमारे दो पंजाबी लड़के भी समय-समय पर बोलते रहते थे।"
मावी की यादें पाकिस्तान के ख़िलाफ सेमीफ़ाइनल तक पहुंच जाती हैं। "शाहीन अफ़रीदी और उनकी टीम गिल को स्लेज़ कर रही थी, कह रहे थे, 'हमारा गेंदबाज़ी आक्रमण बांग्लादेश जैसा भी नहीं है।' इस मैच में नंबर 3 पर बल्लेबाजी कर रहे गिल ने शतक जड़ा और आक्रामक अंदाज़ में इसका जश्न मनाया। 'अभिषेक ने जवाब दिया,' मावी कहते हैं, 'हमारी बल्लेबाज़ी भी पाकिस्तान जैसी नहीं है।'"
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया, वे अंडर-19 विश्व कप विजेता बने और जल्द ही गिल और अभिषेक के रास्ते अलग हो गए। गिल ने एक साल बाद भारत के लिए डेब्यू किया और साथ ही खुद को IPL में स्थापित किया। वहीं अभिषेक ने घरेलू क्रिकेट में ख़ुद को साबित करने की चुनौतियों का सामना किया। वह यह तय नहीं कर पा रहे थे कि वह टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज़ हैं या फ़िनिशर।
कोविड-19 महामारी के चरम में ये दोनों फिर साथ आ गए। वह इंसान, जिसने उन्हें कई अन्य पंजाब खिलाड़ियों के साथ एक छत के नीचे लाया, वह थे युवराज सिंह। इस बार मजाक या हंसी-मजाक के लिए जगह नहीं थी। युवराज बॉस थे और गिल व अभिषेक को उनकी हर बात माननी थी। उनके आदेशों में शामिल था: रात को फोन नहीं, कोई पार्टी नहीं, नींद और उठने का निश्चित समय।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे रूटीन का पालन करें, युवराज ने एक महीने तक खिलाड़ियों को अपने घर में रखा और लॉकडाउन के कड़े नियमों के बीच ट्रेनिंग के लिए विशेष अनुमति ली। अभिषेक और गिल दोनों इस समय को प्यार से याद करते हैं और इसे उन्हें मजबूत बनाने का श्रेय देते हैं।
आज गिल भारतीय क्रिकेट के ऑल-फ़ॉर्मेट पोस्टर ब्वॉय हैं और ब्रांड्स के पसंदीदा भी। इंग्लैंड में कप्तान के रूप में धमाकेदार टेस्ट डेब्यू टूर, जहां उन्होंने किशोरावस्था के दिनों जैसी निरंतरता से रन बनाए और वह अब T20I में उप-कप्तान भी हैं।
गिल अपने साथ एक शानदार काम का रिकॉर्ड और एक बदला हुआ खेल लेकर आते हैं, जो 2023 में गुजरात टाइटंस में तैयार हुआ, जब उन्होंने IPL में 157.80 के स्ट्राइक रेट से 890 रन बनाए, जिसमें तीन शतक भी शामिल थे। गिल के खेल का सबसे बेहतर पहलू उनका छक्के मारने का कौशल था और उन्होंने उस सीजन में 33 छक्के लगाए, जो तीसरे सबसे ज़्यादा थे।
सिर्फ़ इसलिए कि विराट कोहली और रोहित शर्मा ओपनर के तौर पर तय थे, गिल को 2024 T20 विश्व कप के लिए नॉन-ट्रैवलिंग रिज़र्व के रूप में चुना गया। उन्हें T20I खेले हुए एक साल से ज्यादा हो गया है, लेकिन उनका हालिया टी20 फ़ॉर्म शानदार है। उन्होंने IPL 2025 में 155.87 के स्ट्राइक रेट से 650 रन बनाए थे। अब वह अपनी जगह फिर हासिल कर रहे हैं।
वहीं अभिषेक का सफ़र इतना आसान नहीं रहा। वह तुरंत IPL स्टार नहीं बने और कुछ समय तक वे अलग-अलग भूमिकाओं में घूमते रहे: मिडिल-ऑर्डर बल्लेबाज़, कभी-कभी फ़िनिशर और पार्ट-टाइम स्पिनर भी। उन्हें फिर एहसास हुआ कि उनका खेल, पहली गेंद से गेंदबाज़ों पर हमला करने के लिए बना है।
चंडीगढ़ में लॉकडाउन के दौरान युवराज के साथ बिताए दिनों ने उनका नज़रिया बदल दिया। युवराज ने उन्हें मार्बल स्लैब्स पर प्रैक्टिस करवाई ताकि गेंद फिसले। मुल्लांपुर में पिच को ज्यादा टर्निंग बनाने के लिए कहा ताकि अभिषेक अपने बैट स्पीड और फु़टवर्क को तेज कर सकें। यह बूटकैंप जैसी ट्रेनिंग थी।
इसके बाद अभिषेक एक अलग खिलाड़ी बनकर उभरे। वह शारीरिक रूप से मज़बूत, ज्यादा निडर और विकेट खोने से न डरने वाले बल्लेबाज़ बन गए। इस बदलाव की झलक 2022 में ही दिख गई थी, जब वह सनराइज़र्स हैदराबाद के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। लेकिन जब ऐसा लगा कि वह अपनी पहचान बना रहे हैं, 2023 उनके लिए एक नई चुनौती लेकर आया। जब वह ओपनिंग जारी रखने की उम्मीद कर रहे थे, उन्हें ऑर्डर में फिर से ऊपर-नीचे कर दिया गया।
2024 में फ़्रैंचाइज़ी में हुए नेतृत्व परिवर्तन ने सब कुछ बदल दिया। कोच ब्रायन लारा और कप्तान एडेन मार्करम बाहर हुए और आए डैनियल विटोरी व पैट कमिंस। उनकी हिटिंग से प्रभावित होकर, उन्होंने उन्हें शीर्ष क्रम पर वापस भेजा और इस बार ट्रैविस हेड के साथ। नतीजे शानदार रहे। पिछले दो IPL सीजन ने अभिषेक ने 198.92 के स्ट्राइक रेट से 923 रन बनाए हैं। टूर्नामेंट में 500 रन के कट-ऑफ़ के साथ कोई भी बल्लेबाज़ उनसे तेज़ नहीं है।
अभिषेक ने पिछले साल एक मैच के बाद कहा था कि "मैंने आउट होने की चिंता करना छोड़ दिया है।" और यह साफ़ दिखता भी है, जब भी वह बल्लेबाजी करते हैं। एक स्थिर भूमिका और आक्रमण की अनुमति के साथ वह हर तरह की गेंदबाज़ी के लिए विनाशक बन गए हैं। ख़ासकर स्पिन के ख़िलाफ़ उनके आंकड़े हैरान करने वाले हैं। 2024 की शुरुआत से T20 में अभिषेक का स्पिन के ख़िलाफ़ स्ट्राइक रेट 232.12 है। ग्लेन मैक्सवेल दूसरे स्थान पर हैं और उनका स्ट्राइक रेट 173.31 है।
T20I में उनका ट्रांज़िशन भी आसान रहा: अभिषेक का 193.84 का स्ट्राइक रेट उनके डेब्यू के बाद से कम से कम 500 रन बनाने वाले सभी बल्लेबाज़ों में सबसे अच्छा है। उन्हें भारत की टीम में तब मौक़ा मिला, जब सीनियर खिलाड़ियों को अन्य फ़ॉर्मेट्स के लिए आराम दिया जा रहा था और अब जब भारत ने T20I पर पूरा ध्यान केंद्रित कर लिया है, वह अभी भी टीम में हैं।
कई सालों में कई बार मिलकर और फिर अलग होकर गिल और अभिषेक का सफ़र फिर एक साथ हो चला है और अगले साल के T20 विश्व कप तक का रास्ता साफ़ है। अगर वे नेट्स की तरह या बचपन के दिनों की तरह एक साथ क्लिक कर गए, तो यह जोड़ी कितनी ख़तरनाक हो सकती है, इसका अंदाज़ा भी नहीं लगाया जा सकता।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में विशेष संवाददाता हैं
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