ऋतुराज : मैंने धोनी से काफ़ी कुछ सीखा है लेकिन कप्तानी अपने तरीक़े से करूंगा
ऋतुराज ने कहा है कि वह खिलाड़ियों को पूरी स्वतंत्रता के साथ खेलने का मौक़ा देंगे

ऋतुराज गायकवाड़ ने अपने क्रिकेट करियर में महेंद्र सिंह धोनी से काफ़ी कुछ सीखा है लेकिन सोमवार को उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों के दौरान वह अपने तरीक़े से कप्तानी करेंगे। आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम एशियाई खेलों में अपना पहला मुक़ाबला मंगलवार को नेपाल के ख़िलाफ़ खेलने वाली है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस एशियाई खेलों के दौरान पहले ही स्वर्ण पदक जीत चुकी है और अब नज़र पुरूष टीम पर है, जहां उनसे स्वर्ण पदक की पूरी उम्मीद की जा रही है।
एशियाई खेलों में भारतीय टीम को सीधे क्वार्टरफ़ाइनल में एंट्री मिली है। नेपाल के ख़िलाफ़ खेले जाने वाले मुक़ाबले से पहले ऋतुराज ने कहा कि वह खिलाड़ियों को खु़द को अभिव्यक्त करने की पूरी आज़ादी देना चाहेंगे।
उन्होंने कहा, "मुझे उनसे (धोनी) बहुत सी चीज़ें सीखने को मिलीं हैं, लेकिन हर व्यक्ति की शैली अलग होती है। उनकी शैली अलग है, उनका व्यक्तित्व अलग है और मेरा व्यक्तित्व थोड़ा अलग है।"
"मैं कोशिश करूंगा कि मैं अपनी तरह से कप्तानी करूं और यह न सोचूं कि वह किस तरह से कप्तानी करते हैं। ज़ाहिर है कि आपको उनके कुछ फ़ैसलों का अनुकरण करना होगा, जो वह वास्तव में अच्छा करते हैं। वह जिस तरह से मैच के दौरान खिलाड़ियों और परिस्थितियों को संभालते हैं, यह उनसे सीखने योग्य चीज़ें हैं।"
"ये कुछ ऐसी चीजे़ें हैं जो मैंने वास्तव में उनसे सीखी हैं, लेकिन मैं उस तरह से नेतृत्व करना चाहूंगा जैसा मैं चाहता हूं। मैं बस चाहता हूं कि खिलाड़ी खु़द को अभिव्यक्त करें।"
वहीं भारत के कोच वी वी एस लक्ष्मण ने कहा है कि चीन में क्रिकेट खेलना टीम के लिए एक अनोखा अनुभव होगा।
लक्ष्मण ने कहा, "यह काफ़ी अलग सेटअप है। हमने कभी सोचा भी नहीं होगा कि हम चीन आकर क्रिकेट खेलेंगे। यह पूरी टीम के लिए बहुत अच्छा मौक़ा है। एशियाई खेलों में भाग लेना इन सभी खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा अवसर और बहुत गर्व की बात है।"
साथ ही ऋतुराज ने यह भी कहा है कि टीम के सभी खिलाड़ी महिला टीम की तरह ही स्वर्ण पदक जीतने के लिए काफ़ी उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, "एशियाई खेलों की बात करें तो हर कोई देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने और पोडियम पर खड़े होने के लिए उत्सुक है। हम सभी हमारी महिला टीम तरह स्वर्ण पदक जीतना चाहते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "क्रिकेट में हमारे पास विश्व कप, आईपीएल और घरेलू टूर्नामेंट हैं। हम उस तरह के माहौल और परिस्थितियों के आदी हैं। लेकिन यहां आने के बाद हमें एथलीटों के बारे में काफ़ी चीज़ों के बारे में पता चला - वह कैसे आगे बढ़े, किस तरह का संघर्ष किया।
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