आक़िब नबी, पृथ्वी शॉ सहित रणजी ट्रॉफ़ी में प्रभावित करने वाले पांच खिलाड़ी
रणजी ट्रॉफ़ी पांच राउंड के बाद थोड़े समय के लिए रुका है और ESPNcricinfo ने इस दौरान प्रभावित करने वाले पांच खिलाड़ियों के प्रदर्शन के बारे में विस्तार से बताया है

सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के लिए रणजी ट्रॉफ़ी 2025-26 थोड़े समय के लिए रुका है, अब तक पांच राउंड में प्रभावशाली प्रदर्शन करने वाले पांच खिलाड़ियों के बारे में ESPNcricinfo ने विस्तार से बताया है।
आक़िब नबी (जम्मू और कश्मीर) - 29 विकेट | 13.27 औसत
29 वर्षीय नबी पिछले दो सीज़न से अपनी स्विंग गेंदबाज़ी से प्रभावित कर रहे हैं। नबी के पास 140 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार नहीं है लेकिन 125 के आसपास की गति के साथ वह नई गेंद से अपनी छाप छोड़ने में सफल हैं, उनके पास ठीक वैसी ही क्षमता है जिसके लिए भुवनेश्वर कुमार जाने जाते थे।
रणजी ट्रॉफ़ी 2024-25 में नबी ने 13.93 की औसत से 44 विकेट हासिल किए थे जो कि हर्ष दुबे के बाद उस सीज़न सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। इसी साल अगस्त में दलीप ट्रॉफ़ी के दौरान ईस्ट ज़ोन के ख़िलाफ़ नॉर्थ ज़ोन के लिए चार गेंदों पर चार विकेट लेकर उन्होंने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
उन्होंने रणजी ट्रॉफ़ी की शुरुआत मुंबई के ख़िलाफ़ पंजा निकालकर की लेकिन पिछले कुछ सप्ताह से उनकी गेंदबाज़ी में और धार देखी गई। उनके पंजे से जम्मू और कश्मीर ने दिल्ली के ख़िलाफ़ पहली जीत हासिल की। हैदराबाद के ख़िलाफ़ उन्होंने 39 रन देकर चार विकेट हासिल किए, जिसकी बदौलत जम्मू और कश्मीर ने पहली पारी में बढ़त हासिल की और अंत में वो मुक़ाबला जीत में परिवर्तित हुआ।
इसके बाद नबी ने राजस्थान के ख़िलाफ़ सीज़न का सबसे बढ़िया स्पेल डालते हुए 24 रन देकर सात विकेट लिए और उनके इस प्रदर्शन की बदौलत जम्मू और कश्मीर को बोनस अंक के साथ जीत मिली। ऐसे में नबी आप इंडिया ए का बुलावा आने से कितनी दूर हैं?
आर स्मरण (कर्नाटका) - 595 रन | 119.00 औसत
अपने 13 प्रथम श्रेणी मुक़ाबले में 22 वर्षीय स्मरण अब तक तीन दोहरा शतक लगा चुके हैं जिसमें दो दोहरा शतक उन्होंने इसी सीज़न लगाए हैं। बाएं हाथ के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ ने पहले T20 क्रिकेट में अपना नाम बनाया और कर्नाटका के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने का मौक़ा उन्हें पिछले सीज़न तब मिला जब कर्नाटका ने मनीष पांडे से आगे बढ़ने का फ़ैसला किया। स्मरण ने अब तक अपनी उम्र से कहीं अधिक परिपक्वता का परिचय दिया है।
इस सीज़न उनके द्वारा लगाए गए दोनों दोहरे शतक वाले मुक़ाबले में कर्नाटका ने आसानी से जीत दर्ज की। केरला के ख़िलाफ़ 220 रनों की उनकी नाबाद पारी एक टर्निंग ट्रैक पर आई जहां उन्होंने कर्नाटका पहली पारी में बढ़त दिलाई और उनकी टीम ने जीत अपने नाम की।
हुबली में उनकी 227 रनों की नाबाद पारी एक ऐसी सतह पर आई जिसमें काफ़ी हरियाली मौजूद थी और कर्नाटका 64 के स्कोर पर अपने तीन विकेट गंवा चुका था। तब उन्होंने करुण नायर के साथ टीम की पारी को संभाला। स्मरण के पास ताकत होने के साथ ही स्पिन के ख़िलाफ़ खेलने की कला भी है। इसके साथ ही वह बैकफ़ुट के भी अच्छे खिलाड़ी हैं।
पृथ्वी शॉ (महाराष्ट्र) - 467 रन | 67.14 औसत
शॉ इस सीज़न अब तक सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में शीर्ष 10 में नहीं हैं लेकिन उनकी यह वापसी शानदार है। शीर्ष क्रम में शॉ ने टीम के लिए ख़ुद को स्तंभ के तौर पर स्थापित किया है और उनके प्रदर्शन से ऋतुराज गायकवाड़ के ऊपर से भी दबाव कम हुआ है जो कि अब मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी करते हैं। 26 वर्षीय शॉ ने 92.33 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं जो कि दर्शाता है वह किस तरह विपक्षी टीम पर हावी हुए हैं।
मुंबई छोड़ने के बाद महाराष्ट्र के लिए शॉ की शुरुआत अच्छी नहीं रही और केरला के ख़िलाफ़ पहले मैच की पहली पारी में वह चौथी गेंद पर ही बिना खाता खोले स्लिप में आउट हो गए। लेकिन दूसरी पारी में शॉ ने वापसी की और उन्होंने 75 रनों की पारी खेली।
चंडीगढ़ के ख़िलाफ़ उन्होंने और बेहतर प्रदर्शन करते हुए मात्र 156 गेंदों पर 222 रन बनाए और महाराष्ट्र ने महज़ 53 ओवर में तीन विकेट के नुक़सान पर 359 रन बना लिए। शॉ की इस पारी की बदौलत महाराष्ट्र ने आउटराइट जीत हासिल की।
इसके बाद शॉ ने कर्नाटका के ख़िलाफ़ और पंजाब के ख़िलाफ़ 74 रनों की पारी खेली।
अभिनव तेजराणा (गोवा) - 651 रन | 93.00 औसत
24 वर्षीय बाएं हाथ के बल्लेबाज़ तेजराणा को जब दिल्ली में जगह बनाने में मुश्किल हुई तो उन्होंने 2023-24 के सीज़न से पहले गोवा का रुख़ किया। अंडर-23 में दो बेहतरीन वर्ष बिताने के बाद उन्हें इस सीज़न रणजी टीम में जगह मिली और डेब्यू पर ही उन्होंने चंडीगढ़ के ख़िलाफ़ मैच जिताऊ दोहरा शतक जड़ दिया जिसने गोवा का उनके प्रति विश्वास बढ़ा दिया।
कर्नाटका के ख़िलाफ़ उन्होंने अर्धशतक जड़ा और इसके बाद पंजाब के ख़िलाफ़ उन्होंने इस सीज़न का अपना दूसरा शतक लगाया। बुधवार को जब रणजी ट्रॉफ़ी के पांचवें राउंड का समापन हुआ तो उन्होंने सौराष्ट्र के ख़िलाफ़ 118 रनों की जुझारू पारी खेली। हालांकि गोवा यह मैच हार गया लेकिन वह अपनी टीम के उन चुनिंदा बल्लेबाज़ों में से थे जिन्होंने पारी की इस हार में अपनी टीम के लिए लड़ाई लड़ी।
अब चूंकि लाल गेंद क्रिकेट थोड़े समय के लिए रुकेगी ऐसे में तेजराणा लिस्ट ए और T20 क्रिकेट में भी डेब्यू करने के लिए तैयार हैं।
शम्स मुलानी (मुंबई) - 28 विकेट | 21.00 औसत
28 वर्षीय मुलानी ने 2021-22 के रणजी सीज़न में सर्वाधिक विकेट लिए थे, 2022-23 में वह दूसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे जबकि पिछले सीज़न वह तीसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे। इस वर्ष भी वह शीर्ष तीन सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में शामिल रहने के प्रबल दावेदार हैं।
लगातार मिल रही सफलता के बावजूद मुलानी इंडिया ए दल का नियमित हिस्सा नहीं बन पाए हैं क्योंकि पहले ही बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडरों की काफ़ी भरमार है। हालांकि मुलानी, हर्ष दुबे, मानव सुथार और आर साई किशोर के साथ देश में घरेलू क्रिकेट में शीर्ष बाएं हाथ के स्पिनरों के रूप में बने हुए हैं।
इस सीज़न मुलानी ने बल्ले और गेंद दोनों के साथ कमाल दिखाया है। श्रीनगर में सीज़न के पहले मैच में उन्होंने दूसरी पारी में 41 रनों की पारी खेली जिसके चलते मुंबई को 243 रनों की बढ़त मिली। वहीं अंतिम पारी में गेंद के साथ उन्होंने 46 रन देकर सात विकेट निकाले जिससे 35 रनों से मुंबई की जीत सुनिश्चित हुई।
इसके बाद उन्होंने हिमाचल के ख़िलाफ़ पहली पारी में अर्धशतक लगाने के साथ ही 37 रन देकर पांच विकेट निकाले और मुंबई सीज़न की लगातार दूसरी जीत हासिल करने में सफल हुआ।
शशांक किशोर ESPNcricinfo के वरिष्ठ संवाददाता हैं।
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