विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल खेलने का एक और मौक़ा नहीं गंवाना चाहते कमिंस
अंक हासिल करने के लिहाज़ से ऑस्ट्रेलिया के लिए आगामी सीरीज़ काफ़ी महत्वपूर्ण है

2021 में ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला टी20 विश्व कप तो जीता लेकिन उसी साल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फ़ाइनल खेलने का मौक़ा भी उनके हाथ से फिसल गया। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस इस बार मौक़ा नहीं गंवाना चाहते। उन्होंने यह बात ऐसे समय कही जब 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल मुक़ाबले से पहले ऑस्ट्रेलिया को नौ टेस्ट मैच और खेलने हैं।
मंगलवार को पर्थ में कमिंस ने कहा, "मुझे लगता है कि एक नए तरह का टूर्नामेंट होने के चलते हम स्थितियों से उतने परिचित नहीं थे और जिस तरह से न्यूज़ीलैंड ने खेला था उनका फ़ाइनल खेलना भी वाजिब था। हालांकि पहली बार यह मौक़ा हमारे हाथ से निकल गया लेकिन इस बार हर सीरीज़ के प्रति हमारा दृष्टिकोण स्पष्ट है।"
ऑस्ट्रेलिया इस समय अंक तालिका में शीर्ष पर है और अगले साल फ़ाइनल खेलने का प्रबल दावेदार है। इसके साथ ही कमिंस और उनके कुछ साथी खिलाड़ी अगले आठ महीनों में होने वाले टेस्ट क्रिकेट की महत्ता पर बात करने लगे हैं। ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जिनका टेस्ट करियर अब अपने अंतिम पड़ाव के क़रीब पहुंच गया है।
डेविड वॉर्नर, स्टीवन स्मिथ, उस्मान ख़्वाजा, मिचेल स्टार्क, नेथन लायन और जॉश हेज़लवुड सभी 30 की उम्र को पार कर चुके हैं। जबकि वॉर्नर और ख़्वाजा 35 की संख्या को पार कर चुके हैं। दल में शामिल ऐलेक्स कैरी और मार्कस हैरिस भी 30 की उम्र को पार कर चुके हैं। जबकि कमिंस भी अगले साल मई में 30 के हो जाएंगे। वॉर्नर पहले ही इस बात के संकेत दे चुके हैं कि आगामी 12 महीने उनके टेस्ट क्रिकेट के अंतिम 12 महीने हो सकते हैं। जबकि ख़्वाजा ने भी इस बात का संकेत दिया है कि आगामी दिनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम बदलाव के दौर से गुज़र सकती है। कामिंस ने भी इन अटकलों से इनकार नहीं किया है लेकिन उन्होंने इन संभावनाओं पर भी अपनी सहमित जताई है।
कमिंस ने कहा, "अगले छह-सात महीनों में हमें 15 टेस्ट मैच खेलने हैं। ऐसे में इससे पहले ज़ाहिर तौर पर कोई बड़ा बदलाव नहीं होने वाला है। ईमानदारी से कहूं तो यह अब तक की सबसे स्थाई टीम है जिसके साथ मैं खेला हूं। मुझे लगता है कि हम अच्छी स्थिति में हैं।"
आगामी आठ महीनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम को कम से कम 15 टेस्ट मैच खेलने हैं। जिसमें वेस्टइंडीज़ और साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ शामिल होने के साथ-साथ भारत और इंग्लैंड के विरुद्ध विदेशी सरज़मीं पर होने वाली सीरीज़ भी है। ऐसे में यह विचारणीय है कि आगामी आठ महीने इस टीम के लिए एक महान ऑस्ट्रेलियाई टीम बनने की आधारशिला रख सकते हैं।
कमिंस ने कहा, "अगले कुछ महीनों में एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी के तौर पर चार बड़ी सीरीज़ खेलना हमारे ग्रुप के लिए वाकई बेहतरीन अवसर है। ज़ाहिर तौर पर घरेलू सीज़न हमारे लिए बड़ा महत्वपूर्ण रहने वाला है। यहां से कुछ जीत लंदन में हमारी जगह सुनिश्चित करने में अहम भूमिका अदा करेंगी।"
हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम 2021 की तरह ही इस बार भी ग़लती नहीं कर सकती। उन्होंने इस साल भी कुछ ऐसे लम्हें अपने हाथ से फिसल जाने दिए जोकि उन्हें तालिका में बेहतर स्थिति में रख सकते थे। जनवरी में ऐशेज़ के चौथे टेस्ट में सिडनी के मैदान पर नौ विकेट गिर जाने के बावजूद इंग्लैंड की टीम मैच बचाने में सफल हो गई। वहीं मार्च महीने में कराची में उन्होंने कई कैच टपकाए जिस वजह से पाकिस्तान ने चौथी पारी में 171.4 ओवर खेलते हुए मुक़ाबले को बचा लिया। गॉल में भी उन्हें एक पारी की हार हाथ लगी। वह भी तब जब टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद पहले दिन उनका स्कोर दो विकेट पर 204 रन था।
अगर वह घर पर वेस्टइंडीज़ और साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पांचों मुक़ाबले नहीं जीतते तो एक बार फिर टेस्ट चैंपियनशिप में खेलने को लेकर असमंजस की स्थिति पनप सकती है। उन्हें फ़रवरी और मार्च के महीने में भारत के ख़िलाफ़ चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है जहां उन्होंने 2004 के बाद से केवल एक टेस्ट मैच जीता है।
घर पर भी विपक्षी टीमों को हराना ऑस्ट्रेलिया के लिए आसान नहीं रहने वाला है। वेस्टइंडीज़ इस साल टेस्ट में एक भी मुक़ाबला नहीं हारा है जबकि इस साल इंग्लैंड के विरुद्ध लगातार दो टेस्ट मैच हारने के बावजूद साउथ अफ़्रीका अंक तालिका में दूसरे स्थान पर है।
ऐलेक्स मैल्कम ESPNcricinfo में एसोसिएट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.