सूर्यकुमार: टीम इंडिया में विकल्पों की अधिकता 'एक अच्छा सिरदर्द'
भारतीय कप्तान बोले - "अगर हमें मैच जीतना है, तो टीम कॉम्बिनेशन से फर्क नहीं पड़ता"

भारत के T20I कप्तान सूर्यकुमार यादव ने माना कि 15 सदस्यीय टीम का चयन करना कभी-कभी मुश्किल हो जाता है, क्योंकि एक स्थान के लिए कई विकल्प होते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि खिलाड़ी टीम की जरूरतों को समझते हैं और उनका एक ही लक्ष्य है भारत को मैच जिताना।
सूर्यकुमार ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ कैनबरा में पहले T20I से पहले कहा, "यह एक अच्छी दुविधा है कि हमारे पास इतने विकल्प हैं चाहे तेज़ गेंदबाज़ हों या स्पिनर। टॉप से लेकर नंबर 7 तक हर कोई लचीला है; कोई भी कहीं भी बल्लेबाज़ी कर सकता है। टीम चयन के समय थोड़ी मुश्किल ज़रूर होती है, लेकिन इस टीम का माहौल ऐसा है कि हर कोई जानता है कि लक्ष्य जीतना है।"
"अगर हमें मैच जीतना है, तो कॉम्बिनेशन की परवाह नहीं। इसलिए भले ही किसी ने पिछले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया हो, लेकिन अगर अगले मैच के कॉम्बिनेशन में वह फिट नहीं बैठता, जैसे हमें एक अतिरिक्त स्पिनर खिलाना हो या तेज़ गेंदबाज़ की जगह ऑलराउंडर लाना हो तो खिलाड़ी इसे समझता है। हम उस स्थिति तक पहुंच चुके हैं।"
सूर्यकुमार ने मज़ाकिया लहज़े में कहा कि उनकी "सभी से अच्छी दोस्ती है", जिससे यह बताना आसान हो जाता है कि कौन नहीं खेल रहा। लेकिन उन्होंने सभी 15 खिलाड़ियों से कहा है कि वे हर समय तैयार रहें।
उन्होंने कहा, "देखिए, सिर्फ़ 11 ही खेल सकते हैं, 15 नहीं। लेकिन मेरे हिसाब से कोई भी कभी भी मौक़ा पा सकता है। एशिया कप में रिंकू सिंह को फ़ाइनल तक मौक़ा नहीं मिला, लेकिन जब मिला, तो टीम को जीतने के लिए 3-4 रन चाहिए थे और उसने बाउंड्री लगाई। मैं सबको कहता हूं कि तैयार रहो, क्योंकि मौक़ा कभी भी आ सकता है। बड़े मैच में भी।"
सूर्यकुमार ने तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह की वापसी पर भी खुशी जताई, जो वनडे सीरीज़ से आराम पर थे और उम्मीद जताई कि वह ख़ासकर पावरप्ले में नेतृत्व संभालेंगे।
सूर्यकुमार ने कहा, "जैसा कि आपने एशिया कप में देखा, उन्होंने पावरप्ले में कम से कम दो ओवर की जिम्मेदारी ली। यह अच्छा है कि वह आगे आकर जिम्मेदारी लेते हैं। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पावरप्ले में यह अच्छा चैलेंज होगा।"
"वो पिछले कई सालों से जिस तरह क्रिकेट खेल रहे हैं, खुद को टॉप पर बनाए रखे हैं। वो जानते हैं कि सीरीज़ के लिए कैसे तैयारी करनी है और यहां की परिस्थितियों में कैसे खेलना है। शायद इस टीम में ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज़्यादा वही खेले हैं। सभी ने उनसे बात की है और वह हमेशा खुले और मददगार रहते हैं। कल से जब वह मैदान पर उतरेंगे, तो यह टीम के लिए बहुत अच्छा होगा।"
हाल के समय में भारत को ऑस्ट्रेलिया में सफलता नहीं मिली है। उन्होंने दिसंबर-जनवरी में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी 3-1 से और फिर वनडे सीरीज़ 2-1 से गंवाई। लेकिन सूर्यकुमार को नहीं लगता कि इन हारों का असर T20I सीरीज़ पर पड़ेगा, ख़ासकर जब भारत ने अपने पिछले 15 T20I में से सिर्फ़ दो ही गंवाए हैं।
उन्होंने कहा, "मेरे हिसाब से यह एक अलग प्रारूप है। टीम वही है, लेकिन प्रारूप अलग है। T20 में हम वही ब्रांड का क्रिकेट खेलेंगे जो हम खेलते आए हैं। बदलाव की कोई ज़रूरत नहीं है। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ़्रीका या न्यूज़ीलैंड सभी देशों में परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण होती हैं। लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप ख़ुद को कैसे ढालते हैं, कैसे शॉट चुनते हैं, कैसे रन बनाते हैं। इस स्तर पर तैयारी करना नॉन-नेगोशिएबल है। यह अच्छा चैलेंज है और हम पांच T20I खेलने वाले हैं, तो यह और मज़ेदार होगा।"
सूर्यकुमार का ख़ुद का फ़ॉर्म भी चर्चा में है। एशिया कप 2025 में उन्होंने सात पारियों में सिर्फ़ 72 रन बनाए और औसत 18.00 का रहा। हालांकि 35 वर्षीय बल्लेबाज़ ने कहा कि जब तक टीम जीत रही है, उन्हें अपने फ़ॉर्म की चिंता नहीं।
उन्होंने कहा, "मैं काफ़ी मेहनत कर रहा हूं। घर पर अच्छे सेशन किए, यहां भी दो-तीन अच्छे सेशन हुए, तो मैं अच्छी मानसिक स्थिति में हूं। रन अपने समय पर आएंगे, लेकिन टीम की ज़रूरतों को पूरा करना ज़्यादा अहम है। मैं एक वक्त में एक मैच पर ध्यान देता हूं। अगर यह सिलसिला शुरू हुआ, तो यह अच्छा रहेगा।"
हाल के समय में भारत की फ़ील्डिंग चिंता का विषय रही है। एशिया कप में टीम ने कई कैच छोड़े थे। सूर्यकुमार मानते हैं कि यह खेल का हिस्सा है, लेकिन उन्होंने कहा कि टीम को इस विभाग पर विशेष ध्यान देना होगा।
उन्होंने कहा, "देखिए कैच छूटते हैं। फ़ील्डर कोशिश करता है, लेकिन कभी-कभी गेंद हाथ से फिसल जाती है। बल्लेबाज़ आउट होता है, गेंदबाज़ विकेट नहीं ले पाता। यह सब खेल का हिस्सा है। लेकिन मेरे हिसाब से, इसके बाद आप क्या करते हैं, यह ज़्यादा अहम है। आज वैकल्पिक सेशन था, लेकिन सभी खिलाड़ी फ़ील्डिंग पर काम करने आए।"
"इसका मतलब है कि टीम कुछ बड़ा हासिल करना चाहती है। मैंने सबको कहा है कि अगर हमें दुनिया की सर्वश्रेष्ठ फ़ील्डिंग टीम बनना है, तो हमें इस पर बहुत मेहनत करनी होगी। अच्छी फ़ील्डिंग से आप मैच जीत सकते हैं।"
"कभी बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी काम नहीं करती, लेकिन फ़ील्डिंग से भी मैच जीता जा सकता है। मेहनत ज़रूर करनी होगी। लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं कि अगर आज आपने 25 कैच पकड़े, तो कल कोई नहीं छूटेगा। कैच छूट सकता है। यह खेल का हिस्सा है। मगर आपके अंदर कितनी चाह है कि गेंद आपकी तरफ़ आए, कितनी कोशिश करते हैं यह सबसे अहम है। अगर कोई कैच छोड़ भी दे, तो कोई बात नहीं। मायूसी होती है, लेकिन अगर प्रयास ईमानदार है, तो कोई समस्या नहीं।"
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.