चोट के कारण पहला वनडे नहीं खेल पाएंगी हरमनप्रीत कौर
हरमनप्रीत की जगह जेमिमाह रॉड्रिग्स और पूनम राउत ले सकते हैं

मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेले जाने वाले पहले वनडे के लिए टेस्ट और वनडे की उपकप्तान हरमनप्रीत कौर उपलब्ध नहीं होंगी। हरमनप्रीत को कुछ दिन पहले अंगूठे पर चोट लगी थी और मुख्य कोच रमेश पवार ने कहा कि दूसरे मैच में उनकी उपलब्धि पर अभी कोई फ़ैसला नहीं हुआ है।
पवार ने कहा कि बाक़ी के टेस्ट और वनडे स्क्वाड के सभी खिलाड़ी फ़िट हैं। हरमनप्रीत ने शनिवार को ब्रिस्बेन में हुए अभ्यास मैच में कोई हिस्सा नहीं लिया था हालांकि समझा जा रहा है कि वो नेट्स में लगातार बल्लेबाज़ी करती आ रहीं हैं। इंग्लैंड में द हंड्रेड टूर्नामेंट से भी वो क्वाड्रिसेप (जांघ के आगे के हिस्से) में चोट के चलते भारत जल्दी लौट आई थीं।
हरमनप्रीत की अनुपस्थिति में ऐसा हो सकता है कि कप्तान मिताली राज अपने पसंदीदा नंबर चार की जगह तीन पर बल्लेबाज़ी करती दिखें। मिताली ने कहा, "मैं कहीं भी खेलने के लिए तैयार हूं और यह फ़ैसला इस बात पर निर्भर है कि हमारी टीम का गठन कैसा है। अगर मज़बूत मिडिल ऑर्डर है तो मैं तीन पर आ सकती हूं लेकिन अगर बल्लेबाज़ी में अनुभव की कमी हो तो मैं चार पर आना पसंद करती हूं। हरमनप्रीत के ना होने से इस बारे में मुझे सोचना होगा।"
हरमनप्रीत की जगह लेने के प्राथमिक उम्मीदवार होंगे जेमिमाह रॉड्रिग्स और पूनम राउत, हालांकि बाएं हाथ की बल्लेबाज़ यास्तिका भाटिया भी डेब्यू कर सकती हैं। यास्तिका कीपिंग भी कर लेती हैं और अभ्यास मैच में उन्होंने सिर्फ़ 42 गेंदों पर 41 रन बनाए थे, इसीलिए हो सकता है द हंड्रेड में शानदार फ़ॉर्म में रही रॉड्रिग्स और इंग्लैंड के दौरे पर दो वनडे खेलने वाली राउत के आगे उनका ही चयन हो।
पवार ने रॉड्रिग्स के बारे में कहा, "वो हमारे टीम का अभिन्न हिस्सा रहेंगी। सबसे अहम सवाल है विश्व कप से पहले सटीक समीकरण बनाने का और इसके लिए हमें यहां तीन वनडे मिले हैं। हमें टीम कॉम्बिनेशन पर हर मैच में ध्यान देना होगा।"
युवा ओपनर शेफ़ाली वर्मा पर सबकी नज़रें गढ़ी हैं। इंग्लैंड में टेस्ट और वनडे डेब्यू पर वर्मा ने प्रभावित ज़रूर किया लेकिन छोटी लंबाई की गेंदों ने उन्हें परेशान भी किया। द हंड्रेड में भी आठ पारियों में 50 का आंकड़ा बस एक बार पार किया। पवार ने कहा कि कप्तान समेत कोचिंग स्टाफ़ ने उनको अपन भूमिका के बारे में काफ़ी कुछ बताया है।
पवार ने कहा, "जैसे शेफ़ाली ने टेस्ट में बल्लेबाज़ी की उससे हम काफ़ी ख़ुश थे। वो सिर्फ़ 17 साल की है और इसीलिए उन पर ज़्यादा दबाव डालना सही नहीं है। मैंने, मिताली और एसएस (बल्लेबाज़ीकोच शिवसुंदर दास) ने उनसे काफ़ी बातें की हैं। उन्हें पता है टीम में उनका रोल क्या है। एसएस ने उनके साथ मानसिक पहलू पर भी काम किया है और हम चाहते हैं कि वह बिना झिझक बल्लेबाज़ी करें। वो सिर्फ़ 17 साल की हैं और हमें यह नहीं भूलनी चाहिए।"
पवार ने कहा कि भारत का लक्ष्य विश्व कप को देखते हुए सही टीम बनाना और 250 का आंकड़ा पार करने की आदत बनाना रहेगा। साथ ही गेंदबाज़ी में अगर विपक्षी टीम को रोकना है तो झूलन गोस्वामी का अनुभव बहुत ज़रूरी होगा।
मिताली ने कहा कि टीम में ऑस्ट्रेलिया के विश्व रिकॉर्ड 24 लगातार वनडे मैचों की जीत को लेकर कोई बात नहीं हुई है। उन्होंने कहा, "हमें पता है कि उनके तेज़ गेंदबाज़ हमें बाउंसर से परेशान कर सकते हैं। हमने तैयारी के लिए अभ्यास में कट और पुल लगाने पर ज़ोर दिया है। रिकॉर्ड के बारे में हम चिंतित नहीं हैं पर यह बात तय है कि हम दुनिया के सबसे शक्तिशाली टीम को उसी के घर में खेलने आए हैं और यह एक महान चुनौती है। सारे खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेलने का महत्त्व समझते हैं। विश्व कप से पहले इतनी बढ़िया तैयारी नहीं हो सकती। हमें हर मैच में अपना सर्वोत्तम गेम लाना पड़ेगा।"
ऑन्नेशा घोष ESPNcricinfo की सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा लीड देबायन सेन ने किया है।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.