गंभीर : रोहित और कोहली में अभी भी बहुत भूख बाक़ी है
न्यूज़ीलैंड सीरीज़ के बाद से ही रोहित और कोहली के ख़राब फ़ॉर्म की काफ़ी चर्चा हो रही है
Gambhir: Rohit and Kohli 'are still very hungry'
Gambhir brushes aside concerns over the form of India's senior battersभारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने अपने सीनियर बल्लेबाज़ों रोहित शर्मा और विराट कोहली का बचाव करते हुए कहा है कि दोनों सीनियर बल्लेबाज़ों में अभी भी बहुत भूख बाक़ी है। रोहित और कोहली ने इस साल के घरेलू सीज़न की 10 पारियों में एक-एक टेस्ट अर्धशतक लगाए हैं, जबकि इस दौरान न्यूज़ीलैंड से 0-3 से हारकर भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फ़ाइनल की दौड़ से भी पिछड़ गया है।
जहां रोहित के नाम इन दस पारियों में सिर्फ़ एक 25+ के स्कोर के साथ 13.30 की औसत से सिर्फ़ 133 रन हैं, वहीं कोहली ने इस दौरान 21.33 की औसत से 192 रन बनाए हैं। इस दौरान भारत पिछले 12 साल में पहली बार घर पर कोई टेस्ट सीरीज़ हारा, जबकि इतिहास में पहली बार उनका घर पर व्हाइटवाश हुआ।
इसके बाद से ही इन दोनों सीनियर खिलाड़ियों की ख़ूब आलोचना हो रही है।
जब गंभीर से पूछा गया कि क्या वह रोहित और कोहली को लेकर चिंतित हैं, तो उन्होंने कहा, "बिल्कुल भी नहीं। वे लोग बहुत मज़बूत इंसान हैं और उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ किया है और आगे भी करते रहेंगे। मेरे लिए सबसे ज़रूरी है कि वे अभी भी कड़ी मेहनत करते हैं और खेल के प्रति जुनूनी हैं। वे अब भी बहुत कुछ हासिल करना चाहते हैं, जो सबसे अधिक ज़रूरी है। ड्रेसिंग रूम में भूख होना बहुत ज़रूरी है और मुझे लगता है कि पिछले सीरीज़ के बाद से यह भूख और भी बढ़ गई है।"
Gambhir: 'I knew it was going to be a highly difficult job'
The India head coach talks about the recent home series loss to New Zealand and the challenges ahead in Australiaकोहली का पिछला टेस्ट शतक 16 महीने पहले वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ आया था। पिछले पांच सालों में उनके नाम 32 की औसत से रन और सिर्फ़ दो शतक हैं।
कोहली की उम्र 36, जबकि रोहित की 37 साल है, वहीं अश्विन और जाडेजा क्रमशः 38 और 36 साल के हो गए हैं। ऐसे में गंभीर से पूछा गया कि वह इस ट्रांज़िशन चरण को कैसे देख रहे हैं?
गंभीर ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो मैं यह सोच भी नहीं रहा कि टीम ट्रांज़िशन चरण में है। अभी तो मेरे दिमाग़ में बस ऑस्ट्रेलिया का पांच टेस्ट चल रहा है। ट्रांज़िशन की बात तो आप लोग कर रहे हैं, लेकिन इन लोगों को अभी भविष्य में भी बहुत कुछ प्राप्त करना है। मेरे लिए उनमें अभी भी बहुत भूख बाक़ी है और आप लोगों को देश के प्रति उनके जुनून पर कभी भी संदेह नहीं करना चाहिए। ट्रांज़िशन तो भारतीय क्रिकेट में होता रहता है, लेकिन फ़िलहाल के लिए ये पांच टेस्ट बहुत महत्वपूर्ण हैं।"
गंभीर ने स्वीकार किया कि पिछले सीरीज़ में उनकी टीम अच्छा नहीं खेली, लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरा एक नई चुनौती होगी।
उन्होंने कहा, "सबसे पहली और सबसे बड़ी चुनौती परिस्थितियों की होगी। आने वाले 10 दिनों में अगर हमें अच्छी तैयारी मिलती है तो हम सीरीज़ में अच्छा करने को तैयार होंगे। हमारी टीम में कुछ ऐसे अनुभवी खिलाड़ी हैं, जो ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर चुके हैं। उनका यह अनुभव नए खिलाड़ियों के काम आएगा। ये 10 दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं, लेकिन 22 की सुबह हम पहली गेंद से ही पूरी तरह से तैयार होंगे।"
एस सुदर्शनन ESPNcricinfo के सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर दया सागर ने किया है।
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