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रेड्डी की खूबी आक्रामकता लेकिन मेहनत अभी बाक़ी है

टेन डेशकाटे ने कहा कि रेड्डी ने वो सबकुछ किया है जो एक युवा खिलाड़ी इतने कम समय में कर सकता है

पुजारा: नीतीश रेड्डी के पास शॉट खेलने की जो क्षमता है वह अद्भुत है

पुजारा: नीतीश रेड्डी के पास शॉट खेलने की जो क्षमता है वह अद्भुत है

"रेड्डी जैसे बल्लेबाज़ इन परिस्थितियों में हर टीम को चाहिए होते हैं"

कैनबरा में सीमरेखा से 15 ग़ज़ की दूरी पर ध्रुव जुरेल ने अभ्यास के दौरान बैकफ़ुट से शॉट खेला जो स्क्वायर की ओर जा रही थी। ठीक वहीं नीतीश कुमार रेड्डी भी थ्रोडाउन कर रहे थे। किसी ने चेतवानी भरे स्वर में आवाज़ दी लेकिन शायद इसकी ज़रूरत नहीं थी। क्योंकि रायन टेन डेशकाटे के साथ अभ्यास कर रहे रेड्डी ने उनकी ओर आ रही इस गेंद को भी हिट करने के लिए अपना ध्यान केंद्रित किया।

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असली शुरुआत पर्थ से हुई। यह आभास होने के बाद कि इन परिस्थितियों में तेज़ गेंदबाज़ों को खेलना काफ़ी कठिन है और पिच पर अधिक टर्न नहीं है, जब नेथन लायन गेंदबाज़ी के लिए आए तब रेड्डी ने आठ गेंदों पर तीन चौके जड़ डाले। एक गेंद उन्होंने डाउन द ग्राउंड खेला, दूसरी बाउंड्री उन्होंने कवर के ऊपर इनसाइड आउट खेलते हुए प्राप्त की। जबकि तीसरा चौका उन्हें रिवर्स स्वीप पर प्राप्त हुआ।

अपनी हार्ड हीटिंग क्षमता से रिकी पोंटिंग तक को प्रभावित कर देने वाले ट्रैविस हेड ESPNcricinfo के गेंद दर गेंद आंकड़े के अनुसार इस सीरीज़ में अब तक आक्रामक शॉट के ज़रिए सबसे ज़्यादा रन बटोरने वाले बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने ऐसा करते हुए 54 गेंद पर 156 रन बटोरे हैं। रेड्डी इस मामले में दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने 36 गेंद पर 114 रन बटोरे हैं।

दूसरे टेस्ट में मिचेल स्टार्क ने उन्हें हल्का रूम दिया, गेंद की लेंथ अच्छी थी लेकिन रेड्डी के पास अपने बाज़ुओं को खोलने का मौक़ा था और उन्होंने इस अवसर को दोनों हाथों से भुना लिया। होस्ट ब्रॉडकास्ट के अनुसार गेंद 116 किमी प्रति घंटे की गति से आई थी और उन्होंने गेंद को उसी गति से भेजा। रेड्डी ने स्कॉट बोलैंड को अपरंपरागत शॉट खेलते हुए रिवर्स स्वीप कर दिया और गेंद आधे दर्जन रनों के लिए चली गई।

शुक्रवार को टेन डेशकाटे ने कहा, "रेड्डी ने वो सबकुछ किया है जो एक युवा खिलाड़ी इतने कम समय में कर सकता है और हमें लगता है कि उनमें काफ़ी संभवानाएं हैं।"

Nitish Kumar Reddy जिस क्रम पर बल्लेबाज़ी करते वहां वह भारत के लिए काफ़ी उपयोगी साबित हो सकते हैं  Getty Images

जब रेड्डी को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना गया तब उन्होंने सिर्फ़ 25 प्रथम श्रेणी मैच खेले थे, जिनमें उनके नाम एक शतक और दो अर्धशतक थे। ज़ाहिर तौर पर वह बतौर ऑलराउंडर निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करते हैं इसलिए उनके पास बड़ा स्कोर बनाने के अधिक अवसर नहीं होते। दौरे की शुरुआत में रेड्डी संघर्ष कर रहे थे, इंडिया ए के लिए खेलते हुए उन्होंने चार पारियों में 0,17,16 और 38 रन बनाए थे और उन्हें एक विकेट ही हासिल हो पाया था। हालांकि इतने बड़े दौरे के लिए रेड्डी के लिए अनुभव ज़रूरी था।

चार वर्ष पहले ही रेड्डी ने पेशेवर क्रिकेट खेलना शुरू किया है। भारत को एक तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर की ज़रूरत थी, अगले साल भारत को इंग्लैंड का दौरा भी करना है। शार्दुल ठाकुर पहले यह भूमिका भारत के लिए निभा चुके हैं लेकिन उम्र के 33 वर्ष के पड़ाव में शायद वह भविष्य की योजनाओं में फ़िट साबित नहीं हो पाएं। चार में से तीन पारियों में रेड्डी ने 41,42 और 42 रन बनाए। लेकिन साथ ही यह आंकड़ा यह भी दर्शाता है कि अभी रेड्डी को इस पहलू पर और काम करने की ज़रूरत है।

अगर हम रेड्डी की मज़बूती की बात करें तो सबसे ज़्यादा ध्यान उनके आक्रामक शॉट्स ने खींचा। इस सीरीज़ में आक्रामक शॉट्स खेलते हुए हेड की औसत 156 की रही है, जिसका मतलब है कि वो सिर्फ़ एक बार ही आक्रामक शॉट खेलते हुए आउट हुए हैं। जबकि आक्रामक शॉट खेलते हुए रेड्डी की औसत 38 है। चार में से तीन पारियों में वह आक्रामक शॉट खेलते हुए आउट हुए हैं।

टेन डेशकाटे ने कहा, "पर्थ में तैयारी के दौरान एक तरफ़ जहां यह लग रहा था कि उन्हें कुछ पहलुओं पर काम करने की ज़रूरत है वहां से जिस तरह से उन्होंने मैच में प्रदर्शन किया वो प्रशंसनीय है। पहले मैच में हमारा 150 के स्कोर तक पहुंचना बेहतरीन था। उन्हें अभी भी काफ़ी काम करना है लेकिन एक 21 वर्षीय युवा का इस अंदाज़ में तीन पारियां खेलना काफ़ी उत्साहित करने योग्य है।"

ऑस्ट्रेलिया जैसी जगह जहां नई गेंद काफ़ी घातक होती है, जहां मेहमान टीम नियमित तौर पर 100 के स्कोर पर अपने पांच विकेट गंवा देती है। वैसी जगह पर निचले क्रम से आए रन जीत और हार का अंतर पैदा कर सकते हैं, क्योंकि यह वो समय होता है जब गेंद नरम होना शुरू होती है। ऐसी स्थिति में नंबर सात पर बल्लेबाज़ी करने वाले रेड्डी की भूमिका और भी अहम हो जाती है। टीम के लिए अब तक उनका दूसरा सर्वाधिक रन बनाने वाला बल्लेबाज़ होना काफ़ी कुछ बताता है। वह टीम में मौजूद बड़े खिलाड़ियों को खेलते देखते हुए बड़े हुए हैं और वह अब उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं।

Nitish Kumar ReddyAustralia vs IndiaAustralia vs IndiaIndia tour of Australia

अलगप्पन मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के कंसल्टेंट सब एडिटर नवनीत झा ने किया है।