अपनी पसंदीदा गुलाबी गेंद से फ़ॉर्म में लौट सकती हैं एलीस पेरी : मैथ्यू मॉट
ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच ने कहा कि आपको टेस्ट मैच को वनडे क्रिकेट का ही लंबा फ़ॉर्मैट मानकर चलना है

वनडे सीरीज़ में दिशाहीन गेंदबाज़ी करने के बावजूद भारत के ख़िलाफ़ गुरुवार को शुरू होने वाले पिंक बॉल टेस्ट में एलिस पेरी ही नई गेंद की कमान संभालेंगी। तीन वनडे मैचों में पेरी ने कुल 14 ओवर में 103 रन लुटाए और एक भी विकेट नहीं ले सकीं। इन 103 रनों में 26 रन वाइड के ज़रिए आए और किसी भी मैच में कप्तान मेग लानिंग ने उन्होंने अपने निर्धारित 10 ओवर में से आधे से ज़्यादा नहीं करवाए। फिर भी मुख्य कोच मैथ्यू मॉट का मानना है कि गोल्ड कोस्ट में स्थित मेट्रिकौन स्टेडियम के ड्रॉप इन (बाहरी रूप से डाले गए) सतह पर पेरी ही नई गेंद से कारगर सिद्ध होंगी।
मॉट ने कहा, "हमने अंतिम XI और नई गेंद लेने वाले खिलाड़ी की पुष्टि नहीं की। लेकिन पेरी गेंद को अच्छा स्विंग कराती हैं और यह बड़ी बात है। उन्होंने काफ़ी वाइड किए हैं लेकिन टेस्ट में उनका महत्त्व कम हो जाता है। टेस्ट में 20 विकेट लेने पड़ते हैं और अगर वह स्विंग कराती हैं तो इससे विकेट लेने के मौक़े ज़रूर बढ़ते हैं।
वनडे मुक़ाबलों में पेरी ख़ासकर स्मृति मांधना और शेफ़ाली वर्मा के समक्ष लय ढूंढती दिखीं हालांकि मॉट के अनुसार यह 14 दिन का क्वारंटीन बिताने के बाद मैदान पर उतरने की वजह से हुआ। साथ ही उन्होंने बताया कि पेरी अपने दीर्घकालिक मेंटॉर बेन सॉयर के साथ गेंदबाज़ी में सुधार लाने पर काम कर रहीं हैं। मॉट का कहना है, "वो ऐसी खिलाड़ी हैं जिन्हें पता है उन्हें क्या करना है। हमें नेट्स में इस पर काम करने का समय नहीं मिला है लेकिन सॉयर हमारे बोलिंग कोच भी हैं और उन्हें अच्छी तरह जानते भी हैं। उनकी और पेरी की लगातार बातचीत चली आ रही है। पेरी को ख़ासा परेशान बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों ने किया है। टेस्ट मैच में वो लंबे स्पेल डालकर इसमें सुधार ला सकती हैं। पेरी नए फ़ॉर्मैट में खेलने के लिए बहुत उत्साहित हैं क्योंकि वो इस स्तर पर एक ज़बरदस्त बल्लेबाज़ रहीं हैं।"
सॉयर के साथ मंगलवार को नेट्स में अलिसा हीली के पति मिचेल स्टार्क भी मौजूद थे और ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ों को पिंक बॉल के बर्ताव के बारे में अपने अनुभव के आधार पर सलाह देते दिखे।
मॉट ने यह भी बताया कि टेस्ट से पहले बल्लेबाज़ी से जुड़े मीटिंग में पेरी ने काफ़ी कुछ अपने साथियों के साथ साझा किया। 2017 में नॉर्थ सिडनी ओवल में ऑस्ट्रेलिया के इकलौते पिंक बॉल टेस्ट में पेरी ने इंग्लैंड के विरुद्ध 213 रन बनाए थे।
मॉट ने कहा, "उन्होंने यह समझाया कि बदलती हुई परिस्थितियों में पारी का निर्माण कैसे किया जाता है। पिंक बॉल टेस्ट का यही रोमांच है। मैच में ऐसे मोड़ आते हैं जब आपको बस रन रोकने पर ध्यान देना पड़ता है। लेकिन मौक़ा मिलते ही आपको विकेट लेने के लिए आक्रामक गेंदबाज़ी भी करनी पड़ती है। और इसमें तेज़ गेंदबाज़ ही नहीं स्पिनर भी बराबर के भागीदार होते हैं।"
ऑस्ट्रेलिया के पिछले दो टेस्ट ड्रॉ हुए हैं और मुक़ाबला चौथी पारी तक भी नहीं गया है। मॉट चाहते हैं की ऑस्ट्रेलिया अपने 50 ओवर के क्रिकेट की सकारात्मकता को टेस्ट क्रिकेट के पर्दे पर उतारें।
उन्होंने कहा, "आपको टेस्ट मैच को वनडे क्रिकेट का ही लंबा फ़ॉर्मैट मानकर चलना है। आप तीव्रता के साथ पारी को बढ़ाएं और हर खिलाड़ी को उनके रोल के अनुसार बल्लेबाज़ी करने को कहें। मुझे लगता है भारत भी उसी तरीक़े से खेलेगा। उनकी बल्लेबाज़ी भी काफ़ी आक्रामकता पर आधारित है और वो ज़रूर अपने शॉट खेलेंगे। मुझे लगता है यह मैच काफ़ी क़रीबी मामला होगा। जो टीम 20 विकेट लेने लायक मौक़ों पर ज़्यादा चौकन्ना होगी वही विजयी बनकर निकलेगी।"
ऐलेक्स मैल्कम ESPNcricinfo में असोसिएट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर असेस्टिंट एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है।
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