लेथम ने बोल्ट के ओवर बचाए रखने के फ़ैसले का बचाव किया
पहले वनडे में बोल्ट ने पांच ओवर में 12 रन देकर तीन विकेट ले लिए थे लेकिन उसके बाद उन्हें 29वें ओवर में ही आक्रमण पर लाया गया

ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पहले वनडे में ट्रेंट बोल्ट के उपयोग पर काफ़ी चर्चा हुई है। हालांकि इस फ़ैसले के पीछे ऑस्ट्रेलियाई टीम की बल्लेबाज़ी में गहराई बताई जा रही है।
बोल्ट ने अपने ओपनिंग स्पेल में 12 रन देकर तीन विकेट लिए थे और ऑस्ट्रेलिया 233 के लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले 10 ओवर में 38 पर चार विकेट गंवा चुका था। बोल्ट को ऐसे में आक्रमण से हटा लिया गया और मैट हेनरी के मार्कस स्टॉयनिस को आउट करने के बावजूद बोल्ट को दोबारा 29वें ओवर में गेंदबाज़ी पर बुलाया गया। तब तक ऐलेक्स कैरी और कैमरन ग्रीन के बीच एक ज़बरदस्त साझेदारी पनप चुकी थी।
बाद में गेंदबाज़ी करते हुए बोल्ट ने ग्लेन मैक्सवेल को आउट किया ज़रूर लेकिन तब तक स्पष्ट था कि मैच जीतने का मौक़ा हाथ से छूट गया है। मैच के बाद बोल्ट ने कहा था कि वह ख़ुद तो गेंदबाज़ी करते रहने को तैयार थे लेकिन उन्हें बाद के लिए रखने का फ़ैसला ऑस्ट्रेलिया के गहरे बल्लेबाज़ी क्रम को देख किया गया था। बुधवार को उपकप्तान टॉम लेथम ने इस बात की पुष्टि की।
लेथम ने कहा, "आप इसे दोनों तरीक़ों से देख सकते हैं। आप एक और ओवर करवा सकते थे या ऑस्ट्रेलिया की गहराई देखते हुए उन्हें बाद के लिए बचा कर रख सकते थे। हमारे पास ऐसे गेंदबाज़ हैं कि हम मानते है वह किसी भी स्थिति में लौटकर विकेट ले सकते हैं। शायद अगले मैच में ऐसी ही स्थिति में हम इसका उल्टा करेंगे। हम अपने खिलाड़ियों को बैक करते हैं और इस स्थिति में केन [विलियमसन] का यह फ़ैसला था कि हम कुछ ओवर बचाकर रखेंगे।"
लॉकी फ़र्ग्यूसन के अतिरिक्त गति ने बल्लेबाज़ों को थोड़ा परेशान ज़रूर किया लेकिन बोल्ट को वापस लाने से पहले मिचेल सैंटनर, माइकल ब्रेसवेल और जिमी नीशम को भी गेंदबाज़ी पर लाया गया। डे-नाइट मुक़ाबले में कृत्रिम रोशनी के तले स्पिन गेंदबाज़ों को वह मदद नहीं मिली जो पहली पारी में मैक्सवेल और ऐडम ज़ैम्पा को नियमित रूप से मिल रही थी।
लेथम ने कहा, "विकेट शायद बल्लेबाज़ी के लिए थोड़ी बेहतर बन गई। गेंद अच्छी गति के साथ बल्ले पर आने लगी। हमने नई गेंद के साथ जो दबाव बनाया और विकेट लिए, वह शानदार था लेकिन उस साझेदारी के सामने हम कुछ ख़ास नहीं कर पा रहे थे। अगर कल ऐसा हुआ तो उम्मीद है हम कुछ और अवसर बनाएंगे और विकेट गिरा पाएंगे।"
ऐंड्रयू मक्ग्लैशन ESPNcricinfo के डिप्टी एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा लीड देबायन सेन ने किया है।
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