डीन एल्गर : मेरे अंदर टेस्ट कप्तान बने रहने की भूख अब भी ज़िंदा है
2021 में कप्तानी की बागडोर संभालने के बाद से इस सलामी बल्लेबाज़ ने एक भी शतक नहीं बनाया है

व्यक्तिगत ख़राब फ़ॉर्म और बतौर कप्तान अपनी लगातार दूसरी टेस्ट सीरीज़ गंवाने के बावजूद साउथ अफ़्रीका के टेस्ट कप्तान डीन एल्गर ने कहा है कि उनमें इस पद पर बने रहने की 'भूख' अब भी ज़िंदा है।
साल 2021 में कप्तानी की बागडोर संभालने के बाद से एल्गर ने एक भी शतक नहीं बनाया है जबकि इस दौरान उनकी औसत महज़ 28.40 की है। पिछली 10 पारियों में तो उन्होंने 36 का आंकड़ा भी पार नहीं किया है। यह स्वीकार करते हुए कि उन्हें थोड़े आराम की आवश्यकता है, एल्गर ने कहा कि वह इस विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में अपनी अंतिम सीरीज़ और उसके बाद भी साउथ अफ़्रीका का नेतृत्व करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। साउथ अफ़्रीका को इस साल फ़रवरी और मार्च में घर पर दो टेस्ट मैचों के लिए वेस्टइंडीज़ की मेज़बानी करनी है।
सिडनी टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद एल्गर ने कहा, "हमें दो (टेस्ट) खेलने हैं जिसके बाद संभवतः मेरे पास गली क्रिकेट के लिए बहुत समय होगा। फिर दबाव थोड़ा कम हो जाएगा। हालांकि मुझे दबाव पसंद है। अगर मैं इस समय रन बना रहा होता तो मेरे लिए यह कहना आसान होता (कि मैं बरक़रार रहना चाहता हूं) लेकिन आपको तह तक जाकर ख़ुद से यह सवाल करना पड़ता है और मैं तैयार हूं। मुझमें वह भूख और जोश है।"
मैच के बाद टीवी साक्षात्कारों में एल्गर थोड़ा अधिक उत्साहित थे और उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है वह 2022 की निराशा के बाद रनों में लौट आएंगे। फिर प्रेस कॉन्फ़्रेंस में उन्होंने स्वीकार किया कि वह इस सीरीज़ में लगातार आउट होने के अपने तरीक़ों से नाख़ुश थे। इस सीरीज़ में छह में से तीन बार एल्गर लेग साइड की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हुए हैं।
एल्गर ने कहा, "यह एक या दो बार हुआ होता तो मैं स्वीकार कर लेता लेकिन तीसरी बार भी ऐसे आउट होने से मुझे परेशानी है। आमतौर पर आपके आउट होने का तरीक़ा होता है और गेंदबाज़ उसका फ़ायदा उठाते हैं। यह कुछ नया है और 10 वर्षों के टेस्ट करियर के बाद यह मेरे लिए थोड़ा विचित्र है। मैं खुले मन के साथ इसे देखूंगा। यह निराशाजनक था कि मैं इस सीरीज़ में लय पकड़ ही नहीं पाया और जब मैंने लय प्राप्त की, मैं रन आउट हो गया। मैं अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहा हूं और मेरी तैयारी अच्छी है। ऐसे भी मौक़े रहे हैं जब मैंने इससे ख़राब बल्लेबाज़ी करते हुए अच्छा प्रदर्शन किया है जो इस खेल की विचित्र बात है।"
इसका अर्थ यह नहीं है कि वह अपनी तकनीक पर चिंतन-मनन करना शुरू कर देंगे। एसए20 में नहीं चुने जाने के बाद वह जनवरी में आराम करने को देख रहे हैं। एल्गर 12 फ़रवरी से शुरू हो रहे घरेलू चार-दिवसीय टूर्नामेंट के दूसरे चरण में वापसी करने की सोच रहे हैं।
एल्गर के अलावा टेस्ट टीम के उपकप्तान तेम्बा बवूमा, सलामी बल्लेबाज़ सारेल अर्वी और ख़ाया ज़ॉन्डो एसए20 का हिस्सा नहीं होंगे। वहीं टेस्ट टीम के अन्य सदस्य इस नई टी20 प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की तैयारी करेंगे। एल्गर के अनुसार यह दौरा कठिन था और इसने कई निशान छोड़े हैं।
हालांकि सीरीज़ के अंतिम दिन साउथ अफ़्रीका की बल्लेबाज़ी ने कप्तान को उम्मीद की किरण दी है। पहली पारी में साउथ अफ़्रीका ने 255 रन बनाए जो पिछली नौ पारियों में टीम का सर्वाधिक स्कोर है। इसके अलावा जब खेल को समाप्त किया गया तब टीम दो विकेट पर 106 रन पर थी। एल्गर का मानना है कि टीम ने जज़्बा दिखाया और उनके पास इस मैच में कई सकारात्मक पहलू रहे।
इन सभी के बावजूद साउथ अफ़्रीका इस बात से मुंह नहीं मोड़ सकता है कि वह इस सीरीज़ में किसी प्रकार की चुनौती पेश करने में नाकाम रहा। अंतरिम कोच मालिबॉन्गवे माकेटा ने इसे "एक बेहतर, कौशल से परिपूर्ण और अनुभवी टीम के हाथों मिली हार" बताया। उन्होंने टीम को एक बार फिर अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने को कहा। इसमें बल्लेबाज़ी क्रम का संयोजन तथा मुख्य कोच की नियुक्ति शामिल है। इस बात की संभावना है कि साउथ अफ़्रीका अपने घरेलू लाल-गेंद क्रिकेट में बदलाव कर सकता है।
एल्गर ने कहा, "सच कहूं तो हमारे भी डीएनए में भावनाएं हैं। हम भी इंसान हैं और हम भी भावुक हो सकते हैं। हमें बेहद गौरवान्वित राष्ट्र हैं और हम जीतने के लिए खेलते हैं। जब चीज़ें आपके अनुसार नहीं होती हैं, तो इस तरह के विचार आपकी रगों में दौड़ते हैं।"
फ़िरदौस मूंडा ESPNcricinfo की साउथ अफ़्रीकी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।
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