आंकड़े: पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश ने रचा इतिहास
बांग्लादेश ने पहली बार पाकिस्तान के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ जीती जबकि विदेशी सरज़मीं पर उनकी ये तीसरी जीत है

बांग्लादेश ने रावलपिंडी में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में छह विकेट से जीत दर्ज करते हुए पाकिस्तान के ख़िलाफ़ दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ में 2-0 से क्लीन स्वीप कर लिया। ये पहली बार है जब बांग्लादेश ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कोई टेस्ट सीरीज़ जीती हो। हालांकि ये इतनी आसान नहीं रही। पाकिस्तान के 274 रन के जवाब में बांग्लादेश ने पहली पारी में एक समय 26 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे।
इसके बाद लिटन दास के बेहतरीन शतक और मेहदी हसन मिराज़ के अर्धशतक की बदौलत बांग्लादेश ने 262 रन बना लिए। लिटन ने 138 रन की पारी खेली जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच से नवाज़ा गया जबकि सीरीज़ में 155 रन और 10 विकेट लेने वाले ऑलराउंडर मिराज़ को प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ से नवाज़ा गया।
एक नज़र डालते हैं इस रोमांचक टेस्ट मैच में बने कुछ दिलचस्प आंकड़ों पर।
3 बांग्लादेश की ये घर से बाहर ये तीसरी टेस्ट सीरीज़ जीत है। इससे पहले उन्होंने विदेशी सरज़मीं पर वेस्टइंडीज़ को 2009 में 2-0 से हराया था और फिर 2021 में ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ उन्हें एकमात्र टेस्ट में जीत नसीब हुई थी।
1 इससे पहले पाकिस्तान अपने घर में सिर्फ़ एक बार एक या एक से ज़्यादा टेस्ट सीरीज़ के सभी मुक़ाबले हारा था, जब इंग्लैंड ने 2022 दौरे पर पाकिस्तान को तीन टेस्ट मैचों में 3-0 से शिकस्त दी थी।
4 पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पहली पारी में बढ़त लेने के बाद घर में पाकिस्तान की ये चौथी हार है। इस टेस्ट में पाकिस्तान को पहली पारी के आधार पर 12 रन की बढ़त मिली थी। इससे पहले 2000 में कराची में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पाकिस्तान पहली पारी में 17 रन की बढ़त लेने के बाद भी हार गया था।
10 पाकिस्तान की दूसरी पारी में सभी 10 विकेट तेज़ गेंदबाज़ों को हासिल हुए। ये पहला मौक़ा था जब बांग्लादेश ने किसी टेस्ट पारी के सभी 10 विकेट तेज़ गेंदबाज़ों द्वारा हासिल किए। इससे पहले चार बार बांग्लादेशी पेसर्स ने नौ विकेट पारी में लिए थे।
21 पहली पारी में बांग्लादेश के टॉप छह बल्लेबाज़ों ने मिलकर 21 रन ही बनाए थे। ऐसा टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सिर्फ़ दूसरी बार हुआ, जब इतने कम रन बनाने के बावजूद उस टीम को जीत हासिल हुई हो। इससे पहले इंग्लैंड के टॉप छह बल्लेबाज़ों ने 17 रन बनाए थे और फिर ऑस्ट्रेलिया को हराते हुए टेस्ट जीत लिया था। (2000 में खेले गए सेंचुरियन टेस्ट को इससे बाहर रखा गया है, जहां इंग्लैंड और साउथ अफ़्रीका ने अपनी अपनी पहली पारी फ़ॉरफ़िट कर दी थी।)
26 बांग्लादेश का छठा विकेट इसी योग पर गिरा था। इससे कम रन बनाकर छह विकेट खोने के बाद सिर्फ़ एक ही टीम विजेता रही है। जब इंग्लैंड के छह विकेट 17 रन पर 1887 में सिडनी टेस्ट में गिर गए थे और फिर वह मैच इंग्लैंड जीत गया था। पाकिस्तान ने भी एक बार अपने पहले छह विकेट 26 रन पर भारत के ख़िलाफ़ 1999 में गंवा दिया था और फिर वहां से कोलकाता में खेला गया वह मैच 46 रन से जीत लिया था।
10 पाकिस्तान अब अपने घर में लगातार दसवीं बार कोई टेस्ट नहीं जीता है। इससे पहले 1969 और 1975 के बीच ही पाकिस्तान ने बिना जीत के इससे ज़्यादा टेस्ट खेले थे - उस दौरान पाकिस्तान को 11 मैचों तक जीत नहीं नसीब हुई थी।
पिछले 25 सालों में अपने घर में इतने लंबे अंतराल से टेस्ट न जीतने का रिकॉर्ड सिर्फ़ दो टीमों के पास है। 2013 से ज़िम्बाब्वे ने अब तक अपने घर में बिना जीते 14 टेस्ट खेले हैं। तो वहीं बांग्लादेश को 2005 से लेकर 2014 तक अपने घर में 27 टेस्ट मैचों में जीत नसीब नहीं हुई थी।
5 शान मसूद की कप्तानी में पाकिस्तान को सभी पांच मैचों में हार मिली है। पाकिस्तान के लिए इससे पहले किसी कप्तान को डेब्यू करने के बाद इतने मैचों में लगातार हार नहीं मिली थी। अगर विश्व क्रिकेट की बात करें तो मसूद उन चुनिंदा आठ कप्तानों में से एक हैं जिन्हें टेस्ट कप्तानी के डेब्यू के बाद से पांच या उससे ज़्यादा मैचों में लगातार हार मिली हो।
इनमें से चार तो बांग्लादेश के ही कप्तान रहे हैं - ख़ालिद मसूद (12), ख़ालिद महमूद (9), मोहम्मद अशरफ़ुल (8) और नईमुर रहमान (5)। इनके अलावा ज़िम्बाब्वे के ग्रेम क्रीमर (6), न्यूज़ीलैंड के केन रदरफ़र्ड (5) और वेस्टइंडीज़ के क्रेग ब्रैथवेट (5) का नाम शामिल है।
संपत बंडारुपल्ली ESPNcricinfo स्टैट्स टीम में हैं
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