बीसीसीआई ने द्रविड़ को कोच बनाए रखने का दिया ऑफ़र
हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि द्रविड़ ने ऑफ़र स्वीकार किया है या नहीं

बीसीसीआई ने राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम का प्रमुख कोच बने रहने का ऑफ़र दिया है। ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को पता चला है कि यह ऑफ़र बीसीसीआई ने पिछले सप्ताह दिया है। बता दें कि वनडे विश्व कप के बाद द्रविड़ का कार्यकाल ख़त्म हो गया था।
हालांकि, यह अभी भी नहीं पता चला है कि द्रविड़ ने यह ऑफ़र स्वीकार किया है या नहीं। यह पता चला है कि बीसीसीआई द्रविड़ के साथ बने रहने के लिए उत्सुक था, इसका एक महत्वपूर्ण कारण यह था कि पिछले दो वर्षों में उन्होंने जो संरचना बनाई थी, उसमें निरंतरता बनी रहे, जो नए कोच के आने से बाधित हो सकती थी।
अगर द्रविड़ ऑफ़र को स्वीकार करते हैं तो उनके दूसरे कार्यकाल में पहला दौरा साउथ अफ़्रीका का होगा जहां पर 10 दिसंबर से सफ़ेद गेंद क्रिकेट खेला जाएगा जिसमें तीन टी20आई और तीन वनडे होंगे। इसके बाद 26 दिसंबर से पहला टेस्ट और 3 जनवरी से दूसरा टेस्ट खेला जाएगा। इसके बाद टी20 विश्व कप से पहले भारत घर में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेलेगा।
2021 में हुए टी20 विश्व कप के बाद द्रविड़ ने रवि शास्त्री की जगह ली थी। उनका कार्यकाल वनडे विश्व कप के बाद ख़त्म हो गया था जहां भारत उप विजेता रहा था। यह उनके कार्यकाल में आईसीसी इवेंट में भारत का संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। इससे पहले भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में भी उप विजेता रहा था। वहीं 2022 टी20 विश्व कप में भारत सेमीफ़ाइनल में इंग्लैंड से हारा था।
अगर द्रविड़ जारी रखते हैं तो उम्मीद है कि सहायक स्टाफ़ भी वही रहेगा, जिसमें विक्रम राठौड़ बल्लेबाज़ी कोच, पारस म्हांब्रे गेंदबाज़ी कोच और टी दिलीप क्षेत्ररक्षण कोच रहेंगे।
विश्व कप फ़ाइनल में हार के बाद द्रविड़ ने कहा था कि वह गर्व महसूस करते हैं कि भारत तीनों प्रारूपों में नंबर एक टीम है, लेकिन ग्लोबल ट्रॉफ़ी नहीं मिल पाना निराशाजनक है। एक से अधिक बार यह पूछे जाने पर कि क्या वह कोच बने रहना चाहेंगे, द्रविड़ ने कहा कि उन्होंने इसके बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचा है, क्योंकि वह विश्व कप की तैयारी में व्यस्त थे।
द्रविड़ ने कहा था, "मैंने इसके बारे में नहीं सोचा है। मेरे पास समय ही नहीं था, जब मुझे समय मिलेगा तब सोचूंगा। लेकिन अभी मेरा पूरा ध्यान विश्व कप कैंपेन पर है। मैंने भविष्य के बारे में कतई नहीं सोचा है।"
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्यूज़ एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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