MCG में कठिन होती बल्लेबाज़ी ने क्या मुक़ाबले में ऑस्ट्रेलिया को आगे खड़ा कर दिया है?
भारत को पांचवें दिन टेस्ट जीतने के लिए MCG में अब तक का सबसे सफल चेज़ करना होगा
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मेलबर्न टेस्ट के चौथे दिन का लेखा जेखा संजय मांजरेकर और सैयद हुसैन के साथMCG टेस्ट में पलड़ा लगातार बदल रहा है और अंतिम दिन से पहले वह एक ऐसे मोड़ पर पहुंच गया है जो हालिया दिनों में कम ही देखने को मिलता है।
दूसरी पारी में शुरुआती झटकों से उबरते हुए ऑस्ट्रेलिया ने एक विकेट शेष रहते 333 रनों की अच्छी ख़ासी बढ़त हासिल कर ली है। चौथे दिन भारत अच्छी स्थिति में नज़र आ रहा था जब उसने 91 के स्कोर पर मेज़बानों के छह विकेट गिरा दिए थे लेकिन पुछल्ले क्रम को पवेलियन लौटाने में उन्हें संघर्ष करना पड़ा और अब भारत को यह टेस्ट जीतने के लिए MCG में सबसे सफल चेज़ करना होगा।
139 गेंदों पर 70 रन बनाने वाले मार्नस लाबुशेन ने कहा कि उन्हें हमेशा यही लगा कि उनकी टीम मैच में आगे है। पहली पारी में 105 रनों की बढ़त हासिल करने वाली ऑस्ट्रेलिया के लिए स्कॉट बोलैंड और नेथन लायन ने मिलकर अंतिम विकेट के लिए नाबाद 55 रनों की साझेदारी कर ली है।
लाबुशेन ने कहा, "मुझे यह महसूस हुआ कि हम मैच में आगे थे। मैं बल्लेबाज़ी कोच माइकल डि वेनिटु के साथ बैठा हुआ था और हर गेंद देख रहा था। हम रनों के लिए दौड़ रहे थे, बाय हो या ओवरथ्रो हो हम रन बटोर रहे थे। खेल भी नो बॉल पर विकेट और अंतिम गेंद पर चौके के साथ समाप्त हुआ। मेरा मतलब जो लोग यह कहते हैं कि टेस्ट क्रिकेट आज के समय में उतना दिलचस्प नहीं रह गया है, मैं यह कहना चाह रहा हूं मैं एक खिलाड़ी हूं और मैच देखने के दौरान मैं काफ़ी उत्साहित था।"
हालांकि यह भी है कि पांचवें दिन पिच बल्लेबाज़ी के लिए और मुश्किल हो जाएगी।
आकाश दीप की गेंद लाबुशेन के बाजु पर जा लगी थी और जब वह यह बात बोल रहे थे तब उन्होंने अपने दाहिने बाजु पर पट्टी पर बांधी हुई थी।
"खेल आगे बढ़ने के साथ ही पिच पर उछाल कम और अनियमित हो गई है। मैच में अब तक सीम मूवमेंट लगभग एक जैसी ही रही है लेकिन जिस तरह से उछाल कम हुई है उसने यहां बल्लेबाज़ी कठिन बना दी है। काफ़ी छोटी गेंदें भी स्टंप को हिट कर रही हैं।"
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मेलबर्न टेस्ट के चौथे दिन से जुड़े अहम सवालों पर संजय मांजरेकर का फ़ैसलाभारत के भी ध्यान में भी यह बात है लेकिन वह पहली पारी की अपनी ग़लतियों से सीखने की सोच रहा है, जब उन्होंने अपने कई विकेट गुच्छों में गंवा दिए थे और 191 के स्कोर पर 6 विकेट गिरने के बाद नीतीश कुमार रेड्डी के शतक से भारत की मैच में वापसी हुई थी।
रेड्डी ने कहा, "जहां तक पिच की बात है तो मुझे लगता है कि यहां एक या दो अच्छी साझेदारी की ज़रूरत है। पिच हरकत कर रही है और चौथे दिन यह अधिक अलग नज़र आ रही थी। लेकिन हम यह सोचकर चिंता करने की ज़रूरत नहीं है कि पिच किस तरह बर्ताव कर रही है बल्कि हमें परिस्थिति के हिसाब से बल्लेबाज़ी करने की ज़रूरत है।"
रेड्डी ने आगे कहा, "ज़ाहिर तौर पर दूसरी पारी में मुझे फिर से शुरुआत करनी होगी। ऐसा नहीं होगा कि मैं अपनी पारी की शुरुआत 100 के स्कोर से करूंगा। यह एक अलग पारी है और मुझे उसी हिसाब से शुरुआत करनी होगी। हां लेकिन जो कुछ भी रणनीति मैंने पहली पारी के दौरान अपनाई थी, उन्हीं रणनीति को इस पारी में भी अमल में लाने की कोशिश करूंगा। मुझे लगता है कि मुझे इस शतक को पीछे छोड़कर नए तरह से अगली पारी की शुरुआत करनी होगी। हम बल्लेबाज़ी में और मज़बूती के साथ आएंगे और पहली पारी में जो ग़लतियां हमने की हैं उन्हें सुधारने की कोशिश करेंगे। हमें पहले अंतिम विकेट निकालना है और फिर उस हिसाब से अपनी रणनीति तैयार करनी है।"
अलगप्पन मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर नवनीत झा ने किया है।
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