रॉयल्स पर चला जाडेजा-अली की स्पिन का चाबुक, चेन्नई सुपर किंग्स की जीत
लक्ष्य का पीछा करते हुए सैमसन की टीम ने आठ रनों के अंदर ही गंवा दिए थे पांच विकेट
Hindi preview with Irfan Pathan: CSK vs RR
Irfan Pathan looks ahead to the face-off between Chennai Super Kings and Rajasthan Royalsचेन्नई सुपर किंग्स नौ विकेट पर 188 (डुप्लेसी 33, अली 26, साकरिया 3-36, मॉरिस 2-33) ने राजस्थान रॉयल्स नौ विकैट पर 143 (बटलर 49, उनादकट 24, अली 3-7, करन 2-24, जाडेजा 2-28) को 45 रन से हराया।
11वें नंबर तक का बल्लेबाजी क्रम एक बार दोबारा कई मायनों में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की ख़ामियों को छुपाने में क़ामयाब रहा, ख़ासकर दो मौकों पर, लेकिन इसके अलावा उनकी टीम में सभी चीजें सही जा रही हैं। यह राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ और निखरकर आया, जहां 188 रनों का पीछा करते हुए रॉयल्स की टीम मध्य ओवरों में ही बिखर गई, सही मायनों में मैच खत्म होने से पहले ही वह मैच को हार गई थी।
रिस्क लेने वाले ओपनर
जब फाफ डुप्लेसी बल्लेबाजी को उतरे तो वह जानते थे कि कि उन्हें एक छोर से तेजी से रन बनाने की जरूरत है, क्योंकि दूसरे छोर पर ऋतुराज गायकवाड़ लय से जूझ रहे हैं। जयदेव उनादकट को तब कुछ समझ नहीं आया जब डुप्लेसी ने उनके एक ओवर में विकेट के पीछे लैप शॉट से दो लगातार चौके लगा दिए और एक छक्का सामने साइट स्क्रीन की ओर। डुप्लेसी सीएसके के उन बल्लेबाजों में से हैं जो अपरांपगत शॉट लगाने की कोशिश करते हैं, जिससे उनकी टीम पावरप्ले में दो विकेट पर 46 रन बना सकी, उनकी क्रीज पर मौजूदगी दूसरे छोर के रक्षात्मक बल्लेबाज को थोड़ा सांस लेने का मौका जरूर दे देती है। ऋतुराज के पास पावर गेम नहीं है और वह अपनी तीनों पारियों में ही लय से कोसों दूर नजर आए हैं।
लुप्त होता कप्तान
पहले ऐसा कई बार हुआ करता था कि जब एम एस धोनी क्रीज पर आते थे तो स्कोर 125 रहता था और छह ओवर बचे होते थे, तब वह अंतिम ओवर में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करके अपनी टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचा देते थे। यहां उन्होंने अपनी पारी में 37 गेंद खेली और 17 ही रन बनाए। डेथ ओवरों के समय खेली गेंदों से आधे रन कभी भी अच्छे साबित नहीं हो सकते।
इसका श्रेय रॉयल्स को भी दिया जा सकता है, क्योंकि उन्होंने उन्हें स्पिन खेलने को मजबूर किया जो वह अपनी पारी की शुरुआत में खेलना पसंद ही नहीं करते हैं और इसके अलावा दो बायें हाथ के तेज गेंदबाज, खासकर चेतन साकरिया जो बहुत अच्छी तरह से गति में परिवर्तन कर रहे थे। सिर्फ धोनी की ताकत ही लुप्त नहीं हुई, दरअसल रॉयल्स जानते थे कि ऐसा करने के लिए क्या किया जाए।
आखिरी ओवरों का रोमांच
सीएसके के पास निचले क्रम तक बल्लेबाजी है और वह बल्ला घुमाना रोक नहीं सकते थे। सैम करन ने अपनी दूसरी ही गेंद पर डीप प्वाइंट पर ताकत भरा कट शॉट खेला और छक्का लगा दिया। यह पता लगाना मुश्किल है कि उनके पास कितनी ताकत है और वह किस फ्रेम में थे, लेकिन उन्होंने इसे बेहद आसानी से कर दिखाया। दूसरी ओर ड्वेन ब्रावो, जिन्होंने अपनी पारी की शुरुआत अपने पसंदीदा एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से लगाई ड्राइव से की, जो सीधा उन्हें छक्का दे गई। वह हर गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाने के लिए मेहनत कर रहे थे, जो दिख भी रहा था और एक समय ऐसा भी आया जब उनके हाथ से शॉट लगाते वक्त बल्ला भी छूट गया। खैर, इनके प्रयासों की वजह से ही सीएसके आखिरी तीन ओवरों में 45 रन बना सकी और अंत में 188 रनों का स्कोर खड़ा कर सकी।
नया मिस्टर सुपर किंग्स
पिछले सीजन में रवींद्र जाडेजा सीएसके के सर्वश्रेष्ठ हिटर थे और परिणाम स्वरुप टीम प्रबंधन ने उन्हें ज्यादा गेंद खेलने का मौका दिया। जाडेजा 14वें ओवर में बल्लेबाजी करने आए, लेकिन वह 2020 वाली अपनी बड़ी हिटिंग का मुजायरा इस बार नहीं कर सके, लेकिन हां उन्होंने अपनी गेंदबाजी में लय इस मैच में जरूर पा ली। जोस बटलर को डाली गई उनकी खूबसूरत गेंद इस बात की गवाही देती है। यह गेंद मिडिल एंड लेग स्टंप पर पड़ी और यह गेंद इतनी तेज और उछाल भरी थी कि इसने बल्लेबाज को पीछे या आगे जाकर खेलने का मौका ही नहीं दिया। गेंद तेजी से लेग स्पिन हुई और मिडिल और ऑफ स्टंप से जा टकराई। बटलर इतना अच्छा कर रहे थे कि उनका संतुलन और विकेट दोनों उनके हाथ से फिसल गया। इसके बाद तो रॉयल्स के विकेटों की झड़ी लग गई। दो विकेट जाडेजा ने, तीन विकेट मोईन अली ने मात्र आठ रन देकर झटक लिए। इन पांच विकेटों में आउट होने वाले बल्लेबाज भी बटलर के अलावा शिवम दुबे, डेविड मिलर, क्रिस मॉरिस और रियान पराग थे, जो रॉयल्य के मध्य क्रम की जान थे। हालांकि, यहां इन बल्लेबाजों का गलत शॉट चयन भी था, दो बल्लेबाज एक्रास द लाइन जाकर खेलने के प्रयास में एलबीडब्ल्यू हुए और अन्य दो बल्लेबाज स्लॉग स्वीप मारने के प्रयास में डीप में पकड़े गए। ऐसे में एक समय दो विकेट पर 87 रन बनाने वाली रॉयल्स की टीम का स्कोर सात विकेट पर 95 रन पहुंच गया और उनका इस लक्ष्य को पाने का सपना बीच मझधार में पीछे छूट गया।
अलागप्पन मुथु ESPNcricinfo में सब-एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सीनियर सब-एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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