टी20 विश्व कप में 10 दिन का आइसोलेशन, दर्शकों का मास्क पहनना अनिवार्य
बायो-बबल तोड़ने को आईसीसी गंभीरता से लेगा

कोविड -19 महामारी की शुरुआत के बाद से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) अपने पहले विश्व कप की मेजबानी करेगा। 16 पुरुष टीमें 17 अक्टूबर से एक दूसरे के ख़िलाफ़ यूएई और ओमान में टी20 विश्व कप ट्रॉफ़ी के लिए भिड़ेंगी। यूएई में लगभग 94% जनसंख्या को वैक्सीन का कम से कम एक डोज़ लग चुका है।
आईसीसी के एक उच्च अधिकारी एलेक्स मार्शल ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में ऐसे बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करना बहुत ही जटिल मसला है। इसमें सभी प्रतिभागियों को मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ व सुरक्षित रखने के लिए कई सुरक्षा उपायों की ज़रूरत होती है। मार्शल ने गुरुवार को एक मीडिया ब्रीफ़िंग के दौरान कुछ प्रमुख सवालों के जवाब दिए।
यदि बबल में कोई पॉज़िटिव केस आता है तो क्या होगा?
यदि बायो-बबल में कोई पॉज़िटिव आता है, तो उसे दस दिनों के लिए आइसोलेट होना होगा।
पॉज़िटिव पाए गए क़रीबी लोगों के साथ क्या होगा?
किसी कोरोना पॉज़िटिव पाए गए व्यक्ति से 48 घंटे पहले बिना मास्क के मिलने वाले सभी व्यक्ति उसके क्लोज़ कॉन्टैक्ट में माने जाएंगे, बशर्ते उन्होंने कम से कम 15 मिनट उनके साथ बिना मास्क के दो मीटर से कम दूरी पर बिताए हों। ऐसे लोग छह दिन तक आइसोलेट होंगे।
वहीं थोड़े समय के लिए और मास्क पहनकर संपर्क में आए लोगों को 24 घंटे के लिए आइसोलेट होना होगा। इस दौरान उनका टेस्ट भी किया जाएगा, टेस्ट के रिज़ल्ट के अनुसार ही उन्हें आगे के निर्देश दिए जाएंगे।
अगर कोई विपक्षी टीम, सामने वाली टीम में कोरोना केस आ जाने पर मैदान में उतरने से इनकार कर देती है, तो क्या होगा?
इसके लिए आईसीसी ने एक बायोसेफ़्टी साइंटिफ़िक एडवाइज़री समूह (BSAG-बीएसएजी) बनाया है। बीएसएजी BSAG की ज़िम्मेदारी है कि वह प्रतिभागियों की कोरोना से जुड़े हुए सभी चिंताओं को दूर करे और यदि कोई जोख़िम भी हो तो उसकी व्याख्या करे। टोक्यो ओलंपिक एक अच्छा उदाहरण है। वहां कोविड -19 का कोई मामला सामने नहीं आया। क्रिकेट वैसे भी कम बॉडी-कॉन्टैक्ट वाला खेल है। इसलिए इसमें जोख़िम भी बहुत कम होगा।
बीएसएजी एक सुरक्षित आयोजन की योजना बनाने में आईसीसी की सहायता करेगा और विशेषज्ञ सलाह प्रदान करेगा। वे यह सुनिश्चित करने के लिए दैनिक आधार पर बैठक भी करेंगे कि विशेषज्ञ वैज्ञानिक और चिकित्सा सलाह का उपयोग करके सभी कोविड -19 मामलों को उचित रूप से निपटारा किया जाए।
यदि किसी खिलाड़ी को स्कैन/उपचार के लिए अस्पताल जाना हो और उसे बबल छोड़ना पड़े तो क्या होगा?
खिलाड़ी के साथ-साथ बबल की सुरक्षा के लिए एक समर्पित बायोसिक्योर अस्पताल स्थापित किया गया है और इसके लिए विस्तृत प्रोटोकॉल भी बनाया गया है।
अगर कोई बबल के नियमों को तोड़ता है, तो क्या सजा होगी?
इसके लिए तो अभी तक कोई स्पष्ट दिशानिर्देश नहीं है, लेकिन यह कुछ ऐसा है, जिसे हर टीम प्रबंधन को "बहुत गंभीरता से" लेना चाहिए। हम कोई उल्लंघन नहीं देखना चाहते हैं, हमें लगता भी नहीं कि ऐसा होगा। लोग समझते हैं कि यह कितना महत्वपूर्ण है, लेकिन हम यह भी उम्मीद करते हैं कि टीम प्रबंधन और उनका दल पूरी सख़्ती से इसका पालन करे। अगर लोग नियमों को समझते हैं और अनुशासन बनाए रखना इस समस्या का जवाब है तो इसका मतलब है हमारे पास ऐसे मुद्दे नहीं होंगे जो टूर्नामेंट या इसके आनंद को बाधित करेंगे।"
क्या बबल में खिलाड़ियों के परिवार को भी अनुमति दी जाएगी?
परिवार के बहुत सीमित लोगों को खिलाड़ियों के साथ रहने की अनुमति दी जाएगी और उन्हें खिलाड़ियों की तरह ही एक बेहद सख़्त बायो बबल के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। तनाव को कम करने और खिलाड़ियों के लिए अधिक सुखद वातावरण बनाने में करीबी लोग बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। हमने इसे आईपीएल जैसे अन्य आयोजनों में भी देखा है।
क्या मानसिक-स्वास्थ्य के मुद्दों के प्रबंधन के लिए परामर्शदाता भी होंगे?
टूर्नामेंट के दौरान आईसीसी के पास हर समय एक मनोवैज्ञानिक मौजूद रहेगा।
क्या मैदान पर आने वाले दर्शकों को पूरी तरह से टीकाकृत होना आवश्यक है?
इसके लिए स्थानीय सरकार के नियमों का पालन होगा। ओमान और अबू धाबी में प्रशंसकों को स्टेडियम में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह से टीकाकृत होने की आवश्यकता है, लेकिन दुबई और शारजाह में ऐसा नहीं है।
क्या प्रशंसकों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा?
हां।
क्या प्रशंसक खिलाड़ियों के साथ बातचीत कर सकते हैं?
खिलाड़ियों को अलग रखा जाएगा और प्रशंसकों के साथ उनका शारीरिक रूप से सीधा कोई संपर्क नहीं होगा।
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्यूज़ एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के दया सागर ने किया है
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