निशांत सिंधु : मेरा एक ही लक्ष्य है और वो है भारत के लिए खेलना
हरियाणा के हरफ़नमौला खिलाड़ी ने दलीप ट्रॉफ़ी सेमीफ़ाइनल में साउथ ज़ोन के ख़िलाफ़ गेंद और बल्ले दोनों से ही प्रभावशाली प्रदर्शन किया है

दलीप ट्रॉफ़ी सेमीफ़ाइनल में अपने हरफ़नमौला खेल से नॉर्थ ज़ोन के लिए प्रभावशाली प्रदर्शन करने वाले हरियाणा के युवा ऑलराउंडर और अंडर-19 विश्व कप विजेता खिलाड़ी निशांत सिंधु ने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य भारत के लिए खेलना है और इसके लिए वह क़दम दर क़दम बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
साउथ ज़ोन के ख़िलाफ़ पहली पारी में बाएं हाथ के स्पिनर सिंधु ने पंजा निकालते हुए बड़े स्कोर की ओर बढ़ रहे साउथ ज़ोन की पारी को 536 पर रोकने में अहम भूमिका निभाई। इसके बाद बल्लेबाज़ी में जब नॉर्थ ज़ोन की पारी लड़खड़ाई तो सिंधु बल्ले के साथ टीम के लिए संकटमोचक बन गए। हालांकि सिंधु ने कहा कि वह बल्लेबाज़ी में और बेहतर कर सकते थे।
सिंधु ने तीसरे दिन के खेल की समाप्ति के बाद ESPNcricinfo से कहा, "गेंदबाज़ी के दौरान मैं यही सोच रहा था कि कितना जल्दी हम उन्हें आउट कर सकें क्योंकि विकेट काफ़ी अच्छी थी तो रन उन्होंने एक्स्ट्रा बनाए लेकिन बल्लेबाज़ी के समय मैं बस यही सोच रहा था कि अंत तक खेलूं और टीम को और बेहतर स्थिति में ले जाऊं लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रूप से मैं नहीं कर पाया तो अब कल देखते हैं कि कैसा रहता है।"
तीसरे दिन सिंधु जब बल्लेबाज़ी के लिए आए तब नॉर्थ ज़ोन ने गुरजपनीत सिंह के दोहरे झटकों की बदौलत 101 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद उन्होंने शतकवीर शुभम खजुरिया (128*) के साथ 171 रनों की साझेदारी कर नॉर्थ ज़ोन को बेहतर स्थिति में पहुंचाने का प्रयास किया। हालांकि सिंधु 82 के निजी स्कोर पर गुरजपनीत का तीसरा शिकार बने और दिन के खेल की समाप्ति तक नॉर्थ ज़ोन ने 278 के स्कोर पर पांच विकेट गंवा दिए थे।
21 वर्षीय सिंधु ने अब तक 29 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं और उन्होंने इस दौरान छह शतक और छह अर्धशतक जड़ते हुए78.38 की औसत से 1823 रन बनाए हैं। गेंद के साथ वह तीन बार पारी में पंजा और एक बार मैच में 10 विकेट हॉल के साथ कुल 64 विकेट निकाल चुके हैं। उन्होंने अपने खेल पर बात करते हुए कहा कि अभ्यास के दौरान उनका प्रयास यही रहता है कि वह अपने खेल के हर पहलू पर काम करें। सिंधु ने साउथ ज़ोन के ख़िलाफ़ पंजा निकालने के साथ ही एन जगदीशन (197) को भी रन आउट किया था।
सिंधु ने कहा, "हर मैच में यही कोशिश करता हूं कि टीम के लिए बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग में अपना 100 फ़ीसदी दूं, मैं सामान्यत: अभ्यास में कुछ अलग नहीं करता बस मैं जिन पहलुओं पर कमज़ोर हूं उन्हें ठीक करने की कोशिश करता हूं।"
सिंधु 2022 अंडर-19 वर्ल्ड कप की विजेता भारतीय टीम का हिस्सा थे। इसके बाद सिंधु को IPL में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने 60 लाख रुपए में ख़रीद लिया। CSK के साथ दो सीज़न बिताने वाले सिंधु को खेलने का मौक़ा नहीं मिला जिसके बाद 2025 के सीज़न से पहले गुजरात टाइटंस (GT) ने उन्हें 30 लाख रुपए में अपने साथ जोड़ लिया। सिंधु ने कहा कि IPL में सीनियर खिलाड़ियों से बातचीत का उन्होंने अपने खेल पर काम करने में उपयोग किया है।
सिंधु ने कहा, " मैंने विराट (कोहली) भैया और अन्य सीनियर खिलाड़ियों से बात की है, उन सभी से यही पूछता हूं कि दबाव भरी परिस्थितियों में वह ख़ुद को कैसे हैंडल करते हैं। तो उनसे जो ज्ञान मिलता है मैं उसे अपने गेम पर लागू करने की कोशिश करता हूं। IPL में सीनियर खिलाड़ियों ने यही बताया कि छोटे-छोटे पहलुओं पर काम करना ज़रूरी है और नेट्स और अभ्यास में उन चीज़ों पर काम करना चाहिए जहां आप कमज़ोर हैं लेकिन मैच के दौरान दिमाग़ में यह चीज़ें नहीं चलनी चाहिए यह पहलू आपका कमज़ोर पहलू है। इसलिए मैं नैचुरल गेम खेलने की कोशिश करता हूं।"
"मेरा एक ही लक्ष्य है कि भारत के लिए खेलना है और मैं स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा हूं। हर मैच मेरे लिए ज़रूरी है तो बस यही कोशिश करता हूं कि हर मैच में अपना 100 फ़ीसदी दूं।"
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