जोफ्रा आर्चर कोहनी की चोट से उबरते समय उपजी परेशानी के कारण वेस्टइंडीज दौरे से बाहर
विश्व कप में इंग्लैंड की रिज़र्व टीम का हिस्सा रहते हुए आर्चर को हुआ था अभ्यास के दौरान कोहनी में दर्द

विश्व कप में इंग्लैंड की टीम के साथ मुंबई में अभ्यास करते हुए जोफ्रा आर्चर को कोहनी में दर्द महसूस हुआ था और इसीलिए वह वेस्टइंडीज़ दौरे पर होने वाली सफ़ेद गेंद की सीरीज़ के लिए टीम का हिस्सा नहीं हैं। आईपीएल के दौरान कोहनी में स्ट्रेस फ्रैक्चर वापस आने के बाद से ही आर्चर ने किसी तरह की प्रतियोगी क्रिकेट नहीं खेली है। कोहनी और पीठ की चोटों के चलते लगभग 18 महीनों तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद आर्चर ने जनवरी में वापसी की थी और साउथ अफ़्रीका तथा बांग्लादेश दौरों पर वनडे और टी-20 मैच खेले थे।
इंग्लैंड को उम्मीद थी कि आर्चर विश्व कप के दूसरे भाग में हिस्सा ले पाएंगे, लेकिन जब अगस्त के मध्य में प्रारंभिक टीम चुननी हुई तो मेडिकल टीम की ओर से संदेश आया कि उन्हें रिज़र्व के रूप में ही रखा जा सकता है। सितंबर के मध्य में आर्चर ने द ओवल में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ से पहले नेट पर गेंदबाज़ी की थी और अपने रिहैब को जारी रखा था। मुंबई में वह रिज़र्व के तौर पर टीम से जुड़े थे।
वानखेड़े स्टेडियम में दो हल्के सेशन के बाद ही उन्होंने स्वदेश वापसी कर ली थी। रीस टॉप्ली की उंगली में फ्रैक्चर होने के बाद जब वह टूर्नामेंट से बाहर हुए थे तो इंग्लैंड ने रिज़र्व में से किसी खिलाड़ी को शामिल करने की जगह नए सिरे से खिलाड़ी को बुलाया था।
इंग्लैंड के मैनेजिंग डॉयरेक्टर रॉब की ने बताया, "सोच यह थी कि वह प्रतियोगिता के दूसरे भाग में हिस्सा ले सकेंगे। यह लेने लायक़ ख़तरा था। उनके स्कैन कराए गए थे और सबकुछ सामान्य था। हम जोफ्रा की वापसी के लिए बेताब थे।"
"उन्होंने मुंबई की उड़ान भरी, गेंदबाज़ी की और फिर उन्हें कोहनी में दर्द महसूस हुआ। इसके बाद समझ आया कि खतरा अधिक हो सकता है। ऐशेज़ और टी-20 विश्व कप को देखते हुए जोफ्रा का महत्व और भी बढ़ जाता है। आप जल्दबाज़ी करके उनके पूरे करियर पर असर होते नहीं देखना चाहेंगे। इसके बाद हमने निर्णय लिया कि यह सही तरीका नहीं होगा। बिना किसी काम के उन्हें वहां लटकाए रखने से बेहतर था उनको वापस भेजना।"
वेस्टइंडीज़ में होने वाली सीरीज़ के लिए आर्चर का नाम टीम में नहीं होना एक और बड़ा झटका है। वेस्टइंडीज़ में आर्चर टीम के साथ ट्रेनिंग तो कर सकते हैं, लेकिन इंग्लैंड उनकी वापसी को लेकर किसी तरह की जल्दबाज़ी नहीं करना चाहती है। मार्च 2021 से अब तक आर्चर ने इंग्लैंड के लिए केवल सात ही मैच खेले हैं, लेकिन हाल ही में उन्होंने दो साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। आर्चर के पास तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन करने का प्रस्ताव था।
मैट रोलर ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। @mroller98
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