बुमराह के एक स्पेल ने चीज़ें बदल दी : जो रूट
इंग्लैंड के कप्तान ने उम्मीद जताई, हेडिंग्ले जैसी वापसी करेंगे
लॉर्ड्स पर भावुक होना इंग्लैंड को सीरीज़ में महंगा पड़ गया : लक्ष्मण
'हेडिंग्ले में टीम ने वापसी ज़रूर की लेकिन ओवल में भारत आगे रहा'इंग्लैंड की टीम जब पांचवें दिन 368 रनों की दरकार थी और उनके हाथों में 10 विकेट बचे थे। पांचवें दिन पहले सत्र तक एक तरह से दो विकेट गंवाने के बाद भी स्थिति संतुलन में थी, लेकिन इंग्लैंड के कप्तान जो रूट का मानना है कि जसप्रीत बुमराह के दूसरे सत्र के एक स्पेल ने चीज़ें पूरी तरह से बदल कर रख दी।
मैच के बाद पत्रकार वार्ता में रूट ने कहा, "हम लगातार सुधार की कोशिश कर रहे हैं, हमने लॉर्ड्स टेस्ट के हारने के बाद हेंडिंग्ले में वापसी की थी और हम लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं। इस टेस्ट के पांचवें दिन के दूसरे सत्र में बुमराह के एक स्पेल ने मैच का पूरा नतीज़ा बदल दिया। हमारे लिए चीज़ें पूरी तरह से बदल गईं।
पांचवें दिन लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम के माइंडसेट के बारे में इंग्लैंड के कप्तान ने कहा, " हम ऐसी स्थिति में आना चाहते थे कि हम विकेट बचाए रखें और लक्ष्य के नजदीक पहुंचे, एक समय तक हम इसमें कामयाब भी हुए थे, लेकिन दूसरे सत्र में हमने लगातार विकेट गंवाए। एक विकेट गिरने के बाद चीजें बदल गई। हम चाहते थे कि विकेट को बचाकर मैच को अंत तक लेकर जाएं, जिससे भारतीय टीम दबाव में आ जाएं, लेकिन उन्होंने अच्छी गेंदबाज़ी करके ऐसा करने नहीं दिया।"
हेंडिग्ले टेस्ट को जीतने के बाद रूट ने क्रूरता से भरी क्रिकेट खेलने की बात कही थी, लेकिन इस बार हार मिलने के बाद भी वह आत्मविश्वास से भरे दिखे हैं।
उन्होंने कहा," हां यह दुखद है, हम यह टेस्ट नहीं जीत पाए हैं, खासकर जिस तरह से हमने टेस्ट के पांचवें दिन लक्ष्य का पीछा किया, वह निराशाजनक है। जिस तरह से लॉर्ड्स के बाद हमने पलटवार किया, उम्मीद है अगले मैच में भी हम ऐसा ही करेंगे। हम आत्मविश्वास से भरे हैं, हम अगले कुछ दिनों में अपनी गलतियों पर चर्चा करेंगे और अगले मैच से पहले उन्हें सुधारने की कोशिश करेंगे।"
अपने नज़रिए से क्रूरता भरी क्रिकेट का विश्लेषण करते हुए उन्होंने कहा, "आप लगातार मेहनत करते रहें कि आप मैच में बने रहें, यह बता पाना तो मुश्किल है कि क्रूरता भरी क्रिकेट की क्या परिभाषा है, लेकिन अगर आप पूरी तरह से फिट होते हैं तो अपना 100 प्रतिशत दें और 100 को बड़े शतकों में बदलें। हम लगातार इस पर काम कर रहे हैं।"
जब अगले मैचों में सुधार के बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया, "हमने पहली पारी में बढ़त ली, तब तक सब कुछ अच्छा था लेकिन दूसरी पारी में भारत के अहम विकेट गिराने के बाद भी ऋषभ पंत और शार्दुल ठाकुर के बीच सातवें विकेट के लिए 100 रनों की साझेदारी हो गई, यहां से हमारे लिए स्थितियां मुश्किल हो गई।"
ऐशेज सीरीज़ इंग्लैंड के लिए अगली बड़ी सीरीज़ होगी। जोफ्रा आर्चर पहले ही चोटिल होने की वजह से क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं, स्टुअर्ट ब्रॉड भी चोटिल हो गए हैं और अब इंग्लैंड ही नहीं दुनिया के सबसे सफल तेज़ गेंदबाज़ के सामने फ़िटनेस एक समस्या है। रूट भी इस बात को जानते हैं और उन्होंने इस मामले में समझदारी के साथ फैसले लेने की बात कही।
रूट ने कहा, "हम देखेंगे कि अगले टेस्ट में हमारा कैसा गेंदबाज़ी आक्रमण रहे, हम दिमाग से काम लेंगे। उनके चोटिल होने का संदेह दिमाग में रखकर ही हम कोई फैसला करेंगे। बेशक हम ऐसा आक्रमण चाहेंगे जो ओल्ड ट्रैफर्ड में विकेट चटकाए। आर्चर और ब्रॉड दोनों ही विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं। दुखद है कि वह हमारे साथ नहीं है, लेकिन हो सकता है कि वह अगर हमारे साथ होते तो अब तक इस सीरीज का नतीजा कुछ और होता।"
न्यूज़ीलैंड से घर में पिछली टेस्ट सीरीज़ गंवाने के बाद इंग्लैंड टीम पर इस सीरीज़ को गंवाने का भी खतरा मंडरा रहा है, लेकिन रूट को लगता है कि टीम कभी हारना नहीं चाहती है।
रूट ने कहा, "हम कोई टेस्ट सीरीज़ नहीं हारना चाहते, हर सीरीज़ अहम है। बायो बबल और इसी के साथ लगातार क्रिकेट खेलने से टीम के खिलाड़ियों को चोट भी लग रही हैं, हम चाहते हैं कि चीजें ठीक हो सकें और हम मैच जीत सकें।"
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26
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