आलोचनाओं की परवाह नहीं, टीम के लिए योगदान ज़रूरी : रहाणे
रहाणे ने की पुजारा की भी तारीफ़, कहा- हमें दबाव झेलना आता है

"महत्वपूर्ण लोगों की ही आलोचना होती है और इस आलोचना से हमारे खेल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है," ऐसा कहना है भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे का, जो कि ख़राब फ़ॉर्म के कारण लगातार आलोचनाओं का शिकार हो रहे है।
रहाणे ने 2020 की शुरूआत से 13 टेस्ट में में सिर्फ 27.36 के औसत से रन बनाए हैं। हालांकि लॉर्ड्स टेस्ट में दूसरी पारी के दौरान उन्होंने चेतेश्वर पुजारा के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी की और 61 रन की अर्धशतकीय पारी खेल भारत को मैच में बनाए रखा।
लीड्स में तीसरे टेस्ट से पहले हुए प्रेस कॉन्फ़्रेंस में रहाणे ने कहा, "मैं इस बात से ख़ुश हूं कि मेरी बात हो रही है। महत्वपूर्ण लोगों की ही चर्चा होती है, इसलिए मैं इसको लेकर अधिक चिंतित नहीं हूं। महत्वपूर्ण यह है कि आप टीम के लिए कितना योगदान कर रहे हैं। चेतेश्वर और मैं लंबे समय से खेल रहे हैं और हमें पता है कि दबाव को कैसे झेलना है। हम टीम के लिए अपना योगदान देना चाहते हैं और ऐसा हम कर रहे हैं। बाक़ी चीज़ों पर हमारा नियंत्रण भी नहीं है और हम उनकी परवाह भी नहीं करते।"
लॉर्ड्स में जब रहाणे बल्लेबाज़ी के लिए उतरे तो भारत का स्कोर 28 रन पर तीन विकेट था और टीम के कप्तान और सबसे मजबूत बल्लेबाज़ विराट कोहली आउट हुए थे। रहाणे और पुजारा ने चौथे विकेट के लिए 49.3 ओवर में शतकीय साझेदारी की और भारत को मैच में आगे कर दिया। इसके बाद भारत के निचले क्रम के बल्लेबाज़ों ने मैच को इंग्लैंड के मुंह से छीन लिया।
क्या आलोचना आपको प्रेरित करती है, इस सवाल के ज़वाब में रहाणे ने कहा,"बहुत सी चीज़ें प्रेरित करती हैं। लेकिन सबसे ज़्यादा प्रेरणा हमें इस बात से मिलती है कि हमें देश के लिए खेलना है। जैसा कि मैंने कहा कि मैं आलोचनाओं की परवाह नहीं करता, बल्कि इससे ख़ुश ही होता हूं।"
रहाणे इस बात से संतुष्ट दिखें कि उन्होंने और पुजारा ने लॉर्ड्स में टीम की जीत के लिए योगदान दिया। "यह हमारे लिए बहुत संतोषजनक था। मैं टीम के लिए योगदान करने में विश्वास करता हूं। मैं हमेशा टीम के लिए सोचता हूं और इसलिए यह 61 रन का योगदान मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।"
उन्होंने आगे कहा, "हम पिच पर बस टिकना चाहते थे। हमने छोटे-छोटे लक्ष्य बनाए और उसका पूरा करते रहें। पुजारा के बारे में कहा जाता है कि वह बहुत धीमा खेलते हैं, लेकिन अगर आप उनकी पारी देखेंगे तो समझेंगे कि वह कितनी महत्वपूर्ण पारी थी। उन्होंने 200 से अधिक गेंद खेलीं, जो कि उस समय के लिए बहुत महत्वपूर्ण था। मैंने बस उनसे कहा कि आप अपना खेल खेलो, जिस तरह से भी खेलना चाहते हो। हम एक साझेदारी खड़ी करना चाहते थे क्योंकि चौथी पारी में 170-180 का लक्ष्य भी उस पिच पर कठिन होता।"
रहाणे ने बताया कि शार्दुल ठाकुर सहित भारत के सभी तेज़ गेंदबाज़ हेडिंग्ले टेस्ट के लिए फ़िट और उपलब्ध हैं। हालांकि अभी टीम ने निर्णय नहीं लिया है कि वह किस गेंदबाज़ी संयोजन के साथ मैदान में उतरेंगे।
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