ध्रुव जुरेल को मैनचेस्टर टेस्ट में मिल सकती है प्लेइंग-XI में जगह
अगर जुरेल और पंत दोनों अंतिम एकादश में खेलते हैं तो फिर कौन जाएगा बाहर - नायर, सुंदर या रेड्डी ?
Watch - Jurel practicing his wicketkeeping drills
India had a one-off training session at Beckenham before departing for Manchester for the fourth Test against Englandगुरुवार की सुबह भारतीय अभ्यास सत्र के दौरान बेकेनहम के केंट काउंटी क्रिकेट ग्राउंड से गेंद नेट्स के बाहर आ रही थी। बल्ले से गेंद टकराने के बाद टुक, टुक, टुक की एक मधुर आवाज़ भी आ रही थी जो ख़ाली पड़े मैदान में गूंज रही थी। शॉट्स इतने ताक़तवर थे कि गेंद सीधे प्लास्टिक की सीटों पर जाकर गिर रही थी, लॉन्ग ऑन से लेकर पेड़ों के बीच होते हुए ध्रुव जुरेल के लॉफ़्टेड शॉट्स काऊ कॉर्नर तक पहुंच रहे थे। जुरेल सफ़ेद टी-शर्ट में बेहद सहज अंदाज़ में आक्रामक शॉट्स खेल रहे थे।
जुरेल के सामने अब थे पूर्व साउथ अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ और भारतीय गेंदबाज़ी कोच मोर्ने मॉर्केल, जो 20 यार्ड से गेंदबाज़ी कर रहे थे। मॉर्केल उनके स्टंप्स और ऑफ़ स्टंप के बाहर बल्ले के किनारे को निशाना बना रहे थे। जुरेल उनके सामने तकनीकी तौर पर बिल्कुल सहज थे और अच्छे फ़ुटवर्क के साथ डिफ़ेंस कर रहे थे। जुरेल का डिफ़ेंस इसलिए भी अच्छा हो रहा था क्योंकि यही उनकी ख़ासियत है, जब से उन्होंने टेस्ट में भारत के लिए डेब्यू किया है तब से ही उनकी तकनीक डिफ़ेंस और आक्रामक खेल दोनों में ही शानदार है। जिस वजह से उनकी बल्लेबाज़ी बेहद सहज नज़र आती है।
भारतीय सैनिक के पुत्र जुरेल की शारीरिक भाषा भी एक सैनिक की ही तरह है, वह सीना चौड़ा कर चलते हैं और हमेशा आत्मविश्वास से लबरेज़ नज़र आते हैं। जिस समर्पण और दिमाग़ी तौर से बिल्कुल स्पष्ट अंदाज़ में वह खेलते हैं उसी की बदौलत कम समय में ही उन्होंने भारत के लिए मैच जिताऊ पारियां खेल ली हैं। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ रांची टेस्ट में धीमी और कम उछाल वाली पिच पर भी उन्होंने बेहतरीन 90 रन की पारी खेली थी, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच से भी नवाज़ा गया था।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी अभ्यास मैच में एक मुश्किल पिच पर उन्होंने 80 और 68 रन की पारियां खेली थी। जुरेल ने इस दौरे पर भी इंग्लैंड लॉयंस के ख़िलाफ़ दो मैचों में तीन अर्धशतक जड़ते हुए बतौर बल्लेबाज़ प्लेइंग-XI में दस्तक दे दी थी। बदक़िस्मती से अब तक तीनों ही टेस्ट में वह अंतिम एकादश में जगह नहीं बना पाए हैं। लेकिन गुरुवार को भारतीय सहायक कोच रयान टेन डेश्काटे ने इस बात का इशारा कर दिया है कि जुरेल हमारे विकल्पों में शामिल हैं।
बतौर विकेटकीपर भी जुरेल को कई एक्सपर्ट काफ़ी बेहतरीन मानते हैं। स्काई क्रिकेट के साथ बातचीत में पूर्व भारतीय विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने भी जुरेल की जमकर तारीफ़ की। कार्तिक के मुताबिक़ जुरेल के पास एक बेहतरीन तकनीक है और विकेट के पीछे उनका संतुलन भी लाजवाब है जिसका उदाहरण है ऑली पोप का वह कैच जो उन्होंने लपका था। गुरुवार को भारतीय फ़ील्डिंग कोच टी दिलिप के मार्गदर्शन में जुरेल ने विकेटकीपिंग अभ्यास भी किया था।
ऋषभ पंत को लॉर्ड्स टेस्ट में उंगली में चोट लगी थी जिसके बाद उन्होंने उस टेस्ट में विकेटकीपिंग नहीं की थी। अभ्यास सत्र में भी उन्होंने विकेटकीपिंग दस्ताने नहीं पहने हैं, हालांकि बतौर बल्लेबाज़ उनका खेलना तय माना जा रहा है। यानी पंत और जुरेल दोनों ही XI में रहते हैं तो फिर जुरेल के लिए कौन बाहर जाएगा? करुण नायर, नीतीश रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर में से किसी एक को बाहर बैठना पड़ सकता है। हालांकि नायर ने भले ही इस सीरीज़ में मिली शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं किया है लेकिन उम्मीद है कि मैनेजमेंट उनपर अभी और भरोसा जताएगा और मौक़ा देगा। सुंदर भी अपनी जगह बरक़रार रख सकते हैं क्योंकि उन्होंने अब तक गेंद और बल्ले दोनों से ही प्रभावित किया है और मैनचेस्टर की पिच में स्पिनरों के लिए थोड़ी मदद रहने की भी गुंजाइश होती है। कुल मिलाकर रेड्डी को ही जुरेल के लिए रास्ता ख़ाली करना पड़ सकता है, क्योंकि बतौर बल्लेबाज़ ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न टेस्ट में शतक लगाने के अलावा कुछ ख़ास नहीं कर पाए हैं।
जुरेल के लिए स्थिति सुखद है और वह अपने करियर का पांचवां टेस्ट खेलने के बेहद क़रीब हैं। हां भारतीय टीम मैनेजमेंट के लिए ये एक मीठा सिरदर्द ज़रूर होगा।
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्यूज़ एडिटर हैं।
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