गिल : जाडेजा और वॉशिंगटन दोनों शतक के हक़दार थे
गिल ने कहा कि इस सीरीज़ में उनकी टीम ने एक समूह के तौर पर काफ़ी कुछ सीखा है
मांजरेकर: जाडेजा करियर के इस पड़ाव पर विशेषज्ञ बल्लेबाज़ की तरह खेल रहे हैं
मैनचेस्टर में खेले गए इंग्लैंड vs भारत के चौथे टेस्ट का सटीक विश्लेषण संजय मांजरेकर के साथमैनचेस्टर टेस्ट के पांचवें दिन भारत की पारी के 138 ओवर पूरे होने के बाद जब रवींद्र जाडेजा (89) और वॉशिंगटन सुंदर (80) शतक के क़रीब थे तब इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने भारत से ड्रॉ के बारे में पूछा था लेकिन तब ड्रेसिंग रूम से यह संदेश भेजा गया कि दोनों बल्लेबाज़ खेलना जारी रखें।
मैच ड्रॉ पर समाप्त होने के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा कि दोनों ही बल्लेबाज़ शतक के हक़दार थे इसलिए उन्होंने यह फ़ैसला लिया कि दोनों को अपने शतक के लिए जाना चाहिए।
गिल ने कहा, "शुरुआती दो विकेट खोनेे के बाद इस तरह का प्रदर्शन अविश्वसनीय है। जाडेजा और वॉशिंगटन दोनों ही शतक के क़रीब थे इसलिए हमने सोचा कि वह दोनों ही शतक डिज़र्व करते हैं।"
हां या ना: जाडेजा के लिए बतौर बल्लेबाज़ उनके करियर की ये सर्वश्रेष्ठ सीरीज़ है
मैनचेस्टर में खेले गए इंग्लैंड vs भारत के चौथे टेस्ट जुड़े अहम सवालों पर संजय मांजरेकर का फ़ैसलाभारत ने अंतिम दिन लंच से पहले-पहले के एल राहुल और गिल का विकेट गंवा दिया था। जाडेजा पहली ही गेंद पर स्लिप में जो रूट के हाथों कैच आउट होने से बचे थे। हालांकि इसके बाद वॉशिंगटन के साथ मिलकर उन्होंने मुक़ाबले को इंग्लैंड की मुट्ठी से छीन कर ही दम लिया। कप्तान गिल ने कहा कि अब तक इस सीरीज़ में उनकी टीम के लिए काफ़ी कुछ सीखने के लिए मिला है।
गिल ने कहा, "हर टेस्ट मैच आपको कुछ ना कुछ सिखाता है, एक समूह के तौर पर इस सीरीज़ ने हमें काफ़ी कुछ सिखाया है। उम्मीद है कि हम अगला मैच जीतकर सीरीज़ ड्रॉ कराने में सफल होंगे।"
बतौर बल्लेबाज़ गिल ने भी इस मैच में शतकीय पारी खेलकर भारत के लिए अहम भूमिका अदा की। गिल जब बल्लेबाज़ी के लिए आए थे तब भारत का खाता भी नहीं खुला था और वहां से उन्होंने राहुल के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभाला। गिल ने कहा कि बल्लेबाज़ी करते समय वह बस अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
गिल ने कहा, "यह मायने नहीं रखता कि आपने अतीत में कितने रन बनाए हैं, मैं सिर्फ़ अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलने पर ध्यान देता हूं और अपनी बल्लेबाज़ी का लुत्फ़ उठाने की कोशिश करता हूं। पहली पारी में हमने अच्छा टोटल बनाया था लेकिन इस तरह की पिच पर ज़रूरी होता है कि जब बल्लेबाज़ सेट हो जाएं तो एक या दो बड़ी पारी आए जिससे विपक्षी टीम के हाथ से मैच बाहर ले जाया जा सके। दूसरी पारी में हम यह करने में सफल रहे।"
नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।
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