रोहित शर्मा : हमारी गेंदबाज़ी चल ही नहीं पाई
भारतीय कप्तान के अनुसार गेंदबाज़ों ने आज इंग्लैंड की सलामी जोड़ी को हाथ खोलने का मौक़ा दिया

इंग्लैंड के विरुद्ध सेमीफ़ाइनल में 10 विकेट से हार झेलने के बाद कप्तान रोहित शर्मा की प्रतिक्रिया यह थी कि टीम की गेंदबाज़ी चल ही नहीं पाई। 169 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऐलेक्स हेल्स और जॉस बटलर पहली ही गेंद से गेंदबाज़ों पर हावी रहे और 24 गेंदें शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया।
पोस्ट मैच प्रेज़ेंटेशन पर रोहित ने कहा, "मुझे लगा कि अंत में हमने अच्छी बल्लेबाज़ी की और उस स्कोर तक पहुंचे लेकिन हम गेंद के साथ सही नहीं रहे। निश्चित रूप से यह ऐसा विकेट नहीं था जहां कोई टीम 16-17 ओवर में (इस लक्ष्य को) हासिल कर लेती। लेकिन हां, ये चीज़ें होती हैं। जैसा मैंने कहा, गेंद के साथ हम पर्याप्त नहीं थे।"
बटलर ने पहली तीन गेंदों पर भुवनेश्वर कुमार को प्वाइंट के फ़ील्डर के पास से दो चौके लगाकर शुरुआत की। यहां से भारतीय गेंदबाज़ एडिलेड की छोटी स्क्वेयर बाउंड्री पर इंग्लैंड को प्रहार करने से रोकने में संघर्ष ही करते दिखे।
हार्दिक पंड्या की आतिशबाज़ी से 168 के स्कोर तक पहुंचने से पहले भारत ने पहले 15 ओवरों में केवल 100 रन बनाए। (ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के आंकड़ों के अनुसार) भारत ने उन 15 ओवरों में 46 गेंदों पर बैकवर्ड प्वाइंट, कवर, फ़ॉर्वर्ड स्क्वेयर लेग और बैकवर्ड स्क्वेयर लेग क्षेत्र में 64 रन बनाए। वहीं इंग्लैंड ने पहले 15 ओवरों में इन क्षेत्रों में 54 गेंदों पर 98 रन बनाए।
इसका मतलब यह हो सकता है कि भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ छोटी स्क्वेयर बाउंड्री का फ़ायदा उठाने में विफल रहे या यह कि भारतीय गेंदबाज़ों ने सही लाइन और लेंथ पर गेंदबाज़ी नहीं की या दोनों। रोहित ने कहा कि गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड को हाथ खोलने का मौक़ा दिया।
यह पूछे जाने पर कि क्या नई गेंद से भुवनेश्वर और अर्शदीप सिंह के लिए सामान्य से कम स्विंग थी, रोहित ने कहा, "मैंने सोचा था कि जब भुवी ने अपना पहला ओवर फेंका, तो थोड़ी सी स्विंग हुई लेकिन सही क्षेत्रों से नहीं। हम इसे तंग रखना चाहते थे, (हाथ खोलने की) जगह नहीं देना चाहते थे, हमने एडिलेड को बहुत अच्छी तरह से देखा, हम जानते हैं कि रन कहां बनाए जाते हैं। विकेट के स्क्वेयर क्षेत्र के बारे में हम जानते थे, और यही वह जगह है जहां आज सभी रन गए। हमने चीज़ों को नियंत्रण में रखने की बात की थी लेकिन अगर बल्लेबाज़ वहां से अच्छा शॉट लगाता है तो हमें वह स्वीकार है। हालांकि आज ऐसा नहीं हुआ और यह थोड़ा निराशाजनक है।"
इस हार का मतलब था कि अब भारत पिछले चार बार आईसीसी टूर्नामेंट - 2015 और 2019 वनडे तथा 2016 और 2022 टी20 विश्व कप - में सेमीफ़ाइनल में पहुंचने के बाद हार गया। रोहित ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों के पास नॉकआउट मैच के दबाव को संभालने का अनुभव है, लेकिन इस मौके पर वे थोड़े नर्वस थे।
भारतीय कप्तान ने कहा, "जब नॉकआउट चरणों की बात आती है, तो यह उस दबाव को झेलने के बारे में है। यह व्यक्तियों पर भी निर्भर करता है। आप जाकर किसी को सिखा नहीं सकते हैं कि दबाव को कैसे संभालना है। इन सभी लोगों ने इसे समझने के लिए पर्याप्त क्रिकेट खेला है। मेरा अर्थ है, देखिए, जब यह खिलाड़ी आईपीएल के प्लेऑफ़ में खेलते हैं तो वह दबाव वाला मैच होता है। कुछ खिलाड़ी इसे संभाल पाते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "नॉकआउट में बात दबाव को झेलने की ही है, ख़ुद को संभालने और शांत रहने की। मुझे लगा कि गेंद के साथ हमारी शुरुआत सही नहीं थी। इससे पता चलता है कि हम गेंद के साथ शुरुआत करते समय थोड़े नर्वस थे, लेकिन फिर से हमें उन सलामी बल्लेबाज़ों को भी श्रेय देना होगा, उन्होंने बहुत अच्छा खेला।"
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