'शैफ़ू के साथ बल्लेबाज़ी करने में बहुत मज़ा आता है' : मांधना
भारतीय सलामी बल्लेबाज़ को उम्मीद है कि निर्णायक मुक़ाबले में वह शेफ़ाली वर्मा के साथ 15 ओवर तक खेलेंगी।
Smriti Mandhana - 'Someone like Mithali or Jhulan cheering a youngster really boosts their confidence'
The India vice-captain on Mithali Raj and Jhulan Goswami's effect in the dressing room, and coach Ramesh Powar's contributions to the team since his arrivalसमृति मांधना चाहती हैं कि भारतीय सलामी बल्लेबाज़ यानी वह और शेफ़ाली वर्मा देर तक बल्लेबाज़ी करें और मिडिल ओवर में मौजूद रहें, ताकि टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का प्रदर्शन और बेहतर हो सके।
सितंबर 2019 में वर्मा के डेब्यू के बाद से इस जोड़ी ने अब तक 22 पारियो में 790 रन जोड़े हैं, जो किसी भी टीम की ओर से सर्वाधिक है। इन दोनों के बाद ऑस्ट्रेलियाई सलामी जोड़ी एलिसा हेली और बेथ मूनी का नंबर आता है जिनके नाम 23 पारियों में 750 रन है।
बुधवार को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भारतीय महिला टीम को तीसरा और निर्णायक टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबला खेलना है, जहां इस मल्टी-फॉर्मेट सीरीज़ के विजेता का फ़ैसला होगा। फ़िलहाल मेज़बान टीम के पास 8-6 की बढ़त हासिल है। इस मुक़ाबले से पहले प्रेस वार्ता में मांधना ने कहा कि वह और शेफ़ाली एक लंबी पारी खेलने के लिए तैयार हैं।
"टी20 अंतर्राष्ट्रीय में मुझे और शैफ़ू को पारी का आग़ाज़ करते हुए क़रीब डेढ़ साल हो गए हैं। इस दौरे पर भी मैंने टेस्ट और वनडे में उन्हीं के साथ पारी की शुरुआत की है। शैफ़ू के साथ खेलना और साझेदारी निभाने में बहुत मज़ा आता है। हमारे बीच तालमेल बहुत शानदार है, हम एक दूसरे को बख़ूबी जानते हैं। एक चीज़ जिसपर हमें मिलकर काम करना है वह है हम दोनों कम से कम 15-16 ओवर तक बल्लेबाज़ी करें। अगर ऐसा होता है ये हमारी टीम के लिए बहुत अच्छा होगा और इस पर हम मेहनत भी कर रहे हैं।"
दूसरे टी20 अंतर्राष्ट्रीय में भारत ने आख़िरी ओवर में इंग्लैंड पर रोमांचक जीत दर्ज की थी। भारतीय महिला टी20 टीम की उप-कप्तान स्मृति मांधना को उम्मीद है कि बुधवार को भी टीम इसी लय को बरक़रार रखेगी। साथ ही साथ मांधना ने ये भी कहा कि हम इसपर ध्यान दे रहे हैं कि गुच्छे में हम विकेट न गंवाए।
"मिडिल ओवर में हमें कैसा खेलना चाहिए इसको लेकर हमने आपस में बात की है, और साथ ही डेथ ओवर में भी हमारे खेल में और कैसे सुधार हो सकता है इस पर भी हम ध्यान दे रहे हैं। एक अहम चीज़ ये है कि हम नियमित तौर पर एक साथ एक से ज़्यादा विकेट गंवा देते हैं, जिससे हमारी रनरेट पर बुरा असर पड़ता है। एक टीम के नाते हमें अपनी इस कमज़ोरी पर जल्द ही ध्यान देना होगा।"
हालांकि रविवार को होव में खेले गए मैच से टीम इंडिया ने कुछ सकारात्मक चीज़ें भी हासिल की हैं और उसमें सबसे अहम है कप्तान हरमनप्रीत कौर का फ़ॉर्म में वापस आना। कौर ने 25 गेंदों पर 31 रनों की आकर्षक पारी खेली थी।
मांधना ने कहा, "हैरी दी का फ़ॉर्म में वापस आना और कुछ अच्छे शॉट खेलना भारतीय टीम के लिए सुखद है। साथ ही साथ जीत दर्ज करने के बाद टीम का मनोबल काफ़ी ऊंचा है और अगला मुक़ाबला जीतते हुए हम सीरीज़ को बराबरी पर ख़त्म करना चाहेंगे।"
मांधना ने युवा विकेटकीपर ऋचा घोष की भी तारीफ़ करते हुए कहा, "मुझे लगता है घोष ने अपकी कीपिंग में काफ़ी सुधार लाया है, जब टेस्ट और वनडे चल रहा था तो मैं उन्हें देख रही थी कि वह कैसे अपनी कीपिंग पर लगातार मेहनत कर रहीं थीं। विकेट के पीछे वह शानदार हैं और वह अगर इसी तरह अच्छा प्रदर्शन करती रहीं तो भविष्य में वह हमारी टीम को एक अच्छा बैलेंस दे सकती हैं।"
इसके अलावा इस दौरे पर भारतीय ऑलराउंडर स्नेह राणा का प्रदर्शन भी शानदार रहा है। पांच साल बाद टीम में वापसी कर रही राणा ने टेस्ट मैच में 80 रनों की लाजवाब पारी खेलते हुए मैच बचाने में क़ामयाब रहीं थीं। उन्होंने सीमित ओवर में भी अपने इसी प्रदर्शन को जारी रखा है।
"स्नेह राणा की वापसी पूरी टीम के लिए एक प्रेरणा रही है, मैं तब भी उस दल में थी जब चार-पांच साल पहले वह 25 सदस्यीय दल का हिस्सा थीं। उसके बाद जिस अंदाज़ में वापसी की है और अब तीनों ही फ़ॉर्मेट में अपनी जगह पक्की कर चुकी हैं वह प्रेरणास्रोत है।"
एक तरफ़ भारत पर सीरीज़ बचाने का दबाव है तो वहीं मांधना की नज़र बड़ी तस्वीर पर है, क्योंकि इसके बाद भारत को सितंबर-अक्तूबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है जहां दोनों टीमों के बीच मल्टी-फ़ॉर्मेट सीरीज़ खेली जाएगी। इसके बाद अप्रैल 2022 में वनडे वर्ल्ड कप भी प्रस्तावित है, लिहाज़ा उनकी नज़र अपनी कमियों को दूर करने पर है।
"अभी कई ऐसे विभाग हैं जहां एक टीम के नाते हमें और भी मेहनत करनी है। ख़ास तौर से बल्लेबाज़ी में हमें काफ़ी मेहनत की ज़रूरत है। अगले सात महीने हमारे लिए बेहद अहम होने जा रहे हैं, वनडे क्रिकेट में हमें नियमित तौर पर 250 और 260 प्लस के स्कोर बनाने होंगे और साथ ही साथ फ़ील्डिंग और गेंदबाज़ी पर भी ध्यान देना होगा।"
ऑन्नेशा घोष (@ghosh_annesha) ESPNcricinfo में सब-एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट सैयद हुसैन (@imsyedhussain) ने किया है।
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