दिनेश रामदीन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा
"पिछले 14 सालों में ट्रिनिडैड और टोबैगो और फिर वेस्टइंडीज़ के लिए खेलकर मैंने अपने बचपन का सपना साकार किया"

वेस्टइंडीज़ के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज़ दिनेश रामदीन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है।
2019 में आख़िरी बार वेस्टइंडीज़ का प्रतिनिधित्व करने वाले रामदीन ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "बड़ी प्रसन्नता के साथ मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। पिछले 14 साल सपने के सच होने की तरह थे। ट्रिनिडैड और टोबैगो और फिर वेस्टइंडीज़ के लिए खेलकर मैंने अपने बचपन का सपना साकार किया। मेरे करियर ने मुझे दुनिया देखने का, विविध संस्कृति से आने वाले लोगों से दोस्ती करने का और इसके बावजूद अपनी जड़ों को नहीं भूलने का अवसर दिया।"
हालांकि रामदीन ने कहा कि वह फ़्रैंचाइज़ी क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। 2013 से 2021 के बीच गयाना अमेज़न वॉरियर्स, सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रियट्स और ट्रिनबैगो नाइट राइडर्स का प्रतिनिधित्व करने के बाद कैरेबियन प्रीमियर लीग के इस सीज़न के लिए उन्हें किसी भी टीम में नहीं चुना गया है। 2017 और 2018 में उन्होंने पाकिस्तान सुपर लीग में मुल्तान सुल्तांस का प्रतिनिधित्व भी किया था।
74 टेस्ट, 139 वनडे और 71 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले रामदीन ने जुलाई 2005 में श्रीलंका के विरुद्ध कोलंबो टेस्ट मैच में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। उसी दौरे पर बाद में खेली गई त्रिकोणीय सीरीज़ में भारत के विरुद्ध उन्होंने अपना वनडे डेब्यू किया।
रामदीन 2012 और 2016 में टी20 विश्व कप जीतने वाली वेस्टइंडीज़ टीम का हिस्सा थे। 2012 के संस्करण में उन्हें बल्लेबाज़ी करने के इतने मौक़े नहीं मिले लेकिन विकेटों के पीछे उन्होंने छह शिकार किए। 2016 के संस्करण में बल्ले के साथ चार पारियों में 69.23 के स्ट्राइक रेट से 36 रन बनाकर उन्होंने निराश किया। इसके अलावा उन्होंने तीन विकेटों में अपना योगदान दिया।
2016 में अपना आख़िरी टेस्ट और वनडे मैच खेलने वाले रामदीन हालिया समय में चयनकर्ताओं के प्लान से बाहर हो गए थे।
अपने टेस्ट करियर में उन्होंने चार शतक लगाए जिनमें से तीन विदेशी धरती पर आए। एजबेस्टन में 2012 में इंग्लैंड के विरुद्ध बनाया गया उनका दूसरे टेस्ट शतक विवाद का कारण बना जब 100 रन पूरे करने पर उन्होंने अपनी जेब से एक नोट निकाला जिस पर लिखा हुआ था "हां विव, अब बात कीजिए"। यह विव रिचर्ड्स द्वारा उस दौरे के पहले दो टेस्ट मैचों में रामदीन के ख़राब फ़ॉर्म पर सवाल उठाने के जवाब में था, जहां वह केवल 51 रन ही बना पाए थे, और अपने विकेटकीपिंग के अनुरूप भी नहीं थे।
इस घटना के लिए आईसीसी ने उनपर मैच फ़ीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया था।
वह एक साल बाद फिर से आईसीसी की नज़र में आए जब चैंपियंस ट्रॉफ़ी में उन्होंने मिसबाह उल हक़ का कैच लेने का झूठा दावा किया जब गेंद साफ़ तौर पर ज़मीन पर लग चुकी थी। आगे गिरकर गेंद को लपकने के प्रयास में उनसे ग़लती हुई थी जिसके बावजूद उन्होंने कैच लेने का दावा किया। अबकी बार आईसीसी ने उन्हें दो वनडे मैचों के लिए निलंबित किया और उनकी पूरी मैच फ़ीस जुर्माने के तौर पर काट ली।
2014 में डैरेन सैमी के संन्यास लेने के बाद रामदीन को वेस्टइंडीज़ का टेस्ट कप्तान बनाया गया था। रामदीन के कुल मिलाकर 17 बार राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया जिसमें 13 टेस्ट के साथ साथ एक वनडे और तीन टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच शामिल है। सितंबर 2015 में उन्हें कप्तानी से हटाया गया था।
उनकी कप्तानी में नतीजे मिले-जुले रहे। 13 टेस्ट मैचों में से चार में वेस्टइंडीज़ को घर पर जीत मिली लेकिन बाक़ी नौ में से उन्होंने सात मैच हारे। इनमें से पांच हार टीम को घर पर मिली। बतौर कप्तान अपने इकलौते वनडे मैच में टीम को जीत दिलाने वाले रामदीन की कप्तानी में टीम ने एक टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच जीता और दो में उसे हार झेलनी पड़ी।
इसके बाद 2016 में भारत दौरे के लिए वेस्टइंडीज़ टीम का आधिकारिक ऐलान होने से पहले उन्होंने टीम से बाहर निकाले जाने की बात ट्वीट की थी जिसके बाद चर्चा शुरू हो गई थी। रामदीन ने 2015-16 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीनों टेस्ट मैच खेले थे और मेलबर्न और सिडनी में अर्धशतक भी जड़े थे। हालांकि इस दौरे के बाद उन्हें टेस्ट मैच खेलने का मौक़ा नहीं मिला।
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