मैंने चीज़ों को आसान रखा जिससे मदद मिली : अर्शदीप सिंह
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ ने कहा आराम के समय में उन्होंने गेंदबाज़ी कोच पारस महांब्रे के साथ काम किया

युवा भारतीय तेज़ गेंदबाज़ अर्शदीप सिंह ने कहा है कि धीमी विकेट पर विविधताओं का इस्तेमाल करना ख़ासकर धीमी गति की गेंद करने से उन्हें वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ पहले टी20 में सफलता मिली। पिछले महीने साउथैंप्टन में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अपना पहला टी20 खेलने वाले अर्शदीप ने भारतीय टीम में वापसी की और चार ओवर में 24 रन देकर दो विकेट लिए।
अर्शदीप ने पत्रकार वार्ता में कहा, "यह अच्छा अनुभव रहा। मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। टीम जीती तो यह खुशी दोगनी हो गई। आराम मिलने के बाद मैं लंबे समय बाद खेल रहा था। इस दौरान मैंने पारस (महांब्रे) सर के साथ काम किया था और अपनी चीज़ों को सुधारा।"
अपने दूसरे टी20 में सफलता के पीछे अर्शदीप ने कहा, "मुझे लगता है कि चीज़ों को साधारण रखने और विकेट का अधिक इस्तेमाल करने, धीमी गति की गेंद करने और अंत में यॉर्कर करने से मुझे फ़ायदा मिला।"
"मैं अपने रोल और ज़िम्मेदारी को लेकर सजग हूं। टीम प्रबंधन और कप्तान दोनों ने ही मुझे मेरे रोल के लिए बता दिया था।"
अर्शदीप ने कहा, "इससे मुझे बहुत आत्मविश्वास मिला, मैं उसी के मुताबिक आगे रणनीति बनाने में सफल रहा। जिस तरह से भुवी भाई ने गेंदबाज़ी की, उन्होंने एक छोर से दबाव बनाए रखा जिससे मुझे विकेट लेने में मदद मिली।"
काइल मेयर्स का विकेट लेने पर बायें हाथ के तेज़ गेंदबाज़ ने कहा, "वह (मेयर्स) शुरुआत से ही आक्रमण कर रहा था लेकिन मेरे जहन में यही चल रहा था कि मुझे उनके विकेट के लिए लिए जाना चाहिए और आख़िरकार मुझे विकेट मिला।"
23 वर्षीय गेंदबाज़ ने दिनेश कार्तिक की पारी की भी सराहना की, जिसकी मदद से भारत छह विकेट पर 190 रन बना सका।
"डीके भाई ने बहुत अच्छा रोल निभाया और इससे गेंदबाज़ों को बचाने के लिए एक अच्छा स्कोर मिला। विकेट पर गेंद रूककर आ रही थी, एक गेंदबाज़ी यूनिट के तौर पर हमने सही जगह पर गेंदबाज़ी की।"
अर्शदीप ने जहां मेयर्स को बाउंसर पर आउट किया तो अकील हुसैन एक बेहद शानदार यॉर्कर पर बोल्ड हुए।
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