हरलीन के अद्भुत कैच का श्रेय फ़ील्डिंग कोच अभय शर्मा को जाता है: हरमनप्रीत कौर
"इस तरह की कोशिश पूरी टीम के मनोबल को बढ़ाने का काम करती है।"

भारतीय महिला टी20 क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने शुक्रवार को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पहले टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान हरलीन देओल के कैच को 'बेहतरीन' बताया है। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि ये एक उदाहरण है कि ये टीम फ़ील्डिंग कोच अभय शर्मा के नेतृत्व में कितनी मेहनत कर रही है।
एक ऐसा ओवर जिसमें एक या दो नहीं बल्कि फ़ील्डिंग के तीन-तीन अद्भुत नज़ारे देखने को मिले थे - दो लाजवाब कैच कौर और देओल द्वारा और फिर ऋचा घोष की कमाल की स्टंपिंग - जिसके दम पर भारत ने इंग्लैंड को 175 रनों तक पहुंचने से रोक दिया था।
एमी जोंस का वह कैच इसलिए भी शानदार था, क्योंकि जोंस ने ऑफ़ स्टंप के बाहर ओवरपिच गेंद पर पैर आगे निकाला और लॉन्ग ऑफ़ के ऊपर से छक्का लगाने का प्रयास किया था जो क़रीब क़रीब क़ामयाब भी हो गईं थी। लेकिन लॉन्ग ऑफ़ पर मौजूद हरलीन ने पहले छलांग लगाई कैच लपका और फिर देखा कि वह सीमा रेखा से बाहर जा रहीं तो गेंद को हवा में उछलाया और फिर वापस लौटते हुए कैच लपका। उन्होंने ये सब कुछ सिर्फ़ फ़्रैक्शन ऑफ़ सेकंड्स में किया था। इस कैच की तारीफ़ मेज़बान टीम के खिलाड़ियों ने तो की ही साथ ही साथ ये कैच पूरे क्रिकेट जगत में सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया।
कौर ने इस कैच के बारे में कहा, "ये सच में एक ऐसा कैच था जो आज तक मैंने शायद ही कभी देखा हो। हम अपनी फ़ील्डिंग पर लगातार मेहनत कर रहे हैं, और जिस तरह से हमने इस मैच में फ़ील्डिंग की है उससे मैं काफ़ी ख़ुश हूं। इसका श्रेय जाता है अभय सर को, जो हमारे साथ काफ़ी दिनों से काम कर रहे हैं और इसका असर इस तरह हमारी फ़ील्डिंग में भी दिख रहा है। वह हरेक खिलाड़ी की फ़ील्डिंग में उस खिलाड़ी के अनुसार कुछ बदलाव भी करते हैं।"
"इस तरह की कोशिश से पूरी टीम का मनोबल बढ़ जाता है, जब आप कोई टीम गेम खेल रहे होते हैं तो आपको किसी समय मोमेंटम चाहिए होता है और जो किसी भी खिलाड़ी से आ सकता है। इससे आपकी एनर्जी बढ़ जाती है और इसका पॉज़िटिव असर टीम पर भी पड़ता है।"
हरलीन के अलावा कौर ने सीमर शिखा पांडे की भी जमकर तारीफ़ की जिन्होंने बेहतरीन 19वां ओवर डाला था और तीन विकेट झटके थे। इस मैच में उन्होंने अपने चार ओवर में 22 रन देकर तीन विकेट झटके थे।
"हमारी इस टीम में शिखा सबसे अनुभवी गेंदबाज़ों में से एक हैं, जब भी टीम को उनसे ज़रूरत होती है वह उस समय मौक़ा बनाकर देती हैं। मैं ख़ुश हूं कि वह अपनी गेंदबाज़ी को काफ़ी एन्जॉय कर रही हैं, वह जिस तरह गेंदबाज़ी कर रही हैं, वह हमारे लिए काफ़ी सकारात्मक है।"
भारतीय टीम का अगला मुक़ाबला रविवार को होव में होना है, ये तीन मैचों की टी20 सीरीज़ का दूसरा और मल्टी-फ़ॉर्मेट सीरीज़ के आख़िरी मुकाबले से एक पहले वाला होगा। मेज़बान टीम के पास इस समय 8-4 की बढ़त हासिल है और ऐसे में जब दो टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच बाक़ी हैं तो भारत के पास दोनों मुक़ाबले को जीतते हुए सीरीज़ 8-8 से बराबरी करने का आख़िरी मौक़ा होगा।
लेकिन इसके लिए कप्तान कौर को भी अपने बल्ले से रन बनाने होंगे जो अब तक इस पूरी सीरीज़ में एक बार भी 20 का आंकड़ा नहीं पार कर पाईं हैं।
"देखिए जब भी हम मैदान पर जाते हैं तो हमारा पहला और एकमात्र लक्ष्य जीत ही होता है। यहां तक कि पिछले मैच में भी हम जीत के लिए ही गए थे, हमें पता था कि DLS प्रणाली कभी भी लागू हो सकती है और हम उसी को ध्यान में रखते हुए खेल रहे थे। बदक़िस्मती से हमने लगातार दो विकेट गंवा दिए, और फिर जब बारिश की वजह से खेल बाधित हुआ तो हम पीछे हो गए। अगले दोनों मैचों में भी हमारा रवैया जीत के लिए जाना ही होगा। पिच बल्लेबाज़ों के लिए मूफ़ीद है, पहले गेंदबाज़ी करते हुए हो सकता है कि आप 10-15 रन ज़्यादा दे दें लेकिन चेज़ करते हुए उसकी भरपाई की जा सकती है।"
ऑन्नेशा घोष (@ghosh_annesha) ESPNcricinfo में सब-एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट सैयद हुसैन (@imsyedhussain) ने किया है।
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