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क्या शिवम दुबे के 36 लगातार T20I मैचों का अजेय क्रम विश्व रिकॉर्ड है?

किस बल्लेबाज़ के नाम सबसे कम टेस्ट औसत होने के बावजूद शतक है?

Shivam Dube के रहते भारत को नहीं झेलनी पड़ रही है हार  AFP/Getty Images

मैंने सुना है कि शिवम दुबे ने बिना किसी हार के 36 T20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। क्या यह एक रिकॉर्ड है? वनडे और टेस्ट के लिए इसके समान रिकॉर्ड क्या हैं? संयुक्त राज्य अमेरिका से निर्मल बालारामन ने पूछा

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भारत ने वास्तव में शिवम दुबे के शुरुआती पांच T20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में से दो (2019 के अंत में बांग्लादेश और वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़) गंवाए थे, लेकिन उसके बाद से उन्होंने 36 मैच बिना किसी हार के खेले हैं। इनमें चार टाई मैच (सभी भारत ने सुपर ओवर में जीते), एक बिना परिणाम वाला और एक ऐसा मैच शामिल है जो टॉस के बाद रद्द हो गया था। यह पुरुष T20 अंतरराष्ट्रीय में एक रिकॉर्ड है। युगांडा के पास्कल मुरुंगी ने अपनी पिछली 26 पारियों में हार नहीं देखी (उनका आख़िरी मैच दिसंबर 2024 में था), जबकि जसप्रीत बुमराह वर्तमान में 23 मैचों की अपराजित श्रृंखला पर हैं।

महिला वनडे में ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी मेगन शूट और जेस जॉनासन क्रमशः 36 और 35 मैचों तक अपराजित रहीं, जब तक कि 2023 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ ब्रिस्टल में उन्हें हार नहीं मिली। महिलाओं के T20 अंतरराष्ट्रीय में इंग्लैंड की लौरा मार्श का 2011 से 2012 के बीच 23 मैचों का अपराजित क्रम रिकॉर्ड है।

पुरुष वनडे का रिकॉर्ड 20 मैचों का है, जो ऑस्ट्रेलिया के चार खिलाड़ियों- मैथ्यू हेडन, ब्रैड हॉग, ग्लेन मैक्ग्रा और रिकी पोंटिंग ने बनाया था। यह क्रम 2003 में वेस्टइंडीज़ में पोर्ट ऑफ स्पेन में हार के साथ समाप्त हुआ। (हेडन और हॉग उस मैच में नहीं खेले, लेकिन अगला मैच खेलकर उन्होंने भी हार का सामना किया।)

टेस्ट का रिकॉर्ड भी ऑस्ट्रेलिया के नाम है। मैक्ग्रा, जस्टिन लैंगर, माइकल स्लेटर और मार्क वॉ मार्च 2001 तक 16 मैचों तक अपराजित रहे। यही संख्या हेडन, पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट, माइकल हसी और ब्रेट ली ने जनवरी 2008 तक दोहराई। दोनों क्रम 2001 में कोलकाता और 2008 में पर्थ में भारत से हार के साथ समाप्त हुए।

किस गेंदबाज़ ने टेस्ट में सबसे अधिक बल्लेबाज़ों को स्टंप करवाया है? भारत से निज़ात अहमद ने पूछा

यहां कोई बड़ा आश्चर्य नहीं है। सबसे ज़्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले मुथैया मुरलीधरन 47 स्टंपिंग शिकार के साथ शीर्ष पर हैं। शेन वॉर्न 36 के साथ दूसरे और श्रीलंका के रंगना हेराथ 35 के साथ तीसरे स्थान पर हैं। ऑस्ट्रेलियाई ऑफ़-स्पिनर नाथन लियोन और क्लैरी ग्रिमेट दोनों के नाम 28-28 स्टंपिंग हैं।

ग्रिमेट ने केवल 216 टेस्ट विकेट लिए, यानी उनके 12.96% विकेट स्टंपिंग से आए। 100 से ज़्यादा विकेट वालों में यह अनुपात केवल भारतीय लेगस्पिनर सुभाष फर्गी गुप्ते (13.42%) से कम है। एक और ऑस्ट्रेलियाई लेगस्पिनर आर्थर मैली ने अपने 99 टेस्ट विकेटों में से 18 (18.18%) स्टंपिंग से हासिल किए।

हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ एक T20 में नौ वेस्टइंडीज़ बल्लेबाज़ों ने दहाई का आंकड़ा छुआ। क्या यह रिकॉर्ड है? त्रिनिदाद से विक्टर परसाद ने पूछा

आप जिस मैच की बात कर रहे हैं, वह जुलाई में कैरेबियाई सीरीज़ का चौथा मैच था। वेस्टइंडीज़ ने बैसेटेरे में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 205/9 बनाए, जिसमें नौ बल्लेबाज़ों ने दहाई का आंकड़ा छुआ। यह पुरुष T20 अंतरराष्ट्रीय में तीसरा ऐसा मौक़ा था और इस साल का दूसरा। ऑस्ट्रिया ने (223/8) स्लोवेनिया के ख़िलाफ़ मई में ऐसा किया जबकि पहला उदाहरण दिसंबर 2022 में तंज़ानिया ने युगांडा के ख़िलाफ़ दर्ज किया था।

महिला T20 अंतरराष्ट्रीय में रिकॉर्ड आठ बल्लेबाज़ों का है, जो ऑस्ट्रेलिया (153/8) ने 2011 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ कैनबरा में किया था।

जेरोम टेलर 73 टेस्ट पारियों में एक शतक और एक अर्धशतक के साथ टेस्ट शतक बनाने वालों में सबसे कम औसत (12.96) वाले बल्लेबाज़ हैं।  Getty Images

कौन सा गैर-विकेटकीपर खिलाड़ी है जिसने 100 से ज़्यादा टेस्ट कैच पकड़े लेकिन कोई विकेट नहीं लिया? भारत से अज़वीर ने पूछा

ऐसे कुल 10 खिलाड़ी हैं। न्यूज़ीलैंड के स्टीफ़न फ़्लेमिंग ने 111 टेस्ट में 171 कैच पकड़े, लेकिन कभी गेंदबाज़ी नहीं की। यहां तक कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी उन्होंने कोई विकेट नहीं लिया। हालांकि, उन्होंने एकदिवसीय मैच में एक विकेट लिया (मार्सेल शेवे, नीदरलैंड, 1996 विश्व कप, वडोदरा में)।

ब्रायन लारा ने 164, हेडन ने 128, विराट कोहली और एंड्रयू स्ट्रॉस ने 121, कॉलिन काउड्री ने 120, हाशिम आमला ने 108, मोहम्मद अज़हरुद्दीन और ग्राहम थोर्प ने 105, और अजिंक्य रहाणे ने 102 कैच पकड़े हैं। यह रही 100 या उससे अधिक कैच लेने वाले गैर-विकेटकीपरों की पूरी सूची।

कौन-सा बल्लेबाज़ जिसने टेस्ट शतक बनाया पर उसका औसत सबसे कम है? वनडे में क्या आंकड़े हैं? इंग्लैंड से डेविड कॉलिन्स ने पूछा

टेस्ट में शतक बनाने वाले बल्लेबाज़ों में सबसे कम औसत 12.96 वेस्टइंडीज़ के तेज़ गेंदबाज़ जेरोम टेलर का है जिन्होंने 2008 में डुनेडिन में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 106 रन बनाए थे। यह उनका एकमात्र शतक था और उनके पिछले सर्वोच्च प्रथम श्रेणी स्कोर (40) से ढाई गुना ज़्यादा था।

वह दूसरे बल्लेबाज़ थे जिन्होंने प्रथम श्रेणी में कभी 50 नहीं बनाया था और टेस्ट में शतक जड़ा। पहले यह कारनामा न्यूज़ीलैंड के ब्रूस टेलर ने 1965 में भारत के ख़िलाफ़ किया था। अब उनके साथ कर्टिस कैम्फ़र भी शामिल हो गए हैं, जिन्होंने 2023 में श्रीलंका के ख़िलाफ़ 111 रन बनाए। उनके नाम अब भी कोई और प्रथम श्रेणी पचासा नहीं है।

पाकिस्तान के यासिर शाह (14.12) और सक़लैन मुश्ताक (14.48) इसके बाद आते हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के जेसन गिलेस्पी (18.73) सबसे कम औसत वाले डबल-सेंचुरियन हैं।

वनडे में सबसे कम औसत वाले शतकवीर कार्लोस ब्रेथवेट हैं, जिनका औसत 16.44 है। उन्होंने 2019 विश्व कप में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 101 रन बनाए थे। उनके बाद ज़ेवियर मार्शल (17.52) और ऑस्ट्रेलिया के ट्रेवर चैपल (17.61) हैं।

T20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे कम औसत वाले शतकवीर स्लोवेनिया के इज़ाज़ अली हैं, जिनका औसत 15.06 है। उन्होंने एक पारी में 118 रन बनाए, जबकि बाकी 15 पारियों में कुल 123 रन।

पिछले हफ्ते के एक सवाल का अपडेट: ऑस्ट्रेलिया से इवान मोनाघन के माध्यम से

पिछले हफ्ते हमने जिस सवाल पर बात की थी कि किस बल्लेबाज़ ने सबसे ज़्यादा टेस्ट रन बनाए, लेकिन सबसे कम बार 90s में आउट हुए, उसमें एक सुधार है। ग्रेग चैपल का एकमात्र स्कोर 90s में नाबाद था। उन्होंने सिडनी में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 98* रन बनाए थे (जनवरी 1980)। इसका मतलब है कि ग्रेग चैपल के पास सबसे ज़्यादा टेस्ट रन (7110) हैं बिना कभी "90s" में आउट हुए। उन्होंने डॉन ब्रैडमैन (6996) को पीछे छोड़ दिया।

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Steven Lynch is the editor of the updated edition of Wisden on the Ashes