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हाइनरिक क्लासन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास

अप्रैल में CSA के केंद्रीय अनुबंध से बाहर किए जाने के बाद से यह फ़ैसला संभावित माना जा रहा था

Heinrich Klaasen पहले ही टेस्ट से ले चुके थे संन्यास  ICC/Getty Images

साउथ अफ़्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ हाइनरिक क्लासन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए कहा कि अब वह अपने T20 लीग करियर को प्राथमिकता देना चाहते हैं।

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यह फ़ैसला काफ़ी समय से संभावित माना जा रहा था, ख़ासकर तब से जब उन्हें अप्रैल में क्रिकेट साउथ अफ़्रीका (CSA) की केंद्रीय अनुबंध सूची से बाहर कर दिया गया था। क्लासन पहले सिर्फ़ सीमित ओवरों के अनुबंध पर थे और उन्होंने जनवरी 2024 में टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले लिया था।

क्लासन ने अपने बयान में कहा, "मेरे लिए यह एक दुःखद दिन है क्योंकि मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से दूर जाने का फ़ैसला कर रहा हूं। मुझे यह तय करने में लंबा समय लगा कि मेरे और मेरे परिवार के भविष्य के लिए क्या सबसे अच्छा है। यह निर्णय वाक़ई बहुत कठिन था, लेकिन अब मेरे मन में पूर्ण शांति है।"

क्लासन T20 फ़्रेंचाइज़ी लीग सर्किट के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ियों में से एक हैं। इस गर्मी में वह मेजर लीग क्रिकेट (MLC) में सिएटल ऑर्कास के लिए खेलेंगे और फिर इंग्लैंड की 'द हंड्रेड' लीग में मैनचेस्टर ओरिजिनल्स का हिस्सा होंगे।

क्लासन अगले महीने 34 वर्ष के होने वाले हैं और उनके संन्यास का मतलब है कि सात वर्ष लंबे अंतर्राष्ट्रीय करियर में उन्होंने अपना अंतर्राष्ट्रीय मैच मार्च में चैंपियंस ट्रॉफ़ी के सेमीफ़ाइनल में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेला। क्लासन ने कुल चार टेस्ट, 60 वनडे और 58 T20I में साउथ अफ़्रीका का प्रतिनिधित्व किया। सफ़ेद गेंद प्रारूप में वह मध्य क्रम में मज़बूत बल्लेबाज़ों में से एक रहे। वनडे प्रारूप से उन्होंने करियर में सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट में से एक स्ट्राइक रेट के साथ विदाई ली है।

50 ओवर के प्रारूप में उनकी सबसे यादगार पारी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सेंचुरियन में आई जब उन्होंने 83 गेंदों पर 174 रन बनाए। वह 2023 वनडे वर्ल्ड कप में साउथ अफ़्रीका के सेमीफ़ाइनल और 2024 T20 वर्ल्ड कप में साउथ अफ़्रीका के फ़ाइनल तक के सफ़र में अहम किरदारों में से एक रहे। फ़ाइनल में 27 गेंदों पर 52 रनों की पारी के बाद उनके आउट होने से साउथ अफ़्रीका की उम्मीदों को बड़ा झटका साबित हुआ।

Heinrich KlaasenSouth Africa