मैं हर टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाना चाहता हूं : लवनिथ सिसोदिया
बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज़ आईपीएल 2022 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम का हिस्सा थे

पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में जगह बनाना किसी भी खिलाड़ी के लिए सपनों के साकार होने जैसा है। और जब आप 22 वर्ष की उम्र में ऐसा करते हैं तो आपको हज़ारों दर्शकों के सामने खेलने के मौक़े मिलते हैं और सफलता के रास्ते आपके लिए खुल जाते हैं।
हालांकि लवनिथ सिसोदिया के लिए चीज़ें इतनी सरल नहीं रही। पहली बार आईपीएल में चुने जाने के बाद वह अपने शहर की टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का प्रतिनिधित्व करने को तैयार थे। इस दौरान एक अभ्यास सत्र में बल्लेबाज़ी करते हुए उनके पसली में चोट लगी और वह टूर्नामेंट से बाहर हो गए। उनके आईपीएल डेब्यू का इंतज़ार बढ़ गया।
अपने आईपीएल अनुभव पर लवनिथ ने कहा, "यह मेरा पहला सीज़न था और चोटिल होकर प्रतियोगिता से बाहर होना बहुत कठिन था। मैं खेलने की पूरी तैयारी कर रहा था लेकिन अभ्यास सत्र के दौरान मेरी पसली टूट गई। हालांकि मैं टीम प्रबंधन और मालिकों का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे पूरे टूर्नामेंट के दौरान टीम के साथ बने रहने दिया। बाहर रहते हुए भी मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला।"
विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल, फ़ाफ़ डुप्लेसी जैसे सुपरस्टार बल्लेबाज़ों से लवनिथ ने कई चीज़ें सीखी। वह कहते हैं, "मैं उनसे मानसिकता के बारे में सीखा। जब चीजें सही नहीं हो रही होती हैं तो वह कैसा रवैया अपनाते हैं। जब सब कुछ अच्छा चल रहा होता है तब हर किसी के साथ अच्छा व्यवहार किया जाता है लेकिन ख़राब दौर में ख़ुद को ऊपर उठाना बहुत ज़रूरी है। मैंने (इन सभी बड़े खिलाड़ियों से) मानसिक शक्ति को लेकर काफ़ी कुछ सीखा।"
कर्नाटका राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) की महाराजा ट्रॉफ़ी टी20 प्रतियोगिता में लवनिथ हुबली टाइगर्स टीम की कप्तानी कर रहे हैं। बाएं हाथ के इस सलामी विकेटकीपर बल्लेबाज़ ने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए अपनी टीम को प्लेऑफ़ में पहुंचाया और वह ख़िताब जीतने की पूरी कोशिश करेंगे।
आईपीएल की निराशा को पीछे छोड़कर लवनिथ आगामी घरेलू सीज़न की ओर देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि वापस आकर उन्होंने अकादमी में अपने कोचों के साथ काम किया और नए तीर अपने तरकश में जोड़े। विशेषकर इस टूर्नामेंट में उन्होंने आक्रामक रवैया अपनाते हुए गेंदबाज़ों पर हावी होने की कोशिश की।
इस पावर हिटिंग के पीछे का राज़ पूछे जाने पर लवनिथ ने कहा कि वह केवल गेंद को टाइम करते हैं और ताक़त अपने आप आ जाती है।
मानसिक मज़बूती और आक्रामक बल्लेबाज़ी के इस मिश्रण से लवनिथ ने महाराजा ट्रॉफ़ी में 155.45 के स्ट्राइक रेट से 10 पारियों में 356 रन बनाए हैं। वह सर्वाधिक रन बनाने के मामले में पवन देशपांडे और मयंक अग्रवाल के बाद तीसरे स्थान पर हैं।
आगामी घरेलू सीज़न में लवनिथ का लक्ष्य साफ़ है : हर टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाना। इसके अलावा वह किसी और चीज़ पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। और जिस तरह वह बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, वह महाराजा ट्रॉफ़ी की ऑरेंज कैप अपने नाम करने के प्रबल दावेदार नज़र आ रहे हैं।
अफ़्ज़ल जिवानी (@jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।
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