स्टोक्स और कमिंस की कप्तान के रूप में सफलता कोई आश्चर्य नहीं
गेंदबाज़ी को भली-भांती समझना मैदान पर फ़ैसला लेने में महत्वपूर्ण है


क्रिकेट हलकों में हाल ही में अधिक चर्चा कप्तानी और संन्यास के इर्द-गिर्द केंद्रित रही है।
कप्तान के रूप में बेन स्टोक्स की सफलता से किसी को भी आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए। वह एक ऑलराउंडर हैं जो बोलिंग को भली भांति समझते हैं। मैदान पर उनकी मुख्य प्राथमिकता विकेट लेना है और एक बल्लेबाज़ के रूप में जो रूट की शानदार सफलता के बावजूद, स्टोक्स मैदान पर इंग्लैंड के सबसे प्रेरणादायक खिलाड़ी हैं।
पूर्व क्रिकेटर और बेहतरीन कप्तान इमरान ख़ान ने कहा था कि एक अच्छा कप्तान बोलिंग को भली भांति समझता है। स्टोक्स एक ऐसे ही खिलाड़ी हैं और टीम उनके अप्रोच पर विश्वास कर रही है, जो इंग्लैंड की टीम के लिए बहुत अच्छी बात है।
जब ओएन मॉर्गन ने इंग्लैंड की सीमित ओवरों की कप्तानी से संन्यास की घोषणा की, तो इसने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिची बेनो के विचारों की पुष्टि की कि जब कप्तानी छोड़ना हो, तो फ़ैसला कैसे लें। इस मार्मिक विषय पर बेनो की आम तौर पर संक्षिप्त और समझदारी भरी टिप्पणी थी "आपको पता चल जाएगा"। इसको सबसे अच्छे से संक्षेप में ऑस्ट्रेलिया के ही एक अन्य पूर्व ऑलराउंडर कीथ मिलर ने बताया, जिन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, "मैं संन्यास लेना चाहूंगा, जब लोग पूछें आप क्यों संन्यास लेना चाहते हैं, बजाय इसके कि आप संन्यास क्यों नहीं ले रहे।"
परामर्श देने वाले साथियों और अन्य विभिन्न गुरुओं की तमाम बातों के बावजूद संन्यास एक स्वार्थी निर्णय होना चाहिए: यह केवल एक शख़्स को ख़ुश करने के लिए किया जाता है।
जब इंग्लैंड के कोच ब्रैंडन मक्कलम ने मॉर्गन के संन्यास पर चर्चा की तो उन्होंने कहा, "आपको पता चल जाएगा। यह एक ऐसा एहसास है, जो बस आता है और आपको हिट करता है। बस यह सुनिश्चित करें कि जब यह आए तो आप इसे पहचान लें।" मॉर्गन ने इस संकेत को पहचाना और सही फ़ैसला लिया।
शायद पैट कमिंस और स्टोक्स की कप्तान के तौर पर सफलता का अनुकरण करने के लिए भारत ने इंग्लैंड के साथ अपने मौजूदा टेस्ट के लिए तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह को कप्तान नियुक्त किया। यह एक साहसी नियुक्ति है और मैदान पर बुमराह की समझ को दिखाएगा।
स्टोक्स की तरह कमिंस की सफलता से किसी को भी आश्चर्य नहीं होना चाहिए। वह एक विविध आक्रमण का नेतृत्व करते हैं, जिसमें बहुत अच्छे गेंदबाज़ शामिल हैं और वह उनका बुद्धिमानी से उपयोग करते हैं।
अगर एक कप्तान के पास एक प्रतिस्पर्धी टीम है जो उसके मेथड्स पर विश्वास करती है, तो बहुत सारी अच्छी चीज़ें होती हैं। खिलाड़ी उम्मीद जगाते हैं और परिणामस्वरूप एक अच्छा परिणाम देते हैं।
कप्तान के रूप में कमिंस की सफलता का एक हिस्सा ऑस्ट्रेलियाई कौशल को पहचान कर विपक्षी टीम की आक्रमण को संभालने से आता है। साथ ही वह कैसे अपना संयम बनाए रखते हैं। ऑस्ट्रेलिया के पास भी चुनौती का सामना करने के लिए अच्छे बल्लेबाज़ हैं और उनकी वरिष्ठता ने उन्हें इस सप्ताह कमज़ोर श्रीलंकाई टीम को ध्वस्त करने में मदद की। विपक्षी टीम की आक्रमण को संभालना और बिना सोचे-समझे फ़ील्ड नहीं खोलना, टेस्ट क्रिकेट में फ़ायदा उठाने का एक निश्चित तरीक़ा है।
यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां स्टोक्स ने न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को पछाड़ा। तेज़ गेंदबाज़ ट्रेंट बोल्ट न्यूज़ीलैंड के एकमात्र खिलाड़ी थे, जिन्होंने आक्रमण होने पर नियंत्रण की एक झलक बनाए रखी, ख़ासकर विस्फोटक जॉनी बेयरस्टो से। तथ्य यह है कि विलियमसन के पास माइकल ब्रेसवेल के रूप में एक बहुत ही अनुभवहीन स्पिनर थे, जिससे कोई फ़ायदा नहीं हुआ।
अगर एक कप्तान के पास एक प्रतिस्पर्धी टीम है जो उसके मेथड्स पर विश्वास करती है, तो बहुत सारी अच्छी चीज़ें होती हैं। खिलाड़ी उम्मीद जगाते हैं और परिणामस्वरूप एक अच्छा परिणाम देते हैं।
एक खिलाड़ी को क्रिकेट में जिन मुख्य चीज़ों से जूझना पड़ता है, उनमें से एक तनाव है, जो तब विकसित होता है जब विपक्षी टीम आक्रमण करती है। इंग्लैंड ने इस अवस्था में बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया। साथ स्टोक्स की आक्रामक बल्लेबाज़ी को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। जबकि उन्हें उस आक्रामकता को थोड़ा कम करना होगा, जो अन्य खिलाड़ियों पर छा गया है। एक बेहतरीन स्लिप फ़ील्डर के रूप में स्लिप में खड़ा होना भी स्टोक्स के लिए सबसे अच्छा फ़ील्डिंग पोज़िशन है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयन चैपल कॉलमिस्ट हैं।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.