फ़ाइनल में न्यूज़ीलैंड के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं 'रो-को'
ICC वनडे नॉकआउट में विलियमसन के आंकड़े भी प्रभावशाली हैं, भारतीय टीम शमी और जाडेजा के अनुभव का भी इस्तेमाल करना चाहेगी

चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 की ख़िताबी जंग का फ़ैसला भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच होने वाला है। भारत के पास एक साल के भीतर दूसरी ICC ट्रॉफ़ी अपने नाम करने का मौक़ा है तो वहीं कीवी टीम से 25 साल पुराना बदला लेने का भी यह अवसर है। हालांकि पिछले कुछ समय से नॉकआउट स्टेज में ख़ासकर वनडे प्रारूप में भारत को अधिक सफलता नहीं मिल पाई है लेकिन आंकड़े कहते हैं कि इस बार न्यूज़ीलैंड के सामने भारत की तरफ़ से कड़ी चुनौती मिल सकती है। तो वहीं न्यूज़ीलैंड के तरकश में भी कुछ ऐसे तीर हैं जिन्हें ICC वनडे नॉकआउट मुक़ाबलों में बेहतरीन प्रदर्शन करने की महारत हासिल है।
रोहित और कोहली हैं नॉकआउट के किंग
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 की तर्ज पर ही चैंपियंस ट्रॉफ़ी में अपनी निर्भीक शैली को बरक़रार रखा है। भले ही रोहित के बल्ले से अब तक कोई बड़ी पारी नहीं आई हो लेकिन ICC के वनडे नॉकआउट में उनके प्रदर्शन काफ़ी प्रभावशाली हैं। रोहित ने अब तक वनडे नॉकआउट में कुल 10 पारियां खेली हैं और उनके बल्ले से 51 की औसत और 99.13 के स्ट्राइक रेट से 459 रन निकले हैं। मौजूदा भारतीय और कीवी दल में रोहित नॉकआउट स्तर पर सर्वाधिक दो शतक लगाने वाले बल्लेबाज़ भी हैं। नॉकआउट स्तर पर दोनों टीमों में रोहित से ज़्यादा रन विराट कोहली के ही नाम हैं।
कोहली ने इस टूर्नामेंट में दो अहम मौक़ों पर भारतीय टीम के लिए अहम पारियां खेली हैं और वह काफ़ी अच्छी लय में नज़र आ रहे हैं। दोनों मौजूदा दल में कोहली को नॉकआउट स्तर पर खेलने का सबसे ज़्यादा अनुभव भी हासिल है और वह सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ भी हैं। कोहली ने इस स्तर पर खेली कुल 13 पारियों में 48.18 की औसत और 89.98 के स्ट्राइक रेट से 530 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ ग्रुप स्टेज के अंतिम मैच में रोहित और कोहली दोनों ही सस्ते में पवेलियन लौट गए थे, ऐसे में दोनों से नॉकआउट स्टेज पर अपने इस प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीदें होंगी।
क्या एक बार फिर भारत की राह में रोड़ा बनेंगे विलियमसन?
केन विलियमसन ने ग्रुप स्टेज के अंतिम मैच में न्यूज़ीलैंड की पारी में एक छोर संभाले रखा था। विलियमसन के मौजूद रहने तक न्यूज़ीलैंड मुक़ाबले से बाहर नहीं हुआ था। विलियमसन की 81 रनों की पारी ने कीवी टीम की उम्मीद जगाई थी और फ़ाइनल में भी विलियमसन एक बार फिर अपनी टीम की बड़ी उम्मीद होंगे। इसका एक कारण स्पिन खेलने की विलियमसन की क्षमता होने के साथ ही नॉकआउट स्टेज में उनके आंकड़े हैं।
विलियमसन ने नॉकआउट स्टेज में खेली कुल नौ पारियों में 84.03 के स्ट्राइक रेट और 47.37 की औसत से कुल 379 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। विलियमसन के अलावा मौजूदा न्यूज़ीलैंड के दल के बल्लेबाज़ों को नॉकआउट स्टेज का उतना अनुभव नहीं है ऐसे में विलियमसन के ऊपर इस दबाव वाले मैच में अतिरिक्त ज़िम्मेदारी होगी। विलियमसन और रचिन रवींद्र ने सेमीफ़ाइनल में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ शतकीय पारियां भी खेली थीं, ऐसे में यह दोनों गेंदबाज़ सिरदर्द बन सकते हैं।
शमी और जाडेजा के अनुभवी कंधों पर होगा भार
मोहम्मद शमी पहले मैच में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ पंजा खोलने के बाद अब तक कोई ख़ास प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं लेकिन नॉकआउट स्टेज में वह दोनों टीमों में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं। शमी ने पांच मैच में 5.73 की इकॉनमी और 19.76 की औसत से 13 विकेट चटकाए हैं। वनडे वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफ़ाइनल में शमी ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ ही सात विकेट चटकाए थे जो कि नॉकआउट स्टेज पर उनका द्वारा लिया गया एकमात्र पांच विकेट हॉल है। शमी विलियमसन को वनडे में तीन बार अपना शिकार भी बना चुके हैं।
शमी के अलावा रवींद्र जाडेजा को दोनों मौजूदा टीमों के गेंदबाज़ों में नॉकआउट स्टेज का सबसे ज़्यादा अनुभव है। जाडेजा ने नॉकआउट स्टेज पर कुल 10 मैच खेले हैं और इस दौरान उन्होंने 5.11 की इकॉनमी से नौ विकेट चटकाए हैं। ऐसे में ज़ाहिर है कि भारतीय टीम फ़ाइनल में शमी और जाडेजा के अनुभव का भरपूर इस्तेमाल करना चाहेगी।
हेनरी के खेलने पर संशय के बीच सैंटनर पर होगी अतिरिक्त ज़िम्मेदारी
मैट हेनरी इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं लेकिन सेमीफ़ाइनल में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ फ़ील्डिंग के दौरान चोटिल होने के चलते उनके फ़ाइनल में खेलने पर संशय है। मौजूदा न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ी आक्रमण में नॉकआउट स्टेज पर सबसे प्रभावशाली आंकड़े हेनरी के ही हैं। हेनरी ने पिछले मैच में भारत के ख़िलाफ़ पंजा भी खोला था और वह चैंपियंस ट्रॉफ़ी के इस संस्करण में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ भी हैं।
हेनरी ने नॉकआउट स्टेज में कुल पांच मैच खेलते हुए 4.66 की इकॉनमी से आठ विकेट चटकाए हैं। ऐसे में यदि हेनरी फ़ाइनल के लिए फ़िट नहीं हो पाते हैं तब साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल में तीन सफलता हासिल करने वाले कीवी कप्तान मिचेल सैंटनर पर अतिरिक्त ज़िम्मेदारी होगी। सैंटनर ने अब तक नॉकआउट स्टेज में चार मैच में पांच विकेट लिए हैं लेकिन वह इस टूर्नामेंट में संयुक्त तौर पर तीसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं। दुबई की स्पिन की मददगार पिच पर सैंटनर प्रभावशाली साबित हो सकते हैं। नॉकआउट स्टेज में भारत के लिए दो सबसे प्रभावशाली बल्लेबाज़ों रोहित और कोहली को वह क्रमश: वनडे में दो और तीन बार अपना शिकार भी बना चुके हैं।
नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।
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