आंकड़े झूठ नहीं बोलते: रूट होंगे इंग्लैंड के सफलता की कुंजी, अश्विन-जाडेजा की जोड़ी कर सकती है इंग्लैंड को परेशान
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अच्छे नहीं रहे हैं विराट कोहली के आंकड़े

भारतीय टीम विश्व कप में अपने अजेय क्रम को जारी रखने के इरादे से लखनऊ में 29 अक्तूबर को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उतरेगी। इंग्लैंड के लिए अपने ख़िताब को बचाने का अभियान बेहद निराशाजनक रहा है और वे सेमीफ़ाइनल की रेस से बाहर होने की कगार पर खड़े हैं। एक और हार के साथ ही इंग्लैंड के लिए सेमीफ़ाइनल के दरवाजे बंद हो जाएंगे। इन दो टीमों के बीच लंबा इतिहास रहा है और इनके खिलाड़ियों के भी आपस में कई ग़ज़ब के आंकड़े रहे हैं। आइए जानते हैं कुछ अहम आंकड़ों के बारे में जिनका मैच में प्रभाव देखने को मिल सकता है।
खु़द को कैसे बचाएंगे कोहली?
विराट कोहली जबरदस्त फ़ॉर्म में हैं, लेकिन इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उनका प्रदर्शन उनके लिए चिंता का विषय हो सकता है। क्रिस वोक्स, बेन स्टोक्स, आदिल रशीद और मोईन अली में से कोई भी कोहली को परेशान कर सकता है। इन चारों ने कोहली ने अब तक तीन-तीन बार आउट किया है। रशीद ने आठ पारियों में तो वहीं मोईन और स्टोक्स ने नौ-नौ पारियों में कोहली को तीन बार पवेलियन का रास्ता दिखाया है।
रोहित से इंग्लैंड को कौन बचाएगा?
रोहित शर्मा ने इस विश्व कप में अलग अंदाज़ में बल्लेबाज़ी की है। पावरप्ले में ही रोहित विपक्षी टीम पर इतना दबाव बना देते हैं कि उनके लिए वापसी मुश्किल हो जाती है। मार्क वुड के ख़िलाफ़ रोहित ने 73 और रशीद के ख़िलाफ़ 67 की औसत से रन बनाए हैं। स्टोक्स के ख़िलाफ़ 59 तो वहीं डेविड विली के ख़िलाफ़ उनका औसत 31 का रहा है। इंग्लैंड की वर्तमान टीम में कोई भी ऐसा गेंदबाज़ नहीं है जो रोहित को एक से अधिक बार वनडे में आउट कर पाया है। अगर इंग्लैंड को मैच में अच्छा करना है तो उन्हें रोहित से बचने का उपाय खोजना होगा।
अश्विन-जाडेजा को साथ में मिला मौक़ा तो मुश्किल में होगी इंग्लैंड
लखनऊ में भारत में एक अतिरिक्त स्पिनर को मौक़ा दे सकती है और वह स्पिनर रविचंद्रन अश्विन होंगे। अश्विन का इंग्लैंड के ख़िलाफ़ प्रदर्शन भी काफी प्रभावी है। अश्विन और रवींद्र जाडेजा की जोड़ी अगर साथ आई तो इंग्लैंड के लिए बहुत अधिक परेशानी खड़ी होगी। स्टोक्स को अश्विन ने आठ पारियों में चार बार आउट किया है और उन्हें केवल 14 की औसत से रन बनाने दिए हैं। जो रूट और जॉस बटलर को भी अश्विन ने दो-दो बार पवेलियन का रास्ता दिखाया है। अश्विन के सामने बटलर की औसत केवल 20 की ही है। मोईन को भी अश्विन एक बार आउट कर चुके हैं।
दूसरी ओर अगर जाडेजा के आंकड़े देखें तो उन्होंने स्टोक्स को एक, रूट को तीन, बेयरस्टो को चार और बटलर को तीन बार आउट किया है। ख़ास तौर से बेयरस्टो को जाडेजा के ख़िलाफ़ काफ़ी परेशानी हुई है। छह पारियों में जाडेजा के ख़िलाफ़ चार बार आउट होने वाले बेयरस्टो का औसत केवल 13.3 का रहा है।
रूट होंगे इंग्लैंड की सफलता की कुंजी
अगर इंग्लैंड को भारत के ख़िलाफ़ अच्छा प्रदर्शन करना है तो रूट को अपना अनुभव दिखाना होगा। रूट ने एशिया में 27 पारियों में 51.3 की औसत के साथ 1,128 रन बनाए हैं। वर्तमान इंग्लैंड की टीम में वह एशिया में 1,000 या उससे अधिक रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज़ हैं। टीम के किसी अन्य बल्लेबाज़ का औसत भी 50 या उससे अधिक का नहीं है। रूट को धीमी पिचों पर खेलने का अच्छा अनुभव है तो अगर उनका बल्ला चलता है तो इंग्लैंड खु़द को अच्छी स्थिति में पा सकती है।
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