आईपीएल की मीडिया डील क्रिकेट की दुनिया के लिए बढ़िया ख़बर : आईसीसी
"इस डील से हमें क्रिकेट से जुड़े वित्तीय बाज़ार की बेहतर समझ हो गई है"
आईपीएल मीडिया राइट्स 2023-27 : इस भारतीय लीग ने इंग्लिश प्रीमियर लीग को भी छोड़ा पीछे
इंडियन प्रीमियर लीग के इन आंकड़ो को जानकर आप रह जाएंगे हैरान क्योंकि अब आईपीएल हुआ और भी महंगाआईसीसी को विश्वास है कि आईपीएल की जो मीडिया डील हुई है, उससे क्रिकेट की दुनिया में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इस डील के बाद मीडिया राइट्स के असली मूल्य का पता चला है।
आईसीसी ने अपनी प्रतियोगिताओं के अगले चक्र के मीडिया अधिकार के लिए पहला आमंत्रण भेजा है। इस मीडिया अधिकार 2024 से 2031 तक के चक्र के लिए है। इस मीडिया अधिकार को छह भागों में बांटा गया है। पहली बार आईसीसी ने महिला प्रतियोगिताओं के लिए अलग से एक पैकेज रखा है। पुरुषों वर्ग की प्रतियोगिताओं के लिए बोली चार या आठ साल के लिए और महिलाओं प्रतियोगिताओं के लिए चार साल तक के लिए बोली लगाई जा सकती है।
आईसीसी सबसे पहले भारतीय बाज़ारों में जाएगी जहां हाल ही में आईपीएल के मीडिया अधिकार के लिए रिकॉर्ड बोली लगाई गई थी। आईसीसी ने आईपीएल की ई-नीलामी के बाद बाज़ार में उतरने की योजना बनाई थी और कहा था कि आईपीएल के लिए जिस तरीक़े से बोली लगाई गई उससे वह काफ़ी "ख़ुश" हैं। इससे यह साफ़ पता चल रहा था कि बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट के मीडिया अधिकार के लिए बढ़िया रक़म मिल रही है।
आईसीसी के मीडिया राइट्स के उपाध्यक्ष सुनील मनोहरन ने कहा, "मुझे लगता है कि हम काफ़ी ख़ुश हैं। क्रिकेट की दुनिया में मीडिया अधिकार के लिए इस तरह से बोली लगाई जाना हम सभी के लिए एक शानदार ख़बर है।"
इस बार के राइट्स में डिजिटल अधिकारों की मूल्य में काफ़ी ज़्यादा वृद्धि हुई। डिजिटल अधिकारों की क़ीमतें इस बार टीवी अधिकारों के मूल्य से भी ज़्यादा थी। इससे यह साफ़ पता चलता है कि बाज़ार में अभी भी क्रिकेट के मीडिया अधिकारों की बड़ी बोली लगाई जा सकती है।
आईसीसी के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी अनुराग दहिया ने कहा, "हमारी उम्मीदों में कोई बदलाव नहीं आया है। हमने लंबे समय से महसूस किया है कि आईपीएल के मीडिया अधिकार के लिए इसी तरह की बोली लगाई जाएगी। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं थी। यह हमारी समझ का एक अच्छा पुष्टिकरण था कि बाज़ार कहां है और उस बाज़ार में प्रमुख प्रसारण अधिकारों का क्या मूल्य है।"
"मुझे लगता है कि आईपीएल ने स्पष्ट रूप से यह प्रदर्शित किया है कि मीडिया अधिकारों के लिए बाज़ार में काफ़ी मांग है। कुछ कंपनियां बोलियों में सफल रही हैं और कुछ लोग असफल। मतलब साफ़ है कि बाज़ार में अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जो मीडिया अधिकार के लिए बोली लगाने के लिए तैयार हैं।"
आईपीएल की ई-नीलामी के विपरीत आईसीसी सीलबंद बोलियों को आमंत्रित करने के पारंपरिक मार्ग को अपनाएगी, जो एक समिति के माध्यम से जाएगी। आईसीसी अगस्त के अंत तक सभी बोलियों को जमा करने की योजना बना रहा है और बोर्ड द्वारा अनुमोदित होने के बाद, सितंबर के मध्य तक परिणामों की घोषणा करेगा।
दहिया ने कहा, "यह एक ऐसी पद्धति है जिसे हमने अतीत में नियोजित किया है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बार हमारे पास अधिकारों का एक बहुत ही जटिल सेट उपलब्ध है। हमने पुरुषों और महिलाओं की प्रतियोगिताओं की लिए लगाई जाने वाली बोली के लिए अलग-अलग पैकेज बनाया है। ई-नीलामी के माध्यम से उन सभी को संबोधित करना बहुत जटिल है। इसलिए हम एक सीलबंद बोली पद्धति के साथ आगे बढ़ेंगे, जिससे बोली लगाने वालों को सर्वोत्तम बोली लगाने के लिए प्रेरित किया जाता है।"
ओसमान समिउद्दीन ESPNcricinfo के सीनयिर एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।
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