शादी से जुड़े मामले में इमरान ख़ान को सात साल की सज़ा
इमरान और उनकी पत्नी बुशरा को जेल के साथ-साथ लगभग डेढ़ लाख रूपए का जुर्माना भी देना पड़ेगा

इमरान ख़ान की क़ानूनी मुश्किलें ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और प्रधानमंत्री को एक और मामले में सात साल की अतिरिक्त जेल की सज़ा सुनाई गई है। यह सज़ा उनकी वर्तमान पत्नी बुशरा बीबी और उनके बीच हुई शादी से संबंधित है। इसमें मामला यह था कि क्या इमरान ने दूसरी शादी से तलाक़ लेने के बाद तीसरी शादी के लिए पर्याप्त इंतज़ार किया था। यह न्यायाधीश द्वारा इस मामले में दी गई अधिकतम सज़ा है और अदालत ने सज़ा के हिस्से के रूप में विवाह को अवैध भी क़रार दिया है।
मामला इस बात से संबंधित है कि क्या शादी बीबी की 'इद्दत अवधि' के दौरान हुई थी। इस्लाम और पाकिस्तानी कानून में इद्दत वह अवधारणा है जिसके तहत एक महिला को तलाक़ के बाद या अपने पति की मृत्यु के बाद पुनर्विवाह करने से पहले एक निश्चित समय तक इंतज़ार करना पड़ता है। यह मामला विशेष रूप से विवादास्पद था क्योंकि इसमें इमरान और बीबी के संबंधों की गहन व्यक्तिगत प्रकृति की जांच की गई थी, यहां तक कि बीबी के मासिक धर्म चक्र पर भी चर्चा की गई थी।
इमरान और बीबी की शादी लगभग छह साल पहले हुई थी। यह केस बीबी के पूर्व पति ख़ावर फ़रीद मनेका ने 2023 में ही दर्ज कराया था। हालांकि 2018 में जब बीबी और मनेका अलग हो गए थे तो मनेका ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा था कि उनके तलाक़ की वजह इमरान नहीं हैं।
बीबी को भी सात साल जेल की सज़ा सुनाई गई है। इमरान और बीबी दोनों पर लगभग 1.50 लाख का जुर्माना भी लगाया गया। बीबी को इससे पहले इमरान के साथ तोशख़ाना मामले में गिरफ़्तार किया गया था और 14 साल जेल की सज़ा सुनाई गई थी। हालांकि उन्हें घर में नज़रबंद करके सज़ा काटने की इजाज़त दे दी गई थी। लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि वर्तमान मामले में मिली सजा के बाद इसमें कोई बदलाव होता है या नहीं।
यह नई सज़ा इमरान की अन्य तीन सज़ाओं के साथ-साथ चलने की उम्मीद है, जिसमें क्रमशः तीन, दस और 14 साल की जेल की सज़ा थी। इस सज़ा से तो एक बात तो साफ़ पता चलता है कि इमरान के रिश्ते राज्य के साथ किस हद तक ख़राब हो गए हैं, जिसने सत्ता से हटने के बाद से उन पर और उनकी राजनीतिक पार्टी - पाकिस्तान तहरीक़-ए-इंसाफ़ (PTI) पर परोक्ष हमला शुरू कर दिया है।
दन्याल रसूल ESPNcricinfo पाकिस्तानी संवाददाता हैं
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