ऑस्ट्रेलिया ए के लिए निरंतर प्रदर्शन कर फ़िलिपे की नज़रें राष्ट्रीय टीम में वापसी पर
भारत ए के ख़िलाफ़ विस्फ़ोटक शतक लगाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज़ ने स्पिन खेलने के लिए नेथन लायन से भी मदद ली थी

भारत ए के ख़िलाफ़ पहले अनाधिकृत टेस्ट के पहले दिन के आख़िरी मिनटों में जब ऑस्ट्रेलिया ए के विकेटकीपर बल्लेबाज़ जॉश फ़िलिपे क्रीज़ पर आए, तो उनकी टीम 300 रन को पार कर एक बड़े स्कोर की तरफ़ बढ़ चुकी थी। सैम कॉन्सटास ने शानदार शतक लगाया था, जबकि दो अन्य बल्लेबाज़ भी अर्धशतक बना चुके थे।
ऐसे में फ़िलिपे की ज़िम्मेदारी लियन स्कॉट के साथ 300 के स्कोर को 500 में बदलने की थी, जो उस समय क्रीज़ पर अपने पांव जमा चुके थे। ख़ैर, पहले दिन उनके पास करने को कुछ था नहीं क्योंकि जब वह क्रीज़ पर आए तो बस कुछ ही मिनट का खेल बचा हुआ था।
दूसरे दिन भी फ़िलिपे ने सजग शुरूआत की और शुरूआती आधे घंटे में धीमी गति से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। नई गेंद से ख़लील अहमद की गेंद पर फ़िलिपे को जीवनदान भी मिला, जब उनका बाहरी किनारा लगी गेंद को विकेटकीपर नारायण जगदीशन नहीं पकड़ सके। इस जीवनदान का फ़िलिपे ने पूरा फ़ायादा उठाते हुए सिर्फ़ 55 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया।
इसके बाद उन्होंने अपनी पारी की रफ़्तार को और भी तेज़ कर दिया। उनका ख़ास निशाना भारत ए के दोनों स्पिनर्स हर्ष दुबे और तनुष कोटियान रहें। पारी के 93वें ओवर में दुबे पर उन्होंने स्लॉग स्वीप से एक छक्का और तीन चौके सहित कुल 19 रन बनाए। अगले ओवर में उन्होंने कोटियान पर भी एक छक्के और दो चौके सहित कुल 14 रन जोड़े और शतक के क़रीब पहुंचे। इसके बाद उन्होंने दुबे की गेंद को ऑफ़ साइड में कवर की दिशा में एक रन के लिए भेज अपना शतक पूरा किया। उन्होंने अपने दूसरे 50 रन के लिए सिर्फ़ 22 गेंदें लीं और 16 चौकों और दो छक्कों के साथ अपना शतक पूरा किया।
दिन के खेल के बाद पत्रकारों से बात करते हुए फ़िलिपे ने कहा, "ऐसा नहीं है कि मैंने स्पिनरों के ख़िलाफ़ अति आक्रामक रूख़ अपनाया। यह मेरा स्वाभाविक खेल था। मैं बस सकारात्मक रहकर खेलने की कोशिश कर रहा था। यह एक अच्छा विकेट था और स्कॉटी (लियन स्कॉट) ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी की, जिससे एक अच्छी साझेदारी बनाने में मदद मिली। फिर X (ज़ेवियर बार्टलेट) के साथ भी अंत में एक अच्छी साझेदारी बनी और हम इस स्कोर तक पहुंचे।
क्या फ़िलिपे स्पिन के ख़िलाफ़ कुछ अलग से तैयारी करके आए थे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "नहीं, यह मेरा स्वाभाविक खेल था। मैं उन पर हावी होकर उन पर सीधा दबाव डालने की कोशिश कर रहा था। मैंने एक महीने पहले से घर पर (ऑस्ट्रेलिया में) इसके लिए टर्फ़ विकेटों पर क्लिप लगाकर अलग से अभ्यास किया था और गैज़ (नेथन लायन, उनके न्यू साउथ वेल्स के साथी) के ख़िलाफ़ बल्लेबाज़ी की थी। इससे मुझे स्पिन के ख़िलाफ़ खेलने का अच्छा अभ्यास मिला।"
ऑस्ट्रेलिया के पास फ़िलहाल टेस्ट क्रिकेट में ऐलेक्स कैरी के रूप में नियमित विकेटकीपर बल्लेबाज़ है। हालांकि उनको अपनी टेस्ट टीम के लिए एक बैकअप विकेटकीपर की तलाश है, जिसमें वह जॉश इंग्लिस के साथ अच्छा विकल्प बन सकते हैं।
फ़िलिपे ने फ़रवरी 2021 में ऑस्ट्रेलिया के लिए T20I डेब्यू किया था। उसी साल वह जुलाई में वनडे टीम में भी आ गए। लेकिन सिर्फ़ तीन वनडे और 12 T20I खेलने के बाद वह टीम से बाहर हो गए। टेस्ट टीम में टिम पेन, मैथ्यू वेड और फिर कैरी के होने के कारण उनकी जगह कभी बन नहीं पाई।
हालांकि पिछले कुछ समय से लगातार ऑस्ट्रेलिया ए के लिए बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। इस साल की शुरूआत में उन्होंने इंग्लैंड लायंस के ख़िलाफ़ घर में शतक लगाया था और जब श्रीलंका ए की टीम इस जुलाई डार्विन में खेलने गई, तो उन्होंने 85 रनों की पारी खेली। अब भारत में शतक लगाकर उन्होंने कम से कम टेस्ट टीम के लिए अपना दावा और मज़बूत किया है।
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95
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