हरमनप्रीत : अगर शेफ़ाली या मैं आख़िर तक खेलतीं तो हम मैच जीत जाते
भारतीय कप्तान के अनुसार बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध हारे हुए मुक़ाबले में भारत ने बहुत ज़्यादा डॉट गेंदें भी खेलीं

भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के अनुसार उनकी टीम को बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ तीसरे टी20 अंतर्राष्ट्रीय में ज़रूरत से ज़्यादा डॉट गेंदें खेलने का नुकसान हुआ। विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 172 के स्कोर पर रोकने के बाद भारत एक समय पर दो विकेट गंवा कर 106 रन पर था और कप्तान हरमनप्रीत के साथ क्रीज़ पर अर्धशतक लगाकर शेफ़ाली वर्मा खेल रहीं थीं। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों ने अच्छी वापसी की और भारतीय मध्यक्रम में लगातार विकेट लेते हुए मैच को 21 रनों से जीता और पांच मैच के सीरीज़ में 2-1 की बढ़त बना ली।
हरमनप्रीत ने मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "[टी20 क्रिकेट] हमेशा बड़े शॉट्स के बारे में नहीं होता। [रविवार को खेले गए] पिछले मैच में हम हर ओवर में निरंतर 10-11 रन बना रहे थे। आज भी हमने बहुत बाउंड्री लगाए लेकिन हमने बहुत से डॉट गेंदें भी खेलीं। आपको अपनी शक्ति के अनुसार खेलना पड़ता है। टी20 में आप हमेशा पावर हिटिंग की उम्मीद नहीं लगा सकते। अगर आप 10-12 रन प्रति ओवर बनाने की योजना करते हैं तो आप पिछले मैच की तरह अधिकतर मैच जीतेंगे। आज ऐसा नहीं हुआ। काफ़ी ऐसे ओवर हमने खेले जिनमें सात से कम रन आए।"
भारत ने ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेले गए तीसरे टी20 मैच में 55 डॉट गेंदें खेलीं। डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए पहले मुक़ाबले में भी भारत ने 50 डॉट गेंदें खेलीं थी और उन्हें उस मैच में भी हार का सामना करना पड़ा था। ऑस्ट्रेलिया के लिए इस मैच में तेज़ गेंदबाज़ डार्सी ब्राउन को टीम में शामिल किया गया था और उन्होंने अपने पहले ओवर में नौ वाइड गेंदें डालीं। बावजूद इसके उन्होंने ज़बरदस्त वापसी करते हुए अपने चार ओवर के स्पेल में केवल 19 रन दिए और स्मृति मांधना और जेमिमाह रॉड्रिग्स के विकेट लिए। भारत को 33 के स्कोर पर विपदा की स्थिति से शेफ़ाली और हरमनप्रीत की जोड़ी ने निकाला।
इस साझेदारी पर हरमनप्रीत ने कहा, "शेफ़ाली के साथ खेलना आसान है क्योंकि वह गेंदबाज़ों पर दबाव डालतीं हैं। वह अब अनुभवी बल्लेबाज़ हैं और अगर आख़िर तक खेल लेतीं हैं तो टीम को अच्छी स्थिति में डालती हैं। अगर हम में कोई एक आख़िर तक रहती और मध्यक्रम का योगदान भी आता [तो हम जीतते]। शेफ़ाली के आउट होने के बाद हमने तीन विकेट जल्दी गंवाए और यह मैच को ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में ले गया।"
इससे पहले भारतीय गेंदबाज़ों ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को अच्छी चुनौती पेश की। मेहमान टीम ने पहले दो मुक़ाबलों में केवल एक-एक विकेट गंवाया था लेकिन बुधवार को रेणुका सिंह और अंजली सरवानी ने नई गेंद से अलीसा हीली और फ़ॉर्म में चल रहीं तालिया मैक्ग्रा को पहले ही दो ओवर में आउट कर दिया। भारत के लिए रेणुका और अंजली के आलावा स्पिन विभाग में दीप्ति शर्मा और देविका वैद्य ने भी दो-दो विकेट लिए।
हरमनप्रीत ने इस सीरीज़ में आठ साल बाद टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रही देविका की प्रशंसा करते हुए कहा, "वह घरेलू क्रिकेट में अच्छा कर रहीं थीं और हमारी नज़र उन पर थी। अगर आपके पास लेग स्पिनर का विकल्प हो तो काफ़ी अच्छा होता है क्योंकि वह विकेट लेते हैं। जब वह [2014 में] पहली बार खेलीं थीं तब उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का ज़्यादा अनुभव नहीं था लेकिन अब हम काफ़ी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं। वह काफ़ी परिश्रम करके टीम में लौटीं हैं और इसका उन्हें पूरा फ़ायदा मिल रहा है।"
देबायन सेन ESPNcricinfo में स्थानीय भाषा प्रमुख हैं।
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