गेंदबाज़ी कोच की अनुपस्थिति में गेंदबाज़ी क्रम की गहराई भारत के लिए चिंता का विषय
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने भी इस कमी को स्वीकार किया है, हालांकि वह अपने गेंदबाज़ों के अब तक के प्रदर्शन से ख़ुश हैं

ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ तीसरा टी20 मैच हारने के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने स्वीकार किया कि उनकी टीम को गेंदबाज़ी कोच की कमी खल रही है। हालांकि वह अपने गेंदबाज़ों के अभी तक के प्रदर्शन से ख़ुश भी हैं।
इससे पहले रमेश पवार टीम के मुख्य कोच थे और गेंदबाज़ी विभाग का भी ध्यान रखते थे। लेकिन उसके बाद से यह पद खाली है। पिछले साल डेब्यू करने वाली रेणुका सिंह इस 30 अंतर्राष्ट्रीय मैचों के अनुभव के साथ इस गेंदबाज़ी क्रम की अगुवाई करती हैं।
पिछले तीनों मैचों में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों ने भारतीय गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ कम से कम 170 रन बनाए हैं। तीसरे मैच में 21 रन से मिली हार के बाद हरमनप्रीत ने कहा, "मुझे पता है कि हमें एक गेंदबाज़ी कोच की ज़रूरत है लेकिन अभी तक हमारे गेंदबाज़ों ने अच्छी गेंदबाज़ी की है। मीटिंग में वे खुलकर बोलती हैं और खेल के दौरान ज़िम्मेदारी लेती हैं। रेणुका ने पिछले छह-सात महीनों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और इसका परिणाम भी उन्हें मिला है। अब वह अनुभवी हो गई हैं। तेज़ गेंदबाज़ों की योजनाओं की वह अगुवाई करती हैं और उन्हें वीडियो एनालिस्ट से भी ढेर सारी सूचनाएं मिलती हैं।"
स्पिन गेंदबाज़ो की बात करते हुए हरमनप्रीत ने कहा, "हमारे सभी स्पिनरों- दीप्ति [शर्मा], राधा [यादव] और राजेश्वरी [गायकवाड़] ने हाल के समय में ढेर सारा टी20 मैच खेला है। देविका [वैद्य] टीम में नई हैं लेकिन उन्हें भी घरेलू क्रिकेट का ढेर सारा अनुभव प्राप्त है। वह अपना होमवर्क करके टीम में आई हैं।"
भारतीय टीम का अगला प्रमुख लक्ष्य टी20 विश्व कप है, जो अब से दो महीने बाद निर्धारित है। हालांकि अभी भी गेंदबाज़ी की कई गुत्थियों को सुलझाया जाना बाक़ी है। इस साल अगस्त में भारत के इंग्लैंड दौरे के बाद रमेश पवार ने तेज़ गेंदबाज़ों का एक पुल बनाने की बात कही थी और रेणुका व मेघना सिंह को टीम में लाया था। जहां रेणुका ने रफ़्तार पकड़ ली है, वहीं मेघना का अब भी छाप छोड़ना बाक़ी है। अपने नौ मैचों के टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर में कभी भी उन्होंने अपने चार ओवर का कोटा नहीं पूरा किया है। भारत सीमित ओवर मैचों में स्पिन हैवी गेंदबाज़ी क्रम के साथ उतरती है, इसलिए भी मेघना का टीम में स्थान पक्का नहीं है। इसके अलावा बल्लेबाज़ी क्षमता के कारण पूजा वस्त्रकर को उनकी जगह पर तरज़ीह दिया जाता है। हालांकि चोट के कारण पूजा इस सीरीज़ से बाहर हैं।
हरमनप्रीत ने कहा, "हां, हमें पूजा की कमी खल रही है। ऐसी पिचों पर आपको मध्यम तेज़ गेंदबाज़ों की ज़रूरत होती है। जब लगातार स्पिन गेंदबाज़ी होती है, तब बल्लेबाज़ों को अपने पैर जमाने में आसानी होती है। इसके अलावा पूजा को डेथ ओवर गेंदबाज़ी का भी अनुभव है। हमने मेघना को पहले दो मैचों में आजमाया लेकिन यह काम नहीं किया।"
तेज़ गेंदबाज़ी क्रम को मज़बूत करने के लिए भारत ने एक युवा चेहरे अंजली सरवानी को इस सीरीज़ में डेब्यू दिया। इस साल उनका घरेलू सीज़न शानदार रहा था और सीनियर वीमेन टी20 प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने ज़ोनल टी20 प्रतियोगिता में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया था। पहले दो मैचों में खाली जाने के बाद अंजली ने तीसरे मैच में दो विकेट लिए। इसमें बेहतरीन इनस्विंग कर नंबर वन टी20 बल्लेबाज़ तालिया मैक्ग्रा का विकेट शामिल है।
एक समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार ओवर में 26 रन पर दो विकेट था। लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने मैच में वापसी की और अंत में मैच को अपने नाम कर लिया। हरमनप्रीत ने कहा, "रेणुका और अंजली ने पावरप्ले में कमाल की गेंदबाज़ी की। वे गेंद को स्विंग करा रही थीं और योजना के अनुसार गेंदबाज़ी कर रही थीं। उनके ख़िलाफ़ रन बनाना आसान नहीं था।"
एस सुदर्शनन ESPNcricinfo में सब ए़डिटर हैं
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