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रोहित : परिणाम के लिए हम पहली पारी में कम स्कोर का जोखिम लेने को तैयार थे

अश्विन ने भी कहा कि पहली पारी में उनकी टीम का लक्ष्य 50 ओवर में कम से कम 400 रन बनाना था क्योंकि टीम परिणाम चाहती थी

मांजरेकर: भारत के लिए इस सीरीज़ का सबसे बड़ा पॉज़िटिव है 'आक्रामक अप्रोच'

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भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि अगर कानपुर टेस्ट की पहली पारी में उनकी टीम बांग्लादेश से भी कम स्कोर पर ऑलआउट हो जाती तो कोई भी दिक्कत नहीं थी क्योंकि उनकी टीम परिणाम के लिए यह जोखिम उठाने के लिए तैयार थी।

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ग़ौरतलब है कि पहले दिन सिर्फ़ 35 ओवर का खेल होने और दूसरे व तीसरे दिन का खेल पूरी तरह रद्द होने के बाद भारतीय टीम आक्रामक इरादे से मैदान पर उतरी और पहले बांग्लादेश को 75 ओवर के भीतर ऑलआउट कर दिया। इसके बाद जब भारत बल्लेबाज़ी करने उतरी तो कई सारे विश्व रिकॉर्ड तोड़ते हुए सिर्फ़ 34.4 ओवरों में 285 रन बना डाले।

रोहित ने इस आक्रामक माइंडसेट का खुलासा करते हुए कहा, "जब ढाई दिन का खेल हम खो चुके थे तो हमें इसके बारे में बहुत सोचना पड़ा कि खेल को कैसे आगे बढ़ाया जाए। जब हम चौथे दिन खेलने के लिए उतरे तो हमने बस यही एक-दूसरे से कहा कि चलो कोशिश करते हैं और जितनी जल्दी हो सके, उन्हें ऑलआउट करते हैं। इसके बाद हमें देखना था कि हम बल्लेबाज़ी में क्या कर सकते हैं।"

"जब वे 230 के आस-पास ऑलआउट हुए तो मेरे दिमाग़ में रनों से अधिक यह था कि हमें दूसरी पारी में उन्हें ऑलआउट करने के लिए कितने ओवर चाहिए होंगे। इसका मतलब ये भी था कि हमें रन रेट ऊंचा रखते हुए जितना संभव हो उतने रन बनाने होंगे क्योंकि पिच पर गेंदबाज़ों के लिए कुछ ख़ास नहीं था। यह एक जोखिम था, जो कि हम लेने के लिए तैयार थे क्योंकि हम परिणाम चाहते थे। इसमें ऐसा भी हो सकता था कि हम 100-150 तक भी ऑलआउट हो जाते। लेकिन हम अपने आपको एक मौका देना चाहते थे ताकि हम खेल में बने रहें," रोहित ने आगे कहा।

भारत की पहली पारी जब शुरू हुई तो रोहित ने इसका ज़िम्मा ख़ुद अपने कंधों पर लिया और शुरुआती दों गेंदों पर दो छक्के लगाए। इसके बाद लगभग सभी बल्लेबाज़ों ने अपने कप्तान का अनुसरण किया और जब वे ऑलआउट हुए तो उनके पास 50 से अधिक रनों की बढ़त थी और चौथे दिन के खेल का लगभग एक घंटा बाक़ी था। इस एक घंटे का फ़ायदा भारत के अनुभवी स्पिनर आर अश्विन ने उठाया और दो विकेट लेकर यह लगभग ठप्पा ही लगा दिया कि भारत आख़िरी दिन यह मैच जीतने के लिए ही जाएगा।

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प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ जीतने के बाद पत्रकारों से बात करने आए अश्विन ने कहा, "जब हमने उनको पहली पारी में लगभग 70 (74.2) ओवर में आउट कर दिया तो हमारे पास लगभग 10 ओवर अतिरिक्त थे क्योंकि रोहित का लक्ष्य उन्हें 80 ओवर में आउट करना था। इसके बाद रोहित ने कहा कि हम बस आक्रमण करने जा रहे हैं और हमारा लक्ष्य 50 ओवर में कम से कम 400 रन है।"

अश्विन ने आगे कहा कि रोहित को इस बात से कोई दिक्कत नहीं थी कि वे इस प्रयास में 200 से कम पर भी ऑलआउट हो सकते हैं क्योंकि उनके दिमाग़ में हमेशा से मैच का परिणाम था।

अश्विन ने कहा, "हम सबको पता था कि यशस्वी (जायसवाल) कैसे खेलेंगे, लेकिन जब रोहित ने पहले ही गेंद पर छक्का लगाया तो इससे ड्रेसिंग रूम में दूसरे लोगों के पास भी कोई विकल्प नहीं बचा। और जब तीन ओवर में 50 रन बन गए तो उसके बाद तो पीछे देखना ही नहीं था।"

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दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं. @dayasagar95